Best Midcap Undervalued Share in India: भारतीय शेयर बाजार में उतार चढ़ाव के बीच, Page Industries का शेयर एक अंडरवैल्यूड शेयर (undervalued stock) बन गया है। कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए, इस समय यह शेयर खरीदने का एक आखिरी मौका साबित हो सकता है।
तो आज हम इस कंपनी का एनालिसिस थोड़ा विस्तार से करेंगे और जानेंगे कि क्या अभी इस कंपनी में निवेश करने पर भविष्य में किस प्रकार बेहतरीन रिटर्न मिल सकते हैं तो चलिए सबसे पहले जानते हैं–
Page industries कंपनी के बारे में
Page Industries की स्थापना 1985 में श्री वी.पी. अयंगर ने की थी। वर्तमान में, कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री टी.वी. अयंगर हैं।
कंपनी के प्रमोटरों में श्री वी.पी. अयंगर, श्री टी.वी. अयंगर, श्री पी.वी. अयंगर और श्री वी.के. अयंगर शामिल हैं। इसका मुख्यालय बेंगलुरु, भारत में है।
Page industries एक इनरवियर, लाउंजवियर और मोजे बनाने वाली भारतीय कंपनी है। यह भारत की सबसे बड़ी इनरवियर कंपनी है और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इनरवियर कंपनी है। कंपनी के पास भारत में 40 से अधिक प्लांट और 100 से अधिक रिटेल आउटलेट हैं।
Page industries के प्रमुख उत्पाद और उनके रेवेन्यू शेयर
- इनरवियर: Page industries के इनरवियर उत्पादों में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए अंडरवियर, ब्रा, पैंटी, मोजा, आदि शामिल हैं। इनरवियर कंपनी के कुल रेवेन्यू का लगभग 80% हिस्सा है।
- लॉन्जवियर: Page industries के लॉन्जवियर उत्पादों में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए टी-शर्ट, शॉर्ट्स, स्लीपवियर, आदि शामिल हैं। लॉन्जवियर कंपनी के कुल रेवेन्यू का लगभग 15% हिस्सा है।
- मोजे: Page industries के मोजे उत्पादों में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए मोजे, स्नीकर्स, आदि शामिल हैं। मोजे कंपनी के कुल रेवेन्यू का लगभग 5% हिस्सा है।
Page industries के फंडामेंटल्स
- Market cap: 1.74 लाख करोड़ रुपये
- Revenue: 10,350 करोड़ रुपये
- Net Profit: 1,430 करोड़ रुपये
- PE ratio: 54.25
- PB ratio: 2.74
- Debt to equity ratio: 0.12
- ROE: 24.8%
- ROCE: 31.4%
Page industries का शेयर क्यों गिर रहा है?
Page industries का शेयर कई कारणों से गिर रहा है, जिनमें शामिल हैं:
इसका सबसे बड़ा कारण है–
कंपनी के खराब quarterly results: Page industries के वित्तीय परिणाम पिछले कुछ तिमाहियों में खराब रहे हैं, जिससे निवेशकों का विश्वास कम हुआ है।
कंपनी का नेट प्रॉफिट 2022-23 में 12.6% घटकर 1,430 करोड़ रुपये रह गया। इसकी वजह से कंपनी के शेयर पर दबाव पड़ा और यह 2023 में 25% से अधिक गिर गया।
कमजोर तिमाही नतीजे के कारण–
Page industries का तिमाही परिणाम खराब आने के कई कारण हैं जैसे–
- इनरवियर उद्योग में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है: भारत में इनरवियर उद्योग में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। कई नई कंपनियां इनरवियर बाजार में प्रवेश कर रही हैं, जिससे कंपटीशन बढ़ रहा है। इस प्रतिस्पर्धा से Page industries को अपने बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है।
- कंपनी के खर्च बढ़ रहे हैं: Page industries के खर्च बढ़ रहे हैं। कंपनी का विपणन खर्च बढ़ रहा है, जिससे कंपनी का लाभ कम हो रहा है। इसके अलावा, कंपनी का उत्पादन लागत भी बढ़ रही है, जिससे कंपनी का लाभ कम हो रहा है।
- कंपनी की निर्यात मांग कम हो रही है: Page industries की निर्यात मांग कम हो रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी आई है, जिससे export की मांग कम हो रही है। इसकी वजह से Page industries को निर्यात से कम Revenue मिल रहा है।
इन कारणों से Page industries का तिमाही परिणाम खराब आ रहा है।
भविष्य में Page industries के तिमाही नतीजे अच्छे आने की क्या उम्मीद है?
