आज आप जानेंगे कि systematic investment plan यानी SIP के बारे में कि आखिर एसआईपी कैसे काम करती है, सिप (SIP) में पैसा कैसे बढ़ता है, एसआईपी रिटर्न कैसे काम करते हैं और sip के return कैसे कैलकुलेट करते हैं, क्या सच में SIP आपको अमीर बना सकती है या नहीं, इसके बारे में आज हम बात करेंगे.
SIP कैसे काम करती है?
एसआईपी (SIP) एक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट के रूप में काम करती हैं जिसके द्वारा आप किसी भी म्यूच्यूअल फंड में नियमित रूप से पैसा निवेश कर सकते हैं।
अगर आप हर महीने किसी म्युचुअल फंड में पैसा लगाना चाहते हैं तो आपको उसमें SIP करना पड़ेगा. इसके बाद आपका पैसा ऑटोमेटिक आपके बैंक अकाउंट से कटकर आपके द्वारा खरीदे गए म्यूचुअल फंड में जमा होता रहेगा.
तो इस प्रकार से एसआईपी काम करती है. एसआईपी को आप ना सिर्फ म्युचुअल फंड में बल्कि किसी शेयर में भी कर सकते हैं.
- किसी भी स्टॉक या म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने के लिए सबसे पहले आपको एक डिमैट अकाउंट खोलना पड़ता है.
- डीमैट अकाउंट खोलने के बाद उसे अपने बैंक खाते से लिंक करना पड़ता है।
- अब आपको अपने बैंक खाते से डिमैट खाते में पैसे ट्रांसफर करना है जिसके द्वारा आप म्यूचुअल फंड या शेयर में एसआईपी करेंगे.
- डिमैट खाते में पैसा ट्रांसफर करने के बाद आपको वहीं म्यूच्यूअल फंड सिलेक्ट करना है जिसमें आप SIP करना चाहते हैं.
- उस म्यूच्यूअल फंड पर क्लिक करके आपको एसआईपी ऑप्शन सेलेक्ट करना है.
- अब आपको अमाउंट डालना है जितना आप हर महीने SIP में निवेश करना चाहते हैं.
- इसके बाद फाइनली इन्वेस्ट बटन पर क्लिक करके आप एसआईपी की शुरुआत कर सकते हैं।
तो यह थी कुछ steps जिनको फॉलो करके आप SIP की शुरुआत कर सकते हैं. लेकर मुझे पता है यह सभी steps मैंने काफी शार्ट में बताएं हैं इसलिए हो सकता है कि आपको पूरी तरह से समझ में ना आए हो. तो इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ें कि SIP में निवेश कैसे करें?
अब तक आपने यह तो समझ लिया कि एसआईपी कैसे काम करती है (How does SIP works in India) चलिए अब जान लेते हैं कि–
सिप में पैसा कैसे बढ़ता है (How does SIP grow?)
सिप (SIP) में निवेश किया गया पैसा कंपाउंडिंग के जरिए बढ़ता है मतलब समय के साथ आपके इन्वेस्टमेंट की वैल्यू भी बढ़ती जाती है. क्योंकि आपके पैसे पर जो रिटर्न्स मिलते हैं तो उन रिटर्न पर भी आपको ब्याज मिलता रहता है जिससे आपका पैसा तेजी से बढ़ने लगता है.
एसआईपी में आप जितना लंबे समय के लिए निवेश करेंगे आपको उतना ही ज्यादा फायदा होगा. क्योंकि इसमें आपका पैसा बाद के स्टेज में अभी तेजी से बढ़ने लगता है।
मान लीजिये अगर आपने किसी mutual fund में 20 साल की SIP की तो इसमें आपका जो निवेश किया गया पैसा होगा वह 15 साल के बाद बहुत तेजी से बढ़ना शुरू होगा. मतलब SIP को आप जितना लंबे समय तक करेंगे आपको उतने ही बेहतरीन returns मिलेंगे।
लेकिन इसको और अच्छे से समझने के लिए आपको यह जानता होगा कि–
SIP रिटर्न कैसे काम करते हैं (How to calculate sip returns in hindi)
एसआईपी रिटर्न को कैलकुलेट करने के लिए आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होते हैं। चलिए एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं:
मान लीजिए आपने हर महीने 5000 रुपये एसआईपी में निवेश किया है एक म्युचुअल फंड स्कीम में और आपने इसे 5 साल (60 महीने) तक चलाया है। अब आपको एसआईपी के रिटर्न को कैलकुलेट करना है।
1. पहला step, आपको एसआईपी पीरियड के दौरान निवेश करने गए टोटल अमाउंट को कैलकुलेट करना होगा:
कुल निवेश = मासिक निवेश × महीनों की संख्या
