कॉल ऑप्शन क्या है, CE kya hai, Call option meaning in hindi, Example of call option in hindi, how call option work in hindi (पूरी जानकारी विस्तार से)
अगर आप आप शेयर मार्केट में नए हैं या आपने अभी-अभी ऑप्शन ट्रेडिंग करना शुरू किया है तो आपने कॉल और पुट का नाम जरुर सुना होगा. इन दोनों ऑप्शन को ही खरीद कर और बेच कर आप ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाते हैं. लेकिन आखिर कैसे?
क्योंकि नए लोगों को तो call और put को ट्रेड करना तो दूर बल्कि उन्हें इनका मतलब भी पता नहीं होता 🤔 तो आखिर वह लोग कैसे call और put को समझ सकते हैं?
तो आज इस पोस्ट में आप जानेंगे कि कॉल ऑप्शन क्या होता है, यह कैसे काम करता है, कॉल का मतलब क्या है, कॉल ऑप्शन कब खरीदना और बेचना चाहिए और कॉल ऑप्शन से पैसे कैसे कमाते हैं?
इसके अलावा हम आपको कॉल ऑप्शन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जानकारी देंगे ताकि आप कॉल ऑप्शन का अर्थ (Call option meaning in hindi) को अच्छी तरह से समझ पाएं.
तो चलिए अब इसके बारे में जान लेते हैं–
कॉल ऑप्शन क्या होता है (What is call option in hindi)
कॉल ऑप्शन एक डेरिवेटिव कांट्रैक्ट होता है जिसको आप किसी अंडरलाइंग ऐसेट (जैसे; शेयर, निफ्टी या बैंकनिफ्टी) की एक्सपायरी डेट के लिए खरीदते या बेचते हैं. Call option प्राइस ऊपर जाने के बारे में बताता है। ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल ऑप्शन को CE के सिंबल से दर्शाते हैं.
अगर आप कोई कॉल ऑप्शन खरीदते हैं तो आपको प्रॉफिट तभी होगा जब मार्केट ऊपर जाएगा जबकि पुट ऑप्शन इसका उल्टा होता है और उसमें मार्केट नीचे जाने पर प्रॉफिट होता है।
Call option meaning in hindi
- कॉल ऑप्शन का अर्थ (meaning) होता है वह प्रीमियम जो किसी अंडरलाइंग ऐसेट के प्राइस के ऊपर जाने पर फायदा देता है. मतलब अगर आप कॉल ऑप्शन खरीदते हैं तो आपको प्रॉफिट तभी होगा जब प्राइस बढ़ेगा यानी कि अगर प्राइस कम हो गया तो आपको नुकसान हो सकता है।
कॉल ऑप्शन का उदाहरण (Example of call option in hindi)
मान लो निफ्टी अभी 18000 स्ट्राइक प्राइस पर चल रहा है और इसी स्ट्राइक प्राइस के कॉल ऑप्शन यानी CE की कीमत 100 रुपये है. अब आपने इसे खरीद लिया. कुछ समय बाद निफ़्टी थोड़ा ऊपर चला गया जिससे कॉल ऑप्शन की कीमत भी 100 से बढ़कर 110 हो गई.
तो ऐसे में आपको 10 का मुनाफा हो जाएगा.
याद रखिए: कॉल और पुट ऑप्शंस में शेयर की अपेक्षा बहुत तेजी से प्राइस ऊपर और नीचे जाता है. यहां तक कि 1 दिन में प्राइस 400% से 500% या इससे ज्यादा भी बढ़ या घट सकता है।
इसीलिए कहते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग थोड़ा रिस्की है लेकिन अगर आपने इसे अच्छे से सीख लिया तो call और put से कम समय में ज्यादा पैसा कमाना कोई बड़ी बात नहीं है।
लेकिन इसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस, कैंडलस्टिक पेटर्न और चार्ट पेटर्न के बारे में सब कुछ सीखना होगा केवल तभी आप option trading में सफल हो सकते हैं।
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कॉल ऑप्शन कैसे काम करता है (How does a call option work)
ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल ऑप्शन इस तरह से काम करता है कि जब मार्केट ऊपर जाता है तो इस ऑप्शन के प्रीमियम की कीमत बढ़ जाती है मतलब कॉल ऑप्शन का प्राइस बढ़ जाता है और जब मार्केट नीचे जाता है तो कॉल ऑप्शन का प्राइस भी नीचे जाने लगता है।
- तो अगर आपको लगता है कि आज मार्केट bullish है यानी कि बाजार में तेजी आने की उम्मीद है तो आपको call option यानी CE खरीद लेना चाहिए ताकि जब मार्केट ऊपर जाए तो आपके खरीदे गए ऑप्शन का प्राइस बढ़ने से आपको भी फायदा मिल सके।
उम्मीद है अब आप समझ गए होंगे कि शेयर मार्केट में किस तरह कॉल ऑप्शन काम करता है और इसे खरीदने पर आपको कब प्रॉफिट हो सकता है। चलिए अब जानते हैं कि–
कॉल ऑप्शन से पैसे कैसे कमाते हैं (How do call options profit)
जैसा कि अब तक आप समझ ही गए होंगे कि मार्केट बढ़ने पर कॉल ऑप्शन को खरीदना फायदेमंद होता है.
