अब तक आप म्यूच्यूअल फंड के फायदे और म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों करना चाहिए इसके बारे में तो काफी सुन चुके होंगे लेकिन आज हम आपको ऐसे कारणों के बारे में बताएंगे कि म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए, म्यूचुअल फंड में क्या खराबी होती है और म्यूच्यूअल फंड क्यों नहीं खरीदना चाहिए?
तो अगर आप जानना चाहते हैं कि–
- म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने के क्या नुकसान हैं?
- क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पैसा डूब सकता है?
- म्यूचुअल फंड में कब और किसे निवेश नहीं करना चाहिए?
- और म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बाद क्या समस्या आती है?
तो अगर आप भी इन सभी सवालों का जवाब जानना चाहते हैं तो मेरी आप से गुजारिश है कि इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढियेगा ताकि आपको पता चल सके कि क्या सच में म्यूचुअल फंड में निवेश करना भी चाहिए या नहीं?
म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए?
म्यूचुअल फंड में इसलिए निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि गलत म्यूच्यूअल फंड चुनने से या म्यूच्यूअल फंड कंपनी बंद होने से आपका पैसा डूब सकता है। इसके अलावा मार्केट वोलैटिलिटी के कारण रिटर्न कम हो जाते हैं और लॉक इन अवधि के दौरान आप अपना पैसा बाहर नहीं निकाल सकते हैं।
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी म्यूच्यूअल फंड खराब होते हैं या इन कारणों की वजह से किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर ऐसा होता तो Top performing म्यूच्यूअल फंड के पिछले कुछ सालों का एवरेज रिटर्न 10-12% नहीं होता.
इसका अर्थ है कि अगर आप समझदारी से सही फंड में निवेश करते हैं और उसकी सभी नियमों और शर्तों को ढंग से पढ़कर ही उसमें पैसा इन्वेस्ट करते हैं तो म्यूच्यूअल फंड में निवेश करना गलत नहीं है।
लेकिन जब बात आती है पैसा लगाने की तो हमें अपने मेहनत से कमाए हुए पैसों पर बिल्कुल भी रिस्क नहीं लेना चाहिए और इसीलिए आपको इसमें पैसा लगाने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि म्यूचुअल फंड में पैसा क्यों नहीं लगाना चाहिए?
म्यूचुअल फंड में क्यों निवेश नहीं करना चाहिए, इसके कुछ कारण है;
- अगर आपने शॉर्ट टर्म के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश किया है तो रिटर्न बहुत कम मिलेंगे.
- फंड मैनेजर की गलती की वजह से म्यूच्यूअल फंड कंपनी बंद हो सकती है।
- Mutual fund कंपनी बंद होने पर आपका निवेश किया पैसा डूबने की संभावना हो जाती है।
- म्यूच्यूअल फंड का पास्ट परफॉर्मेंस देखे बिना निवेश नहीं करना चाहिए।
- लॉक इन पीरियड पूरा होने से पहले आप अपना ही पैसा बाहर नहीं निकाल पाते हैं।
- शेयर मार्केट में गिरावट के चलते आपके रिटर्न नेगेटिव में भी जा सकते हैं।
- म्यूचुअल फंड को खराब रेटिंग मिलने की वजह से उस पूरे fund का परफॉर्मेंस डाउन हो जाता है।
- हाई रिस्क स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने पर आपका पैसा डूबने के चांसेस 50% से भी ज्यादा होते हैं।
- अगर कोई म्यूच्यूअल फंड इलिक्विड है तो उसे खरीदने बेचने वालों की संख्या ज्यादा नहीं होगी जिसके कारण जब कोई बड़ा निवेशक उसे buy या sell करता है तो उसके रिटर्न अचानक से कभी भी ऊपर या नीचे हो सकते हैं इसलिए ऐसे म्यूचुअल फंड में कभी भी निवेश नहीं करना चाहिए।
इसके अलावा कि म्यूचुअल फंड में निवेश ना करने के कुछ अन्य कारण भी हैं जिनकी वजह से आपको नुकसान हो सकता है अगर आप इसके बारे में डिटेल में पढ़ना चाहते हैं तो अभी जानिए 👉 म्यूचुअल फंड के 20 बड़े नुकसान
आइए अब जानते हैं कि–
म्यूचुअल फंड में निवेश कब नहीं करना चाहिए?
