जानिए बीमा कंपनी क्या होती है, कैसे काम करती है, इंश्योरेंस कंपनी का अर्थ, उदाहरण, इसके प्रकार, भारत में कौन-कौन सी टॉप बीमा कंपनियां है, इन कंपनियों से बीमा खरीदने के फायदे और नुकसान क्या हैं (पूरी जानकारी विस्तार से)
आजकल हम सभी अपनी जिंदगी में किसी ना किसी जोखिम के साथ रहते हैं, चाहे वो हेल्थ, प्रॉपर्टी, या लाइफ किसी से भी रिलेटेड क्यों ना हो। एक बीमा कंपनी हमें इन सभी जोखिमों से बचने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण प्रदान करती है।
लेकिन आज भी बहुत सारे लोगों को इंश्योरेंस कंपनी का सही मतलब और यह कैसे काम करती है, इसके बारे में नहीं पता है। इसलिए, इस पोस्ट में हम बात करेंगे ‘Insurance company kya hai‘
इसके अलावा किसी insurance company का क्या काम होता है, इंडिया में अलग-अलग प्रकार की बीमा कंपनी कौन-कौन सी हैं, बीमा कंपनी के फायदे व नुकसान क्या हैं, और बीमा कंपनी चुनते वक्त क्या ध्यान रखना चाहिए इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे.
आइये सबसे पहले समझते हैं कि–
बीमा कंपनी क्या होती है? What is Insurance company in hindi
Insurance (बीमा) कंपनी एक वित्तीय संस्थान होती है जो हमें वित्तीय नुकसान से सुरक्षा प्रदान करती है। ये कंपनियां विभिन्न प्रकार की Insurance policies प्रदान करती हैं जैसे कि Life insurance, health insurance, property insurance और car insurance आदि।
इन policies में हमें एक निश्चित राशि, जो ‘प्रीमियम’ कहलाती हैं, का भुगतान करना होता है। अगर आपके insured आइटम में कोई दुर्घटना या नुकसान होता है, तो आपको बीमा कंपनी से वित्तीय मुआवजा (financial compensation) मिलता है।
लेकिन हर बीमा कंपनी का काम, प्रक्रिया, और लाभ कमाने का तरीका अलग हो सकता है।
बीमा कंपनी की परिभाषा (Definition of insurance company in hindi)
बीमा कंपनी एक फाइनेंसियल इंस्टिट्यूशन होती है जो आर्थिक नुकसान से बचने के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदान करती है और प्रीमियम के बदले में मुआवजा या compensation ऑफर करती है।
बीमा कंपनी का अर्थ (Insurance company meaning in hindi)
Insurance company का अर्थ है वित्तीय सुरक्षा के लिए एक संस्थान या कंपनी जहां हम अपनी जिम्मेदारी और फ्यूचर की सुरक्षा के लिए पॉलिसी लेते हैं। हम प्रीमियम के रूप में पैसा देते हैं, जिससे अगर कुछ बुरा हो जाए तो मुआवजा मिल सके। ये हमारे जीवन, स्वास्थ्य, संपत्ति और कार जैसे assets की सुरक्षा करती है।
बीमा कंपनी का उदाहरण (Example of a Insurance company in hindi)
नीचे दिए गए उदाहरण से एक बच्चा भी समझ सकता है कि इंश्योरेंस कंपनी क्या होती है–
“बीमा कंपनी एक ऐसी जगह होती है जहां हम पैसा लगाते हैं ताकि अगर कोई बुरा सपना सच हो जाए और हमारी चीज में कोई नुकसान हो जाए, तो हमें उसका मुआवजा मिल जाए। जैसे कि हम हेलमेट पहनते हैं और फिर बाइक चलाते हैं, वैसे ही हम बीमा कंपनी से Insurance खरीदकर अपनी लाइफ, हेल्थ, प्रॉपर्टी या कार की सुरक्षा कराते हैं जिससे हमें भविष्य में कोई टेंशन नहीं होती।”
बीमा कंपनी कैसे काम करती है (How insurance company works in hindi)
नीचे मैंने आपको 2 बेहतरीन उदाहरण देकर समझाया है कि एक इंश्योरेंस कंपनी किस तरह काम करती है–
पहला उदाहरण:
मान लीजिये कि मिस्टर कुमार ने अपनी कार की इंश्योरेंस ICICI Lombard General Insurance Company से करवाई है। उन्होने बीमा कंपनी के साथ समझौता किया है कि हर साल उनको 10,000 रुपये का प्रीमियम भुगतान करना होगा। अगर उनकी कार किसी भी तरह का एक्सीडेंट या चोरी का शिकार होती है, तो बीमा कंपनी उन्हें मुआवजा देगी मतलब इस नुकसान की भरपाई करेगी।
अगर दुर्घटना होती है तो मिस्टर कुमार को अपनी बीमा कंपनी ICICI Lombard को सूचित करना होगा और claim file करना होगा। उसके बाद, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड उनकी कार की damage की cost के हिसाब से मुआवजा यानी compensation प्रदान करेगी। लेकिन, यह compensation उनकी policy में लिखी गई शर्तों और सीमाओं के हिसाब से होगा।