मतलब अगर आप मार्केट ऊपर जाने से पहले कॉल ऑप्शन (CE) खरीद लेते हैं और खरीदने के तुरंत बाद या कुछ समय बाद मार्केट ऊपर जाने लगता है तो आपके द्वारा खरीदे गए कॉल ऑप्शन का प्राइस भी बढ़ने लगता है जिससे आपको प्रॉफिट होता है. 👍
क्योंकि आपने कम प्राइस में खरीदा और अधिक प्राइस में बेचा तो बीच का जो प्राइस डिफरेंस होता है वही आपका प्रॉफिट होता है।
आइये इसे एक बिल्कुल आसान उदाहरण के द्वारा समझते हैं–
मान लो आप बैंकनिफ्टी में trading करते हैं और आज बैंकनिफ्टी 45000 पर चल रहा है.
अब आपको लगता है कि आज बैंकिंग सेक्टर के stocks में तेजी आने वाली है जिससे banknifty का price भी ऊपर जा सकता है.
और इसीलिए आज आप बैंकनिफ्टी का कॉल ऑप्शन के 45000 स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन (CE) खरीद लेते हैं.
मान लो जो बैंकनिफ़्टी का call option आपने खरीदा उसकी कीमत अभी 200 रुपये है।
कुछ समय बाद जैसा आपने सोचा था ठीक वैसा हुआ मतलब banking सेक्टर के stocks में एक अच्छा खासा उछाल देखने को मिला जिससे BankNifty भी 45000 से बढ़कर 45500 तक चला गया 🤓
अब ऐसे में आपके द्वारा खरीदे गए कॉल ऑप्शन की कीमत भी 200 Rs से बढ़कर 300 Rs हो गई.
जैसे ही प्राइस आपके Ce का प्राइस 300 Rs पंहुचा आपने तुरन्त इसे बेच दिया ताकि यह वापस कम ना हो जाए क्योंकि अगर मार्केट दोबारा नीचे आ गया तो आपको जो 100 का प्रॉफिट मिल रहा है वह loss में भी जा सकता है.
तो इस प्रकार आपने 200 Rs का call option 300 Rs में बेचकर 100 Rs का मुनाफा कमा लिया.
- ठीक ऐसा ही आप Nifty या किसी शेयर के कॉल ऑप्शन को कम दाम में खरीद कर फिर उसे अधिक दाम में बेच कर पैसे कमा सकते हैं।
बस जरूरत है तो केवल सही एनालिसिस करने की क्योंकि अगर आपका एनालिसिस गलत हुआ और आपके कॉल ऑप्शन खरीदने के बाद ही मार्केट ऊपर जाने के बजाय नीचे जाता चला गया तो आपको बड़ा loss भी हो सकता है।
- ये भी पढ़ें– Banknifty में ट्रेडिंग कैसे करें?
मुझे उम्मीद है अब आप जान गए होंगे कि कॉल ऑप्शन से पैसे कैसे कमाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि–
कॉल ऑप्शन कैसे खरीदें (How do I buy a call option)
कॉल ऑप्शन खरीदने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए जिसमें आप ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं. डिमैट अकाउंट आप किसी भी broker जैसे; Upstox, Zerodha, Groww आदि पर ऑनलाइन खोल सकते हैं.
- Must Read– Upstox पर फ्री डीमैट एकाउंट कैसे खोलें? (Step by Step)
✅ अब आपको अपने डिमैट अकाउंट में अपने बैंक खाते से पैसा ट्रांसफर करना है जिसके द्वारा आप कॉल ऑप्शन को खरीद पाएंगे.
✅ इसके बाद आपको अपने trading app के प्रोफाइल में जाकर F&O सेगमेंट एक्टिवेट करना होगा क्योंकि इसे एक्टिवेट करने के बाद ही आप call और put को ट्रेड कर सकते हैं यानी कि ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।
✅ F&O सेगमेंट क्लिक करने के बाद 24 घंटे के अंदर अंदर एक्टिवेट हो जाता है फिर आप nifty, banknifty या किसी भी शेयर में ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं यानी कि उसका call या put option को buy और sell कर सकते हैं।
तो यह तो थे बेसिक स्टेप्स… हो सकता है यहां तक आपने पहले से कर रखा हो मतलब मान लेते हैं कि आपका डिमैट अकाउंट भी खुला हुआ है और अपने फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट भी एक्टिवेट कर लिया है तो इसके बाद आपको क्या करना होगा?