शुरुआती लोग किसी भी समय म्यूचुअल फंड में पैसा लगा देते हैं जबकि यह सही नहीं है क्योंकि म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने का भी एक सही समय होता है.
मतलब आपको यह तो पता होना ही चाहिए कि म्यूचुअल फंड में निवेश कब करना चाहिए लेकिन साथ ही यह जानना भी बहुत जरूरी है कि म्यूचुअल फंड में निवेश कब नहीं करना चाहिए.
- तो आपको उस समय म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहिए जब शेयर बाजार अपने टॉप पर पहुंच चुका हो मतलब शेयर बाजार में एक बड़ी रैली (bull run) हो चुकी हो यानी निफ्टी और सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई पर हों.
- अतः जब स्टॉक मार्केट अपने हाई प्राइस पर हो तब म्यूच्यूअल फंड खरीदने की बजाय उसे बेचना बेहतर होता है।
मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि 50% से ज्यादा नए निवेशक म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते समय यही गलती करते हैं कि वह सिर्फ किसी म्यूचुअल फंड का ग्राफ बढ़ता हुआ देखकर उसे खरीद लेते हैं क्यों उन्हें लगता है कि आगे भी ऐसा ही बढ़ता रहेगा.
लेकिन पैसा इन्वेस्ट करने के कुछ समय बाद ही आपके म्यूच्यूअल फंड के रिटर्न नेगेटिव में जाने लगते हैं और उस समय आपको कुछ समझ नहीं आ रहा होता है कि आखिर आपके साथ ऐसा क्यों हो रहा है…. इसके बारे में नीचे बताया गया है–
म्यूचुअल फंड में गलत समय पर पैसा लगाने से क्या होता है?
म्यूचुअल फंड में गलत समय पर निवेश करने से आपके रिटर्न काफी हद तक कम हो सकते हैं। इसके कारण लॉन्ग टर्म में आपके पैसे पर मिलने वाला ब्याज कम हो जाता है जिससे आपको कंपाउंडिंग का फायदा नहीं मिलता है।
लेकिन अब सवाल आता है कि ऐसा क्यों होता है–
चलिए मैं आपको बता देता हूं कि जब आप म्यूचुअल फंड ऊपर जाता हुआ देखकर उसे खरीद लेते हैं तो उसके बाद वह नीचे क्यों आने लगता है?
इसका सीधा सा कारण है कि जिन लोगों ने बहुत समय पहले या मार्केट में गिरावट के वक्त पैसा लगाया था उन लोगों को मार्केट इतना ऊपर आने पर काफी प्रॉफिट हो चुका होता है.
और प्रॉफिट होने की वजह से वह अपना पैसा बाहर निकालने लगते हैं जिस कारण अचानक से उस फंड में बिकवाली होने लगती है और इसी कारण वह म्युचुअल फंड नीचे आने लगता है जिससे टॉप पर पैसा लगाने वाले लोगों के रिटर्न कम होने लगते हैं।
इसके अलावा मार्केट के पीक पॉइंट पर निवेश करने पर आपको पैसा भी ज्यादा लगाना पड़ता है क्योंकि उस समय म्यूच्यूअल फंड की NAV (नेट ऐसेट वैल्यू) अधिक होती है मतलब आपको महंगे प्राइस पर mutual fund खरीदना पड़ता है।
और क्योंकि आपने पहले ही इतने महंगे प्राइस पर म्यूचुअल फंड में पैसा इन्वेस्ट किया है इसलिए अब यहां से और ऊपर जाने की संभावना बहुत कम होती है जबकि नीचे गिरने की संभावना काफी बढ़ जाती है और यही कारण है कि म्यूचुअल फंड में गलत समय पर पैसा निवेश करने से आपके नुकसान की संभावना भी बढ़ जाती है।
उम्मीद करता हूं अब आप समझ गए होंगे कि म्यूचुअल फंड में गलत समय पर पैसा लगाने के क्या नुकसान हैं और कभी भी सिर्फ म्यूचुअल फंड को ऊपर जाता हुआ देखकर पैसा निवेश नहीं करना चाहिए।
लोग म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों नहीं करते हैं?