इसके अलावा, मिस्टर कुमार की कार को regular inspections और maintenance checks से भी गुजरना होगा जिससे पॉलिसी valid रहे।
इस प्रकार, बीमा कंपनी एक समझौते के तहत पॉलिसी धारकों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है और उनकी जिम्मेदारी के हिसाब से दावे का निपटारा करती है।
ऊपर दिया गया उदाहरण एक car insurance company का है. उम्मीद करता हूं अब आप समझ गए होंगे कि एक बीमा कंपनी कैसे काम करती है.
चलिए अब एक और उदाहरण देख लेते हैं जोकि health insurance यानि जीवन बीमा कंपनी का है. मुझे पूरा विश्वास है कि इस उदाहरण को पढ़ने के बाद ‘बीमा कंपनी कैसे काम करती है‘ आपका यह कांसेप्ट एकदम क्लियर हो जाएगा.
दूसरा उदाहरण:
मान लो अगर मिस्टर शर्मा ने अपनी फैमिली की हेल्थ इंश्योरेंस Star Health and Allied Insurance Company से करवाई है, तो हर साल उन्हें इस जीवन बीमा कंपनी को 20,000 Rs का premium pay करना होगा।
अगर किसी भी परिवार के सदस्य की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं और अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है, तो यह बीमा कंपनी उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
मान लो अगर कभी मिस्टर शर्मा के पिता को बाईपास सर्जरी की जरूरत पड़ती है तो वो स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करते हैं और claim फाइल करना होगा। उसके बाद, बीमा कंपनी उनके पिता के इलाज की कीमत के हिसाब से मुआवजा देगा। और इस मुआवजे की राशि पॉलिसी में लिखित कंडीशन के आधार पर मिलेगी।
इसके अलावा, मिस्टर शर्मा की फैमिली को नियमित चेक-अप और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां भी बरतनी होंगी ताकि उनकी पॉलिसी वैध रहे।
इस प्रकार, health insurance कंपनियां भी पॉलिसी धारकों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं और उनके स्वास्थ्य संबंधी खर्चों को cover करती हैं।
मुझे पूरा विश्वास है कि अब आप इंश्योरेंस कंपनी के काम करने का तरीका समझ चुके होंगे. तो आइए अब जानते हैं कि–
बीमा कंपनी कितने प्रकार की होती हैं (Insurance company types in hindi)
- Life Insurance company (जीवन बीमा कंपनी)
- Health Insurance company (स्वास्थ्य बीमा कंपनी)
- Auto Insurance company (ऑटो बीमा कंपनी)
- Travel Insurance company (यात्रा बीमा कंपनी)
- Property Insurance company (संपत्ति बीमा कंपनी)
- Business Insurance company (व्यापार बीमा कंपनी)
- Car Insurance company (कार बीमा कंपनी)
- Term Insurance company (टर्म बीमा कंपनी)
आईए इन सभी बीमा कंपनियों के बारे में एक-एक करके जान लेते हैं–
1. Life insurance company in hindi
जीवन बीमा कंपनी – जीवन बीमा पॉलिसियों के तहत पॉलिसी धारक के परिवार के सदस्यों को पॉलिसी धारक की मृत्यु के बाद वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उदाहरण: LIC, Max Life Insurance, HDFC Life Insurance
2. Health Insurance company in hindi
स्वास्थ्य बीमा कंपनी के द्वारा स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के तहत पॉलिसी धारक के चिकित्सा व्यय को कवर किया जाता है। उदाहरण: Apollo Munich Health Insurance, Star Health और Allied Insurance, Bajaj Allianz Health Insurance
3. Auto Insurance company in hindi
ऑटो बीमा कंपनी – ऑटो बीमा पॉलिसियों के तह पॉलिसी धारक के वाहन की क्षति और तीसरे पक्ष की क्षति को कवर करती है। उदाहरण: ICICI Lombard General Insurance, New India Assurance, Oriental Insurance Company
4. Travel Insurance company in hindi
यात्रा बीमा कंपनी – यात्रा बीमा पॉलिसियों के तहत पॉलिसी धारक की यात्रा संबंधी समस्याओं को कवर किया जाता है। उदाहरण: Tata AIG General Insurance, Bharti AXA General Insurance, HDFC Ergo General Insurance
5. Property Insurance company in hindi
प्रॉपर्टी इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा संपत्ति बीमा पॉलिसियों के अंतर्गत पॉलिसी धारक की संपत्ति की क्षति, चोरी और प्राकृतिक आपदाओं जैसी स्थितियों को कवर किया जाता है। उदाहरण: SBI General Insurance, HDFC Ergo General Insurance, Bajaj Allianz General Insurance.