जैसा कि मैंने ऊपर कुछ कारण बताएं जिनकी वजह से कंपनी के तिमाही नतीजे खराब आए. कंपनी को इन कारणों को दूर करने के लिए कुछ कदम उठाने की जरूरत है।
जैसे कि– कंपनी को अपने खर्च को कम करने की जरूरत है और अपने marketing अभियानों को अधिक प्रभावी बनाने की जरूरत है। इसके अलावा, कंपनी को निर्यात मांग को बढ़ाने के लिए नए बाजारों में प्रवेश करने की जरूरत है।
Page industries ने इन चुनौतियों का सामना करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। कंपनी ने अपने खर्च को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं। इसके अलावा, कंपनी ने अपने मार्केटिंग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए नए तरीकों को अपनाया है। इसके अलावा, कंपनी ने निर्यात मांग को बढ़ाने के लिए नए बाजारों में प्रवेश किया है।
इन कदमों से Page industries के तिमाही परिणाम में सुधार की उम्मीद है।
Page industries का शेयर भविष्य में क्यों बढ़ सकता है?
Page industries का शेयर भविष्य में बढ़ने की संभावना है, जिनमें शामिल हैं:
- भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि: भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि से इनरवियर की मांग बढ़ने की संभावना है, जिससे Page industries को लाभ होगा।
- कंपनी का मजबूत ब्रांड: Page industries के पास एक मजबूत ब्रांड है For example; Jockey का इनरवियर आजकल हर कोई use करता है और यही ब्रांड एडवांटेज कंपनी को प्रतिस्पर्धा में फायदा देता है।
- कंपनी का विस्तार: Page industries भारत के अलावा अन्य देशों में भी विस्तार कर रही है, जिससे कंपनी के लिए नए बाजार खुलेंगे।
Page Industries के शेयर ने अब तक कितने रिटर्न दिए हैं?
Page Industries का शेयर पिछले एक साल में 25.25% गिर गया है। पिछले पांच साल में, शेयर ने 120.75% का रिटर्न दिया है। पिछले दस साल में, शेयर ने 1,600% से अधिक का रिटर्न दिया है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि past performance is not indicative of future results. यानी, जो रिटर्न कंपनी ने अतीत में दिया है, वह भविष्य में भी दिया जाएगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है।
Page Industries का Shareholding Pattern
Page Industries का शेयर होल्डिंग पेटर्न इस प्रकार है:
- प्रमोटर: 45.11%
- विदेशी संस्थागत निवेशक (FII): 21.98%
- घरेलू संस्थागत निवेशक (DII): 17.40%
- रिटेल निवेशक: 11.88%
- अन्य: 3.63%
प्रमोटरों के पास कंपनी का सबसे बड़ा हिस्सा है, इसके बाद विदेशी संस्थागत निवेशक हैं। घरेलू संस्थागत निवेशक और खुले बाजार में समान हिस्सेदारी है।
प्रमोटरों के पास कंपनी का सबसे बड़ा हिस्सा होने से यह संकेत मिलता है कि वे कंपनी में लंबी अवधि के लिए निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा हिस्सा होने से यह संकेत मिलता है कि वे कंपनी की वैश्विक संभावनाओं में विश्वास करते हैं।
घरेलू संस्थागत निवेशकों और खुले बाजार में समान हिस्सेदारी होने से यह संकेत मिलता है कि कंपनी भारतीय निवेशकों के बीच लोकप्रिय है।
कुल मिलाकर, Page Industries का शेयर होल्डिंग पेटर्न मजबूत है। यह संकेत देता है कि कंपनी में लंबी अवधि के लिए निवेश करने की क्षमता है।
निष्कर्ष–
इस पोस्ट में हमने आपको पेज इंडस्ट्रीज कंपनी के बारे में डिटेल में बताया. यहां पर हमने आपको कोई buy या sell करने की सलाह नहीं दी है हमारा मकसद है आपको केवल जानकारी देना. अगर आपने यहां तक पूरी पोस्ट पढ़ी तो आप अब खुद से निर्णय ले सकते हैं कि आपको इस कंपनी में निवेश करना चाहिए या नहीं…
लेकिन किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले आपको उसकी पूरी तरह से फंडामेंटल एनालिसिस कर लेना चाहिए जैसे की कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ना, बैलेंस शीट और अन्य फाइनेंशियल स्टेटमेंट देखना, मैनेजमेंट की earning calls सुनना आदि।
मुझे पूरी उम्मीद है यह जानकारी आपको उपयोगी लगी होगी. इस ब्लॉग पर हम इसी प्रकार की शेयर बाजार से रिलेटेड लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट करते रहते हैं तो अगर आपको शेयर मार्केट सीखना है तो इस ब्लॉग के अन्य पोस्ट जरूर पढ़ें जैसे–
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