Why people don’t invest in SIP Mutual funds– आपको पता होगा कि आज भी इंडिया में अधिकतर लोग म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करते हैं मतलब म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने से डरते हैं और इसके बजाय बैंक अकाउंट में एफडी करना पसंद करते हैं. इसका कारण है ‘म्युचुअल फंड के रिटर्न की अस्थिरता‘ यानी कि इसका ब्याज फिक्स नहीं होता है।
इसके अलावा कुछ लोग इसलिए भी म्युचुअल फंड में पैसा लगाने से डरते हैं क्योंकि बहुत सारी म्यूच्यूअल फंड कंपनियां फेल हो जाती हैं या उनमें कोई घोटाला हो जाता है जिसके कारण आपका इन्वेस्टमेंट खतरे में पड़ सकता है।
इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आज 2023 में भारत की पॉपुलेशन 142 करोड़ पर पहुंच चुकी है जिसमें से सिर्फ 14 करोड़ लोगों के डीमैट अकाउंट हैं और 11 करोड यानी 7% लोग ही म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश करते हैं।
म्यूचुअल फंड में क्या खराबी है?
What is the problem with mutual funds– इंडिया में इतने सारे लोग होने के बावजूद भी बहुत कम प्रतिशत लोग म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते हैं तो सवाल आता है कि आखिर म्यूचुअल फंड में क्या खराबी है जिसके कारण इतने कम लोग इसमें पैसा लगाते हैं?
इसका जवाब है कि ‘इन्वेस्टमेंट की नॉलेज की कमी‘ मतलब भारत में लोगों को आज भी इन्वेस्टमेंट की उतनी समझ नहीं है जितनी होनी चाहिए और इसीलिए यह पता होते हुए भी कि शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड में FD या बाकी इन्वेस्टमेंट से अधिक रिटर्न मिल सकता है फिर भी वह अपना पैसा इनमें निवेश नहीं करते हैं।
और यही कारण है कि इंडिया में सिर्फ 10% लोग ही शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 55% के अधिक है।
यह भी जान लें कि आज जो कुल जनसंख्या में से 10-12% लोगों के डिमैट खाते खुले हुए हैं, यह आंकड़ा 2 साल पहले 4% से कम हुआ करता था।
फाइनेंसियल एक्सपर्ट इसे खरीदने की सलाह क्यों देते हैं?
फाइनेंशियल एक्सपर्ट आपको म्यूच्यूअल फंड खरीदने की सलाह इसलिए देते हैं क्योंकि इसमें उनका भी फायदा होता है कि उनका इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो बड़ा होता जाता है और जितना बड़ा उनका पोर्टफोलियो होगा उतना ही ज्यादा वह फंड लिक्विड होगा मतलब उसमें खरीददार और विक्रेता की संख्या उतनी ही ज्यादा होगी।
इस प्रकार जितने ज्यादा लोग किसी फंड में इन्वेस्ट करते हैं वह उतना ही अच्छा परफॉर्म करता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आंख बंद करके बिना कुछ सोचे-समझे उसमें इन्वेस्ट कर देना चाहिए।
मेरा सुझाव है कि अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं तो उस फंड की investments जरूर चेक कर लें इससे आपको पता चलेगा कि आपका पैसा कहां-कहां लगा हुआ है. अगर आप नए हैं तो शुरुआत आपको nifty50 लार्ज कैप म्युचुअल फंड या डायवर्सिफाइड म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने से करना चाहिए।
म्यूचुअल फंड खराब क्यों होते हैं?