नीचे कुछ इंपॉर्टेंट बीमा कंपनियों के प्रकार के बारे में थोड़ा विस्तार से बताया गया है जैसे–
6. Business Insurance company in hindi
बिजनेस इंश्योरेंस कंपनी, ऐसी इंश्योरेंस कंपनी होती है जो बिजनेस और entrepreneurs के बिजनेस ऑपरेशंस को प्रोटेक्ट करने के लिए कई तरह की इंश्योरेंस पॉलिसी मुहैया कराती है।
इस तरह की policies के तहत बिजनेस ओनर को फाइनेंशियल लॉस से प्रोटेक्ट किया जाता है, जैसे कि प्रॉपर्टी डैमेज, लायबिलिटी, बिजनेस में रुकावट, वर्कर का मुआवजा, और साइबर अटैक आदि।
Business Insurance policies सामान्य रूप से customizable होती हैं और पॉलिसीहोल्डर को अपने बिजनेस की विशिष्ट ज़रूरतें और जोखिमों के हिसाब से पॉलिसी को customize करने की फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। इसके अलावा, बिजनेस इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम अमाउंट भी बिजनेस के साइज और स्पेसिफिक कवरेज के हिसाब से अलग-अलग होता है।
कुछ प्रमुख बिजनेस इंश्योरेंस पॉलिसी हैं:
- General Liability Insurance – इस पॉलिसी के तहत व्यवसाय के मालिक को तीसरे पक्ष की शारीरिक चोट, संपत्ति की क्षति और विज्ञापन संबंधी मुकदमों से सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- Property Insurance – इस पॉलिसी के तहत व्यवसाय के मालिक को संपत्ति की क्षति, चोरी, और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- Professional Liability Insurance – इस पॉलिसी में बिजनेस ओनर को प्रोफेशनल लापरवाही और गलतियों और चूक से प्रोटेक्ट किया जाता है।
- Cyber Insurance – इस पॉलिसी के तहत बिजनेस ओनर को साइबर अटैक से प्रोटेक्ट किया जाता है।
कुछ प्रमुख business insurance कंपनियाँ हैं: HDFC ERGO, ICICI Lombard, Bajaj Allianz, Reliance General Insurance, Tata AIG आदि।
7. Car Insurance company in hindi
कार बीमा कंपनी, ऐसी Insurance company होती है जो वाहन, जैसे कि कार, ट्रक, मोटरसाइकिल आदि के नुकसान, चोरी, और दुर्घटनाओं से सुरक्षा करने के लिए बीमा पॉलिसी प्रदान करती है। इस तरह के पॉलिसी के तहत पॉलिसी धारक को वित्तीय सुरक्षा दी जाती है, जैसे कि property damage, medical expenses, और liability claims आदि।
Car Insurance policies को भी आप अपने हिसाब से कस्टमाइज कर सकते हैं, मतलब पॉलिसी होल्डर को अपने जरूरत और risk के हिसाब से policy को कस्टमाइज करने की फैसिलिटी मिलती है। इसके अलावा, कार बीमा पॉलिसियों का प्रीमियम राशि भी वाहन के आकार, उपयोग, और विशिष्ट कवरेज के हिसाब से अलग-अलग होता है।
कुछ प्रमुख कार बीमा पॉलिसी हैं:
- Liability Insurance – इस पॉलिसी के तहत पॉलिसी धारक को किसी थर्ड पार्टी की संपत्ति को नुकसान और शारीरिक चोट से सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- Collision Insurance – यह एक तरह का ‘टक्कर बीमा’ होता है जिसमें आपको अपने वाहन के नुकसान से सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- Comprehensive Insurance – इस पॉलिसी के तहत पॉलिसी धारक को अपने वाहन की चोरी, बर्बरता, प्राकृतिक आपदा, और अन्य गैर-टकराव क्षतियों से सुरक्षा की जाती है।