तो यहां पर हम कॉल ऑप्शन खरीदने की बात कर रहे हैं लेकिन आप पुट ऑप्शन भी same इसी तरह से खरीद सकते हैं.
👉 देखिए अगर आपको लगता है कि आज banknifty ऊपर जाने वाला है तो सबसे पहले आपने जहां पर डिमैट अकाउंट खोला है वह app खोलें.
- यानी कि अगर आपका demat खाता upstox में खुला है तो upstox app को खोलें.
👉अब आपको इस ऐप में लॉग इन करना है. अगर आप पहले से ट्रेडिंग करते होंगे तो आपको डायरेक्ट डैशबोर्ड दिख जाएगा.
👉अब आपको upstox app या जिस भी trading app में आपका डिमैट अकाउंट है उसकी पहली स्क्रीन पर ही आपके ऊपर की तरफ (+) का निशान दिखाई देगा या फिर सर्च का आइकन होगा उस पर आपको क्लिक करना है. (आप नीचे इमेज में देख सकते हैं)👇
👉अब आपको banknifty का कॉल ऑप्शन यानी CE खरीदना है और बैंकनिफ्टी अभी 45000 पर ट्रेड कर रहा है तो सर्च बॉक्स में टाइप करना है; BANKNIFTY 45000 CE
इतना लिखते ही आपको नीचे की तरफ banknifty के 45000 स्ट्राइक प्राइस वाले बहुत सारे कॉल ऑप्शन की लिस्ट दिखने लगेगी जो अलग-अलग एक्सपायरी डेट के लिए होते हैं.
- याद रखिये, चाहे आप Nifty का ऑप्शन खरीदें या फिर बैंकनिफ्टी का उसका weekly या monthly expiry date होता है और एक्सपायरी डेट जैसे-जैसे नजदीक आता जाता है वैसे वैसे ऑप्शन के प्रीमियम की वैल्यू कम होती जाती है.
👉तो आपको जिस भी एक्सपायरी डेट का कॉल ऑप्शन खरीदना है उस पर आपको क्लिक करना है और क्लिक करते ही अगली स्क्रीन पर आपको buy और sell के बटन दिखाई देंगे जिसमें आपको Buy बटन पर क्लिक करना है।
👉अब आपको quantity सेलेक्ट करना है मतलब आप banknifty के कितने lot खरीदना चाहते हैं.
- Banknifty के एक lot में 15 शेयर होते हैं मतलब आपको मिनिमम 15 क्वांटिटी तो खरीदना ही होगा.
👉तो Lot size साइज सेलेक्ट करने के बाद आप फाइनली नीचे दिए गए confirm बटन पर क्लिक करके कॉल ऑप्शन खरीद सकते हैं।
तो यह थी पूरी प्रक्रिया किसी भी शेयर, निफ्टी या बैंकनिफ़्टी का call option खरीदने की. ठीक इसी प्रकार आप put option भी खरीद सकते हैं.
हो सकता है आपको यह प्रोसेस थोड़ी लंबी लगे क्योंकि यहां पर मैंने विस्तार से बताने की कोशिश की है और क्या है बताना भी जरूरी था क्योंकि बहुत सारे लोग option trading में बिल्कुल नए हैं जिन्हें कॉल ऑप्शन खरीदने के बारे में कुछ भी नहीं पता इसलिए उन्हें शुरुआत से सब कुछ बताना जरूरी था इसलिए मैंने इस प्रक्रिया को थोड़ा डिटेल में बताया.
- जानिए– ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं? (विस्तार से)
मुझे पूरी उम्मीद है अब आप यह भी समझ गए होंगे कि कॉल ऑप्शन को कैसे खरीदते हैं.
लेकिन दोस्तों मैं आपको एक बात बता दूं कि जब आप कॉल ऑप्शन को खरीद लेते हैं और उसका प्राइस थोड़ा बहुत बढ़ जाता है और फिर जब आपको उसे बेचना होगा
- तो आपको अपने पोर्टफोलियो वाले सेक्शन में आपने जो कॉल ऑप्शन खरीदा है वह दिखाई देगा उस पर आपको क्लिक करना है.
- अब आपको Sell या Exit का बटन दिखाई देगा जिस पर क्लिक करके आप आसानी से अपने खरीदे गए कॉल ऑप्शन को बेच सकते हैं.
तो इस तरह से आप ऑप्शन ट्रेडिंग में call option को खरीद और बेच सकते हैं. मुझे नहीं लगता कि इससे आसान तरीके से आज तक आपको किसी ने भी समझाया होगा.