कुल निवेश = 5000 रुपये × 60 महीने
कुल निवेश = 3,00,000 रुपये
2. दूसरा, आपको म्यूचुअल फंड की औसत वार्षिक रिटर्न दर यानी average CAGR पता करना होगा। मान लीजिए ये रेट 12% है।
3. अब, एसआईपी रिटर्न कैलकुलेट करने के लिए आपको फ्यूचर वैल्यू फॉर्मूला का प्रयोग करना होगा:
फ्यूचर वैल्यू = कुल निवेश × (1 + CAGR/100)^वर्षों की संख्या
यहां, वर्षों की संख्या = एसआईपी अवधि / 12
फ्यूचर वैल्यू = 3,00,000 INR × (1 + 12/100)^(5)
फ्यूचर वैल्यू = 3,00,000 INR × (1.12)^5
फ्यूचर वैल्यू ≈ 4,66,097 INR
4. आखिरी में, एसआईपी रिटर्न को कैलकुलेट करने के लिए आपको कुल लाभ (Total profit) को निकालना होगा:
कुल लाभ = फ्यूचर वैल्यू – कुल निवेश
कुल लाभ = 4,66,097 रुपये – 3,00,000 रुपये
कुल लाभ = 1,66,097 रुपये
SIP रिटर्न = (कुल लाभ / कुल निवेश) × 100
SIP रिटर्न = (1,66,097 रुपये / 3,00,000 रुपये) × 100
SIP रिटर्न ≈ 55.36%
इस तरह, उदाहरण के हिसाब से, अगर आपने 5 साल के लिए हर महीने 5000 रुपये SIP में निवेश किये और म्यूचुअल फंड स्कीम का औसत वार्षिक रिटर्न दर 12% रहा, तो आपका अनुमानित SIP रिटर्न 55.36% होगा।
ये कैलकुलेशन उदाहरण के तौर पर दिया गया है। वास्तविक रिटर्न एसआईपी के प्रदर्शन, बाजार की स्थिति, और म्यूचुअल फंड स्कीम पर निर्भर करते हैं। इसलिए, कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले, किसी अच्छे वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है।
मैं उम्मीद करता हूं अब आप समझ गए होंगे कि एसआईपी कैसे काम करती है और समय के साथ एसआईपी में पैसा कैसे बढ़ता है. चलिए अब कुछ बेसिक सवालों के जवाब जान लेते हैं–
FAQ’s (How does SIP works in India)
एसआईपी समय के साथ कैसे बढ़ती है?
एसआईपी निवेश में म्यूचुअल फंड खरीदने के बाद मार्केट ऊपर या नीचे होने के कारण NAV ( नेट ऐसेट वैल्यू) शॉर्ट टर्म में कम ज्यादा होती रहती है लेकिन लॉन्ग टर्म में समय के साथ आपके पैसे की वैल्यू भी बढ़ती जाती है तो इस प्रकार आपका इन्वेस्टमेंट grow करता रहता है।
म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने के क्या फायदे हैं?
म्यूचुअल फंड में आपका पैसा शेयर मार्केट की टॉप कंपनियों में इन्वेस्ट किया जाता है और यह काम कोई एक्सपर्ट फंड मैनेजर करता है जो आपके पैसे पर रिटर्न जनरेट करके आपको देता है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आप बिना किसी जोखिम के सेविंग अकाउंट या एफडी से अधिक रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
क्या एसआईपी के द्वारा अमीर बन सकते हैं?
जी हां, आप एसआईपी के द्वारा अमीर बन सकते हैं लेकिन सिर्फ तब जब आपने अपना पैसा लंबे समय के लिए इन्वेस्ट किया हो जैसे 5 साल, 10 साल या 20 साल. क्योंकि जितना लम्बा आपका टाइम पीरियड होगा आपको उतना ही ज्यादा कंपाउंडिंग का लाभ मिलेगा.
निष्कर्ष – ‘सिप में पैसा कैसे बढ़ता है’
इस लेख में हमने आपको बताया है कि सिप में पैसा कैसे बढ़ता है और SIP कैसे काम करती है. इसके अलावा हमने यह भी बताया है कि SIP return कैसे काम करते हैं और एसआईपी के रिटर्न कैसे कैलकुलेट किए जाते हैं.
मैं उम्मीद करता हूं यह जानकारी आपके लिए जरूर उपयोगी रही होगी. अगर आप म्यूच्यूअल फंड या एसआईपी के बारे में और अधिक ज्यादा और जिगरा चाहते हैं तो नीचे दी गई अन्य पोस्ट भी पढ़ सकते हैं–
- SIP में कितना रिटर्न मिलता है?
- मैं SIP से पैसे कब निकाल सकता हूं?
- SIP पर कितना टैक्स लगता है?
- SIP के नुकसान क्या हैं?
और आपका इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट बॉक्स में पूंछ सकते हैं।
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