- Personal Injury Protection – इस पॉलिसी के तहत पॉलिसी धारक को मेडिकल एक्सपेंस और खोई हुई मजदूरी से सुरक्षा की जाती है।
HDFC ERGO, ICICI Lombard, Bajaj Allianz, Reliance General Insurance, Tata AIG आदि कंपनियां आपको कार इंश्योरेंस भी प्रदान करते हैं।
8. Term Insurance company in hindi
Term Insurance कंपनी वह बीमा कंपनी होती है जो लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ एक फिक्स्ड टाइम पीरियड के लिए कवरेज प्रोवाइड करती है। इस तरह के पॉलिसी के तहत पॉलिसी धारक के परिवार के सदस्यों को पॉलिसी धारक की मृत्यु के बाद वित्तीय सहायता दी जाती है, लेकिन पॉलिसी के मैच्योरिटी के बाद कोई भुगतान नहीं होता है।
इस तरह के पॉलिसी की प्रीमियम अन्य जीवन बीमा पॉलिसियों की तुलना में बहुत कम होती है, क्योंकी पॉलिसी की maturity के बाद कोई payout नहीं होता है। इसलिए, पॉलिसी धारक को सिर्फ कवरेज अवधि के लिए प्रीमियम भुगतान करना होता है और अगर कवरेज अवधि के दौरान कुछ होता है तो पॉलिसी धारक के परिवार के सदस्यों को पॉलिसी राशि मिलती है।
Term Insurance policy आम तौर पर 5 साल से लेकर 30 साल तक के लिए उपलब्ध होती हैं और पॉलिसी धारक को अपने कवरेज की अवधि और प्रीमियम राशि को तय करना होता है।
कुछ प्रमुख टर्म इंश्योरेंस कंपनियां हैं: Max Life Insurance, ICICI Prudential Life Insurance, HDFC Life Insurance, SBI Life Insurance, Bajaj Allianz Life Insurance, LIC आदि।
बीमा कंपनी के फायदे और नुकसान
नीचे हमने आपको बीमा कंपनी के कुछ फायदे व नुकसान के बारे में बताया है–
बीमा कंपनी के फायदे (Advantages of insurance company in hindi)
- वित्तीय सुरक्षा: बीमा कंपनी आपके लिए वित्तीय सुरक्षा का एक बहुत अच्छा स्रोत है। अगर आपकी लाइफ या प्रॉपर्टी को कोई नुकसान हो जाता है, तो इंश्योरेंस कंपनी आपको उस लॉस से प्रोटेक्ट कर सकती है।
- जोखिम प्रबंधन: बीमा कंपनी आपके लिए रिस्क मैनेजमेंट का एक अच्छा उपकरण है। आप अपने बिजनेस या पर्सनल लाइफ के रिस्क को पहचान सकते हैं और इंश्योरेंस पॉलिसी के जरिए उस रिस्क से प्रोटेक्ट हो सकते हैं।
- मन की शांति: बीमा कंपनी आपको मानसिक शांति देती है। जब आप जानते हैं कि आपकी संपत्ति, स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसी हैं, तो आप टेंशन-फ्री रह सकते हैं और अपनी जिंदगी का हर पल एन्जॉय कर सकते हैं।
- कर लाभ: बीमा कंपनी की पॉलिसीस के माध्यम से आपको tax benefit मिलते हैं। आप अपने बीमा पॉलिसियों का प्रीमियम राशि अपने कर योग्य आय से कटौती कर सकते हैं।
- कानूनी सुरक्षा: बीमा कंपनी आपको कानूनी सुरक्षा भी देती है। अगर आप देनदारी के दावों के शिकार होते हैं तो बीमा कंपनी आपको कानूनी प्रतिनिधित्व प्रदान करती है।
- बचत: बीमा कंपनी आपके लिए बचत का एक अच्छा साधन है। जीवन बीमा पॉलिसियों के जरिये आप अपने रिटायरमेंट के लिए अच्छी सेविंग कर सकते हैं।
- अनुकूलन योग्य नीतियां: बीमा कंपनी आपके लिए नीतियों को अनुकूलित करने की फ्लेक्सिबिलिटी भी देती है। आप अपनी specific जरूरतें और जोखिम के हिसाब से पॉलिसी को कस्टमाइज कर सकते हैं और उस हिसाब से प्रीमियम चुका सकते हैं।