अगर आप मेरी बात से सहमत हैं तो नीचे कमेंट करके जरूर बताना. लेकिन उससे पहले नीचे दिए गए कुछ बेसिक सवाल और उनके जवाब जरूर जान लीजिए जो कि नए लोगों के मन में अक्सर आते रहते हैं–
FAQs About Call Option in Hindi
कॉल ऑप्शन की कीमत कैसे बढ़ती या घटती है?
कॉल ऑप्शन की कीमत तब बढ़ती है जब मार्केट ऊपर जाता है और ठीक इसके विपरीत कॉल ऑप्शन की कीमत उस समय घटती है जब मार्केट नीचे जाता है।
कॉल ऑप्शन कब खरीदना और बेचना चाहिए?
आपको कॉल ऑप्शन (CE) तब खरीदना चाहिए जब आपको लगता है कि शेयर मार्केट ऊपर जाने वाला है और कॉल ऑप्शन उस समय बेचना चाहिए जब आपको लगता है कि मार्केट गिरने वाला है।
क्या मैं कॉल ऑप्शन को पहले बेच सकता हूं?
जी हां, आप कॉल ऑप्शन को खरीदने से पहले बेच सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको अधिक पैसे की जरूरत पड़ेगी क्योंकि ऑप्शन सेलिंग में ऑप्शन पाएंगे से कई गुना ज्यादा पैसा निवेश करना पड़ता है.
इसलिए अच्छा यही होगा कि जब आपको लगता है कि मार्केट बढ़ने की बजाय नीचे जाने वाला है तो आप कॉल ऑप्शन बेचने की बजाय पुट ऑप्शन खरीद सकते हैं।
कॉल ऑप्शन कब लेना चाहिए?
कॉल ऑप्शन उस समय लेना चाहिए जब मार्केट में तेजी आने की उम्मीद हो यानी कि बाजार बुलिश दिखा रहा हो और वॉल्यूम भी buying साइड काफी ज्यादा हो. अगर आप ऐसे समय पर कॉल ऑप्शन खरीद लेते हैं तो आपको प्रॉफिट होने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं।
कॉल ऑप्शन खरीदने में कितना खर्च आता है?
कॉल ऑप्शन खरीदने में आने वाला खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन खरीद रहे हैं. अगर आप इन द मनी (ITM) कॉल ऑप्शन खरीदते हैं तो इसका प्राइस महंगा होगा जबकि अगर आप आउट द मनी (OTM) कॉल ऑप्शन खरीदते हैं तो इसका प्राइस सस्ता होगा।
जब आप कॉल ऑप्शन बेचते हैं तो क्या होता है?
अगर आप कॉल ऑप्शन बेचते हैं तो उसका मतलब है कि आपको लगता है की मार्केट आपके बेचे गए लेवल से ऊपर नहीं जाएगा लेकिन अगर मार्केट आपने जिस स्ट्राइक प्राइस CE sell किया है उससे ऊपर चला जाता है तो आपको नुकसान होता है और अगर एक्सपायरी डेट से पहले आपके लेबल से मार्केट नीचे ही रहता है तो आपको प्रॉफिट होता है।
कॉल ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करें?
कॉल ऑप्शन में ट्रेडिंग करने के लिए आपको अपनी ब्रोकर ऐप के अंदर जाकर फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट को एक्टिवेट करवाना होगा जो कि लगभग 24 से 48 घंटे के अंदर एक्टिवेट हो जाता है उसके बाद ही आप कॉल या पुट ऑप्शन को ट्रेड कर सकते हैं।
क्या कॉल ऑप्शन खरीदना लाभदायक है?
कॉल ऑप्शन खरीदना उस समय लाभदायक है जब आपकी टेक्निकल रिसर्च के मुताबिक आपको लगता है कि बाजार आज ऊपर ही जा सकता है और नीचे जाने की संभावना बहुत कम है।
अगर आप ऐसे समय पर कॉल ऑप्शन खरीदते हैं और बाजार आपके मुताबिक चलता है तो कॉल ऑप्शन (CE) आपको अच्छा खासा प्रॉफिट दे सकता है।
Call option meaning in hindi – ‘Conclusion’
इस पोस्ट में आपने सीखा की कॉल ऑप्शन क्या है (call option meaning in hindi), कॉल ऑप्शन कैसे काम करता है, कॉल ऑप्शन से पैसे कैसे कमाते हैं और कॉल ऑप्शन कब खरीदना और बेचना चाहिए।
दोस्तों अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग बनाए हैं तो मुझे पूरी उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी. इस पोस्ट में हमने कोशिश की है कि आप call option के बारे में पूरा डिटेल से बताया जाए.
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अगर अभी भी आपके मन में शेयर मार्केट या ऑप्शन ट्रेडिंग से संबंधित कोई भी सवाल है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।