Why mutual fund are bad investment in India– म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपके मन में ऐसे सवाल जरूर आते होंगे कि कि क्या म्यूचुअल फंड खराब होते हैं, म्यूचुअल फंड निवेश कब खराब होता है और कितना पैसा लगाने पर क्या रिस्क है? तो आइए अब इसके बारे में जान लेते हैं–
म्यूचुअल फंड निवेश खराब होने के निम्न कारण है;
- म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बाद short-term में पैसा बाहर नहीं निकाल सकते हैं।
- बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते आपके रिटर्न कम ज्यादा होते रहते हैं।
- खराब रेटिंग की वजह से फण्ड हाउस की रेपुटेशन खतरे में आ सकती है।
- अगर आपके द्वारा निवेश की जगह म्यूचुअल फंड की किसी कंपनी में फ़्रॉड या घोटाला होता है तो आपका इन्वेस्ट किया गया पैसा डूब सकता है।
- म्यूच्यूअल फंड खरीदते समय अगर आपने एक्सपेंस रेश्यो और लॉक इन पीरियड जैसी चीजों पर ध्यान नहीं दिया तो बाद में आपका नुकसान हो सकता है।
- सेक्टर स्पेसिफिक फंड में अगर उस सेक्टर में डाउनफॉल आता है तो आपका पूरा म्यूच्यूअल फंड पोर्टफोलियो बर्बाद हो सकता है।
तो ऊपर दिए गए कारण साफ साफ बताते हैं कि आखिर म्युचुअल फंड खराब क्यों होते हैं। इसलिए मैं आपसे बार-बार कहता हूं कि किसी भी म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने से पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च जरूर कर लेना चाहिए।
म्यूचुअल फंड में आपका पैसा सुरक्षित है या नहीं यह जानने के लिए आप नीचे दी गई वीडियो देख सकते हैं–
FAQ’s (म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए या नहीं)
चलिए अब टॉपिक से जुड़े कुछ ऐसे कॉमन सवाल जवाब देख लेते हैं जो शायद आपके मन में भी उठ रहे होंगे.
म्यूचुअल फंड कंपनी फेल होने पर क्या होता है?
म्यूचुअल फंड कंपनी बंद या फेल हो जाने की स्थिति में निवेशक उस फण्ड को बेचकर अपना पैसा बाहर निकालने लगते हैं जिससे उसके शेयर या NAV की वैल्यू अचानक से बहुत कम हो जाती है और इसी कारण आपको अपने निवेश पर काफी नुकसान भुगतना पड़ सकता है।
म्यूचुअल फंड में किसे निवेश नहीं करना चाहिए?
म्यूचुअल फंड में उन लोगों को पैसा निवेश नहीं करना चाहिए जिन्हें इन्वेस्टमेंट की बिल्कुल नॉलेज नहीं है मतलब नहीं पता कि म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने के बाद आपका पैसा ज्यादा कहां है। अगर आप लोगों में से एक हैं तो आपको म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहिए बल्कि इसके बारे में जितना हो सके सीखने की कोशिश करें।
क्या म्यूचुअल फंड गलत हैं?
‘म्यूचुअल फंड सही है या गलत’ यह सवाल आम निवेशकों के बारे में अक्सर आता है। इसका जवाब है अगर आप मार्केट के उतार-चढ़ाव और उसके जोखिम को समझते हैं तो म्यूच्यूअल फंड सही है लेकिन अगर आप इन्वेस्टिंग की दुनिया में नए हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड सही नहीं यानी गलत है।
क्या म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने पर नुकसान हो सकता है?
जी हां अगर आपने बिना सोचे समझे किसी इलिक्विड या बिना डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश कर दिया तो नेगेटिव रिटर्न के कारण आपके कैपिटल का नुकसान हो सकता है।
क्या शेयर मार्केट गिरने पर म्यूचुअल फंड में निवेश
करना चाहिए?
जी हां, जब मार्केट में गिरावट होती है तो म्यूच्यूअल फंड काफी सस्ते दामों पर मिलते हैं इसलिए बाजार में गिरावट के समय अच्छे लार्ज कैप मजबूत म्यूचुअल फंड में पैसा इन्वेस्ट कर देना चाहिए. और इसके विपरीत कभी भी बढ़े हुए मार्केट में म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष– (म्यूचुअल फंड खराब क्यों होते हैं)
दोस्तों अब तक आप जान चुके होंगे कि म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए, म्यूचुअल फंड खराब क्यों होते हैं, लोग म्यूच्यूअल फंड में पैसा लगाने से क्यों डरते हैं, म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने पर क्या रिस्क होता है और इसके क्या नुकसान होते हैं।
मैं उम्मीद करता हूं इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अब आपके काफी सारे डाउट क्लियर हो चुके होंगे लेकिन फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए हमारी टीम जल्द ही आपके सवाल का रिप्लाई करेगी.
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