बीमा कंपनी के नुकसान (Disadvantages of insurance company in hindi)
फायदे के अलावा बीमा कंपनियों के कुछ नुकसान भी हैं जो नीचे दिए गए हैं–
- प्रीमियम भुगतान: बीमा पॉलिसी के प्रीमियम भुगतान बहुत महंगे हो सकते हैं, और कुछ पॉलिसी के लिए प्रीमियम payment रेगुलर होते रहते हैं, जो लंबी अवधि में आपके लिए costly हो सकता है।
- पॉलिसी की सीमाएं: इंश्योरेंस पॉलिसी के नियम और शर्तें में पॉलिसी की सीमाएं होती हैं, जो आपको कवरेज की सीमा बताती हैं। अगर आपकी क्लेम पॉलिसी लिमिट से ज्यादा हो जाती है, तो आपको अतिरिक्त खर्च वहन करने पड़ सकते हैं।
- क्लेम डिनायल: इंश्योरेंस कंपनी आपके क्लेम को इनकार भी कर सकती है, अगर वो पॉलिसी के नियम और शर्तों को फॉलो नहीं करती हैं। इस स्थिति में आपको वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
- जटिल नीतियां: बीमा पॉलिसियां बहुत जटिल हो सकती हैं, जिन्हें समझना और पालन करना मुश्किल हो सकता है। इस स्थिति में आपको नीति के विवरण को अच्छे से समझने के लिए पेशेवर मदद लेनी पड़ सकती है।
- धोखाधड़ी के तरीके: बीमा पॉलिसी के साथ धोखाधड़ी भी हो सकते हैं, जिनमे कुछ insurance agent या बीमा कंपनियां आपके साथ धोखाधड़ी के तरीके कर अपना सकते हैं, जिससे आपको वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में आपको अच्छे से रिसर्च करना और भरोसेमंद बीमा कंपनी और एजेंटों को चुनना महत्वपूर्ण है।
मैं उम्मीद करता हूं अब आप बीमा कंपनियों के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में अच्छे से समझ गए होंगे।
इंडिया की टॉप इंश्योरेंस कंपनियां कौन-सी हैं यह जानने के लिए आपको नीचे दी गई वीडियो जरूर देखनी चाहिए–
FAQs About Insurance Company in Hindi
बीमा कंपनी से पॉलिसी कैसे लें?
इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी लेने के लिए आपको सबसे पहले अपनी जरूरत के हिसाब से पॉलिसी के प्रकार और इंश्योरेंस कंपनी को रिसर्च करना होगा। उसके बाद आपको पॉलिसी के विवरण को पढ़ना, प्रीमियम राशि को तुलना करना, और नियमों व शर्तों को सावधानीपूर्वक समझना होगा। इसके बाद आपको अपने चुनी हुई बीमा कंपनी से पॉलिसी के लिए आवेदन करना होगा।
क्या सभी इंश्योरेंस कंपनी सेफ होती हैं?
नहीं, सभी बीमा कंपनी सुरक्षित नहीं होती हैं। इसलिए आपको पॉलिसी लेने से पहले अपनी चुनी हुई बीमा कंपनी की रेटिंग और ग्राहको के review को चेक करना चाहिए, और IRDAI (इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की वेबसाइट पर उसकी ऑथेंटिसिटी और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के बारे में भी कन्फर्म करना चाहिए।
बीमा कंपनी के लिए डॉक्यूमेंट क्या चाहिए?
बीमा कंपनी में insurance कराने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज करना होता है, जैसे की आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, इनकम प्रूफ, और मेडिकल रिपोर्ट जमा करना होगा। दस्तावेजों में जरूरत की पॉलिसी के प्रकार और बीमा कंपनी की पॉलिसी के हिसाब से अलग-अलग करते हैं।
बीमा पॉलिसी का प्रीमियम कैसे कैलकुलेट होता है?
बीमा पॉलिसी का प्रीमियम आपके आयु, स्वास्थ्य, जोखिम कारक, और कवरेज राशि के हिसाब से गणना करता है। प्रीमियम राशि पॉलिसी के प्रकार और अवधि के हिसाब से भी बदलती रहती है।
बीमा कंपनी के लिए प्रीमियम राशि कैसे तय किया जाता है?
प्रीमियम राशि आपकी आयु, स्वास्थ्य स्थिति, व्यवसाय, जीवन शैली, और पॉलिसी के प्रकार के हिसाब से तय किया जाता है। आपको ज्यादा प्रीमियम देने के बाद ज्यादा कवरेज और फायदे मिल सकते हैं। इसीलिए आपको अपनी आवश्यकताओं के अनुसार प्रीमियम राशि तय करनी चाहिए।
बीमा कंपनी से प्रीमियम कैसे भरे जाते हैं?
Insurance company के प्रीमियम आप online या offline तरीके से भर सकते हैं। आप अपने बीमा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप्लिकेशन से ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं, जबकि आप चेक, डिमांड ड्राफ्ट, या कैश के माध्यम से ऑफलाइन भुगतान कर सकते हैं।
बीमा कंपनी में क्लेम कैसे करें?
अगर आपकी लाइफ, हेल्थ, प्रॉपर्टी, कार या बिजनेस में कोई नुकसान होता है, तो आपको इंश्योरेंस कंपनी को अपने नुकसान के बारे में बताना होता है। उसके बाद आपको अपने इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी के हिसाब से क्लेम का प्रोसेस फॉलो करना होता है, और अपना क्लेम सबमिट करना होता है। बीमा कंपनी आपके claim को प्रोसेस करके आपको कवरेज राशि उपलब्ध कराती है।
बीमा कंपनी की claim प्रक्रिया क्या है?
क्लेम प्रोसेस के लिए आपको अपनी इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी के हिसाब से claim form भरना होगा। इसके अलावा आपको जरूरी दस्तावेज जैसे मृत्यु प्रमाण पत्र, मेडिकल रिपोर्ट, या डैमेज प्रूफ भी सबमिट करना होगा। इसके बाद आपको अपनी बीमा कंपनी के दिशानिर्देशों के हिसाब से दावा (claim) राशि मिल जाएगी।
बीमा कंपनी से पॉलिसी कैंसल कैसे करें?
पॉलिसी कैंसल करने के लिए आपको अपनी इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी के हिसाब से कैंसिलेशन फीस चुकानी होती है। इसके लिए आपको अपने इंश्योरेंस कंपनी से कैंसल करने का अनुरोध करना होगा, और उनके पॉलिसी के हिसाब से आपका पॉलिसी कैंसल हो जाएगा।
बीमा कंपनी के लाभ क्या हैं?
बीमा कंपनी आपको वित्तीय सुरक्षा के साथ-साथ कर लाभ भी प्रदान करती है। जिससे आप अपनी प्रीमियम राशि को अपने taxable income से घटा सकते हैं, और policy maturity या death benefit को tax-free प्राप्त कर सकते हैं।
बीमा कंपनी के एजेंट क्या होते हैं?
बीमा कंपनी के agent आपको पॉलिसी सेल करते हैं और आपको उनके पॉलिसी के बारे में जानकारी देते हैं। एजेंट कमीशन के हिसाब से काम करते हैं, और आपको अपनी चुनी हुई बीमा कंपनी की पॉलिसी के लिए सलाह देते हैं। इसमें आपको अपनी चुनी हुई बीमा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से भी नीतियों के बारे में जानकारी मिल सकती है।
Conclusion – ‘Insurance company meaning in hindi’
आर्टिकल में आपने जाना की insurance (बीमा) कंपनी क्या होती है, बीमा कंपनियां कैसे काम करती है, बीमा कंपनी कितने प्रकार की होती है, भारत में कौन-कौन सी बीमा कंपनियां है और बिना कंपनियों के फायदे व नुकसान क्या हैं.
अगर आप इंश्योरेंस खरीदना चाहते हैं या आपने पहले से ही कोई insurance ले रखा है तो मुझे पूरी उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।
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अगर आपके मन में इस पोस्ट से संबंधित कोई भी सवाल यह सुझाव है कि नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए और आपको यह जानकारी कैसी लगी, यह भी कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए।