Scalping Trading Kya hai, Scalping Trading in Hindi for beginners, Scalping meaning in hindi in stock market, स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कैसे करते हैं, इससे पैसे कैसे कमाए (पूरी जानकारी)
जब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने जाते हैं तो आपको कई प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में बताया जाता है और उन्हीं में से एक है ‘Scalping Trading‘
जी हां दोस्तों इस ट्रेडिंग की ओर आजकल अधिकतर ट्रेडर्स इसलिए आकर्षित होते हैं क्योंकि इसमें आप कुछ ही मिनट में बहुत बड़ा प्रॉफिट कमा सकते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों को यह पता ही नहीं है कि आखिर स्काल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है, कैसे करते हैं और इससे पैसे कैसे कमाते हैं?
तो आज मैं आपको स्काल्पिंग ट्रेडिंग के बारे में beginner से advance लेवल तक सब कुछ विस्तार से बताने वाला हूं. अगर आप इस पोस्ट को शुरू से अंत तक पूरा पढ़ लेते हैं तो आपके मन में scalping trading से संबंधित कोई भी डाउट बाकी नहीं रहेगा।
तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि;
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है (What is Scalping Trading in Hindi)
Scalping Trading ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें ट्रेडर्स बहुत छोटे समय में प्राइस के घटने या बढ़ने से प्रॉफिट कमाते हैं। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग में आप शेयर को होल्ड नहीं करते बल्कि उसे बहुत छोटे टाइम फ्रेम जैसे 1 या 2 मिनट में buy और sell करके मुनाफा निकालकर ट्रेड से एग्जिट हो जाते हैं।
तो स्काल्पिंग ट्रेडिंग करके आप बहुत कम समय में बहुत ज्यादा पैसे कमा सकते हैं वह भी बिना ज्यादा रिस्क लिए. लेकिन स्कैल्प ट्रेडिंग करते समय आपको बहुत एक्टिव रहने की जरूरत होती है क्योंकि आपको अपनी पोजीशन को तुरंत खरीदना और बेचना पड़ता है।
स्कैल्प ट्रेडिंग का अर्थ (Scalping Trading Meaning in Hindi)
- स्कैल्प ट्रेडिंग का मतलब है ‘छोटे टाइम फ्रेम के अंदर की जाने वाली ट्रेडिंग’ यानी कि scalping एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमें आपको शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए कुछ घंटे या कुछ दिनों का इंतजार नहीं करना पड़ता बल्कि आप स्केलपिंग ट्रेडिंग के जरिए कुछ ही मिनटों में ट्रेड करके पैसे कमा सकते हैं।
Scalpers meaning in hindi: शेयर मार्केट में जो लोग स्कैल्प ट्रेडिंग करते हैं उन्हें scalpers बोला जाता है.
स्केल्पर ऐसे लोग होते हैं जिनका मकसद होता है कुछ ही सेकेंड के अंदर बहुत कम प्राइस की बढ़ोतरी पर शेयर को बेच देना और प्रॉफिट कमा लेना।
शेयर मार्केट में स्काल्पिंग क्या है (Scalping meaning in hindi in stock market)
- स्कैल्पिंग का अर्थ (meaning) होता है स्टॉक मार्केट में कम समय में ट्रेड करके पैसा कमाना. स्काल्पिंग एक ट्रेडिंग स्टाइल है जिसमें आप बिना ज्यादा जोखिम लिए मार्केट की बहुत छोटी मूवमेंट से भी प्रॉफिट कमा सकते हैं.
मतलब अगर शेयर का प्राइस थोड़ा बहुत भी ऊपर नीचे होता है तो भी आप इससे अच्छा खासा प्रॉफिट जनरेट कर सकते हैं।
शेयर बाजार में बहुत सारे लोग scalp trading करके बहुत कम समय में बहुत ज्यादा पैसा कमा लेते हैं क्योंकि यह लोग अधिक क्वांटिटी के साथ ट्रेड करते हैं। यह बहुत ही शॉर्ट टर्म के लिए की जाने वाली ट्रेडिंग है।
अधिकतर लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में निफ्टी और बैंकनिफ्टी के कॉल और पुट ऑप्शन में scalping trading करते हैं क्योंकि इंडेक्स की लिक्विडिटी सबसे ज्यादा होती है इसीलिए थोड़ा सा प्राइस बढ़ता हुआ देखकर यह लोग अपनी सभी क्वांटिटी को sell करके अच्छा खासा प्रॉफिट कमा लेते हैं।
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- ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
- बैंकनिफ्टी में ट्रेडिंग कैसे करें?
- Call और Put ऑप्शन क्या हैं (पूरी जानकारी)
आईए अब इसका एक उदाहरण देख लेते हैं–
स्कैल्प ट्रेडिंग का उदाहरण (Example of Scalping Trading in Hindi)
मान लीजिए बैंकनिफ्टी के किसी स्ट्राइक प्राइस के कॉल ऑप्शन का प्रीमियम 200 रुपये का है जोकि बहुत तेजी से ऊपर नीचे होता रहता है।
अब मान लो अगर आज मार्केट में तेजी है तो एक scalp ट्रेडर 200 रुपये के इसी banknifty कॉल ऑप्शन के बहुत सारे लॉट एक साथ buy कर लेता है।
जैसा कि आपको पता है कि बैंकनिफ्टी में एक लॉट 15 यूनिट का होता है तो इस हिसाब से उसे एक लॉट खरीदने के लिए (15×200) यानी 3000 रुपये लगाने होंगे।
एक scalp ट्रेडर का मकसद होता है कि अगर 200 rs का प्रीमियम 205 rs हो जाएगा तो मैं उसे बेच दूंगा. क्योंकि वह अधिक समय के लिए इंतजार नहीं करता है और साथ ही वह अधिक quantity के साथ ट्रेड करता है ताकि उसे अधिक से अधिक लाभ हो सके।
इसीलिए वह 5 लाख रुपये लगाकर बैंक निफ्टी के उसी 200 rs के कॉल ऑप्शन के 100 लॉट खरीद लेता है। फिर जब प्राइस 200 rs से बढ़कर 205 rs हो जाता है तो वह अपनी सारी क्वांटिटी sell कर देता है। इस प्रकार उसे अच्छा खासा प्रॉफिट हो जाता है।
चलिए देख लेते हैं कि उसे कितना प्रॉफिट हुआ होगा–
उसने 100 quantity खरीदी थी मतलब (100×15) = कुल 1500 यूनिट खरीदे थे
एक यूनिट पर उसे 5 rs का प्रॉफिट हुआ
इस प्रकार 1500 यूनिट पर प्रॉफिट हुआ 1500×5 = 7500 रुपये
तो आपने देखा कि Scalping trading में यह प्रॉफिट उसे कुछ ही सेकंड या कुछ ही मिनटों में हो गया क्योंकि ऑप्शंस के प्राइस बहुत तेजी से ऊपर नीचे होते हैं और इसी तरह से स्काल्पिंग करने वाले लोग पैसे कमाते हैं।
स्कैल्प ट्रेडिंग कैसे काम करती है (How scaping trading works in hindi)
शेयर मार्केट में सबसे छोटे टाइम फ्रेम में अगर कोई ट्रेडिंग काम करती है तो वह है स्कैल्प ट्रेडिंग. मतलब अगर आपको शेयर बाजार से सबसे जल्दी पैसे कमाना है तो आपके लिए scaping trading बेस्ट तरीका हो सकता है।
लेकिन इस ट्रेडिंग को करने के लिए आपको सख्त अनुशासन और कुछ फिक्स नियमों को फॉलो करने की जरूरत होती है वरना आप scaping trading में अपना पैसा डुबा भी सकते हैं।
एक प्रकार से देखा जाए तो scalping एक ऐसा खेल होता है जो शेयर बाजार से आपको बहुत जल्दी पैसा कमा कर दे सकता है लेकिन दूसरी ओर अगर आपने scalping के नियमों को सही से फॉलो नहीं किया तो इसमें आपका सारा पैसा बहुत जल्दी डूब भी सकता है.
तो चलिए अब जानते हैं कि–
स्काल्पिंग ट्रेडिंग कैसे करें (How to do scalping trading in hindi)
आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि स्काल्पिंग ट्रेडिंग आप चाहे निफ्टी में करें या बैंकनिफ्टी में, या फिर किसी शेयर में. सभी में आप इसी तरीके से स्काल्पिंग ट्रेडिंग कर सकते हैं क्योंकि nifty, banknifty या stocks आदि में आपको चार्ट देखना पड़ता है और उसके बाद ही आप स्कैल्प ट्रेडिंग करते हैं.
तो चलिए स्कैल्प ट्रेडिंग करने का तरीका जान लेते हैं–
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले चार्ट पर 5 मिनट का timeframe सेलेक्ट करें.
- आप चाहे तो 1 मिनट या 3 मिनट के टाइम फ्रेम का चार्ट भी उपयोग कर सकते हैं.
अब क्योंकि स्काल्पिंग बहुत शॉर्ट टाइम पीरियड के लिए होती है इसलिए अगर आप 15 मिनट की कैंडल का उपयोग करेंगे तो वह बहुत बड़ा टाइम फ्रेम हो जाएगा इसलिए चार्ट पर 5 मिनट timeframe का use करना सही रहेगा।
देखिए जब भी आप किसी भी चार्ट पर ट्रेडिंग करते हैं तो आपको यह पता लगाना होता है कि Price ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा…
मतलब आपको यह पता करना है कि मार्केट bullish होगा या bearish और फिर उसी आधार पर हम ट्रेड लेते हैं.
- तो इसके लिए सबसे पहले हम कुछ indicators का उपयोग करेंगे जिसमें सबसे पहले जो इंडिकेटर है उसका नाम है MACD Indicator.
- तो इंडिकेटर लगाने के लिए आपको चार्ट पर ऊपर की ओर इंडिकेटर का icon दिखाई देगा.
- उस icon पर क्लिक करते ही आपके सामने सभी इंडिकेटर्स खुलकर आ जाएंगे उसमें से आपको MACD सेलेक्ट करना है।
- अगर आपको उस लिस्ट में से MACD इंडिकेटर ना दिखे तो आप सर्च भी कर सकते हैं.
- MACD इंडिकेटर पर क्लिक करते ही यह आपके चार्ट पर लग जाएगा.
जैसे ही MACD इंडिकेटर चार्ट पर अप्लाई हो जाएगा तो आपको चार्ट पर नीचे की ओर दो लाइन दिखाई देगी:
- पहली ऑरेंज लाइन जो सिग्नल लाइन होती है
- और दूसरी ब्लू लाइन जो MACD लाइन होती है.
चलिए अब जानते हैं कि आपको इस इंडिकेटर को देखते हुए स्काल्पिंग ट्रेडिंग कैसे करना है और किस स्ट्रेटजी का उपयोग करना है–
स्कैल्प ट्रेडिंग स्ट्रेटजी (Scalping Trading Strategy in hindi)
देखिए चार्ट पर MACD इंडिकेटर अप्लाई करने के बाद जैसे ही MACD लाइन, सिग्नल लाइन को ऊपर की तरफ काटती है तो माना जाता है कि स्टॉक बुलिश है मतलब यहां से प्राइस ऊपर जा सकता है.
तो जैसे ही MACD लाइन, सिग्नल लाइन को ऊपर की ओर काटे तो आप तुरंत buy कर सकते हैं।
और इसके विपरीत जब MACD लाइन, सिग्नल लाइन को नीचे की तरफ काटती है तो माना जाता है कि स्टॉक बियरिश है मतलब यहां से नीचे ऊपर जा सकता है.
तो जैसे ही MACD लाइन, सिग्नल लाइन को नीचे की ओर काटे तो आप तुरंत sell कर सकते हैं।
उम्मीद करता हूं अब आप समझ गए होंगे कि MACD इंडिकेटर में आपको buy और sell के सिग्नल मिलते हैं. और इस इंडिकेटर का उपयोग करके आप बड़ी आसानी से स्काल्पिंग ट्रेडिंग कर सकते हैं.
लेकिन स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए सिर्फ यही एक इकलौता इंडिकेटर नहीं है इसके अलावा भी काफी सारे इंडिकेटर है जिसकी मदद से आप scalping कर सकते हैं लेकिन यह मुझे स्काल्पिंग करते समय सबसे अधिक प्रॉफिट देता है इसलिए मैंने आपको इसके बारे में बताया.
Note: आपको बता दें कि बहुत सारे लोग बिना किसी इंडिकेटर को लगाए सिर्फ price action को देखकर भी स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते हैं लेकिन यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आपको क्या ज्यादा आसान लग रहा है. आप चाहे तो स्काल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी एक तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्कैल्प ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं (How to earn money from scalping trading in hindi)
जैसा कि अपने ऊपर देखा कि चार्ट पर MACD इंडिकेटर लगाकर आप स्काल्पिंग ट्रेडिंग कर सकते हैं. लेकिन अब मैं आपको उदाहरण देकर प्रैक्टिकल तरीके से बताता हूं कि आखिर आप कैसे स्काल्पिंग ट्रेडिंग करके पैसे कमा सकते हैं–
✅ सबसे पहले आपको वह चार्ट ओपन करना है जिसमें आप ट्रेंडिंग करना चाहते हैं यानी की मान लो आप निफ्टी में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो निफ्टी का चार्ट ओपन करें, अगर आप किसी स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उस स्टॉक का चार्ट ओपन करें.
✅ चार्ट ओपन करने के लिए आप tradingview वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं या फिर आपका जी अप में डीमैट अकाउंट है उसमें जाकर भी आप चार्ट खोल सकते हैं.
✅ चार्ट खोलने के बाद उसमें आपको 5 मिनट का टाइम फ्रेम सेलेक्ट करना है.
✅ इसके बाद MACD indiacator लगाना है.
✅ इतना करने के बाद आपको चार्ट को थोड़ी देर तक देखते रहना है।
✅ कुछ देर बाद जब MACD Line, Signal line को ऊपर की तरफ काटती है तो आपको तुरंत buy कर लेना है,
✅ मान लो जिस समय आपने खरीदा उस समय स्टॉक का प्राइस 100 Rs चल रहा था.
✅ अब क्योंकि आपने MACD को देखकर सही समय पर खरीदा तो इसका मतलब है कि price यहां से ऊपर जाने लगेगा.
✅ अब आपको चार्ट को देखते रहना है और जैसे ही MACD Line, Signal line को नीचे की तरफ काटती है तो तुरंत आपको स्टॉक sell कर देना है।
✅ आप देखेंगे की प्राइस 100 Rs से थोड़ा बहुत बढ़ गया होगा और आपको प्रॉफिट हो चुका होगा. क्योंकि आपके खरीदने के बाद ही स्टॉक bullish पोजीशन में आ गया था.
तो इस प्रकार से आप स्काल्पिंग ट्रेडिंग करके पैसे कमा सकते हैं।
स्काल्पिंग ट्रेडिंग कैसे सीखें (How to learn scalping trading in hindi)
स्काल्पिंग ट्रेडिंग सीखने के लिए आप नीचे दिए गए तरीकों का उपयोग कर सकते हैं–
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग की किताबें पढ़ें, यूट्यूब पर scalping trading की वीडियो देखें, इसके अलावा स्काल्पिंग ट्रेडिंग सीखने के लिए आप ऑनलाइन कोर्स भी ले सकते हैं।
- Moneybhai जैसे वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के द्वारा आप इस scalping trading की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं. यह एक प्रकार की demo trading होती है जिसमें आपको असली पैसों की जरूरत नहीं पड़ती है।
- चूंकि स्काल्पिंग एक शॉर्ट टर्म में पैसा कमाने वाली ट्रेडिंग है इसलिए आपको अलग-अलग इंडीकेटर्स जैसे moving averages, Bollinger Bands या Relative Strength Index (RSI) आदि का use करके अधिक से अधिक प्रेक्टिस करें और सीखें कि चार्ट पर कैसे इन इंडिकेटर का उपयोग करके entry और exit करते हैं।
- स्काल्पिंग में आपको बहुत जल्दी प्रॉफिट कम कर निकालना होता है इसलिए थोड़ा बहुत रिस्क मैनेजमेंट के बारे में भी पढ़ लें।
- Scalping करते समय कभी भी अपनी साइकोलॉजी को बीच में मत आने दें. मतलब ट्रेडिंग करने से पहले से ही आपको कुछ नियम बनाकर चलना चाहिए और उसी के अनुसार ट्रेडिंग करनी चाहिए।
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के नियम (Rules of Scalping Trading in Hindi)
नीचे बताए गए स्काल्पिंग ट्रेडिंग के नियम आपको जरूर फॉलो करना चाहिए–
- स्कैल्प ट्रेडिंग में आपको यह नहीं देखना चाहिए कि एक ट्रेड में मैक्सिमम कितना प्रॉफिट हो सकता है बल्कि जितना जल्दी प्रॉफिट हो, चाहे वह बहुत छोटा प्रॉफिट ही क्यों ना हो, उसे लेकर ट्रेड से बाहर निकल जाना चाहिए।
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग में एक ट्रेड से अधिक प्रॉफिट कमाने की बजाय आपको बहुत सारी ट्रेड से थोड़ा-थोड़ा प्रॉफिट कमाने की कोशिश करना चाहिए.
- Scalpers को हमेशा छोटी प्राइस मूवमेंट से पैसा कमाने की कोशिश करनी चाहिए मतलब अगर थोड़ा सा प्रॉफिट हो तो उसे काटकर बाहर निकल जाना चाहिए.
- आपको हमेशा डिसिप्लिन और अपने इमोशंस पर कंट्रोल रखना चाहिए और अपने द्वारा बनाए गए कुछ निश्चित नियमों को फॉलो करना चाहिए।
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के फायदे (Advantages of Scalping Trading in Hindi)
स्काल्पिंग ट्रेडिंग के कुछ मुख्य फायदे इस प्रकार है–
- स्कैल्पिंग ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इसमें आपको बहुत कम समय में बहुत बड़ा प्रॉफिट हो जाता है. मतलब इस प्रकार की ट्रेडिंग में आप बहुत छोटी प्राइस मूवमेंट से भी बहुत बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
- इस ट्रेडिंग में आप अधिक संख्या में ट्रेड कर सकते हैं क्योंकि इसमें आपको अधिक टाइम तक इंतजार नहीं करना पड़ता बल्कि आप छोटा मुनाफा होने पर ट्रेड से बाहर निकल जाते हैं लेकिन क्योंकि आपके पास शेयर की क्वांटिटी ज्यादा होती है इसलिए आपको प्रॉफिट बड़ा होता है।
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग में मार्केट का रिस्क बहुत कम हो जाता है क्योंकि इसमें आपको लंबे समय तक अपनी पोजीशन को होल्ड नहीं करना पड़ता जिसे मार्केट में आने वाले समय में होने वाली उतार-चढ़ाव का कोई डर नहीं रहता।
- अधिकतर ट्रेडर्स इसी बात से घबराते हैं कि आज जाकर में अपने शेर को होल्ड कर लेता हूं तो पता नहीं कल कौन सी खबर आ जाएगी और मार्केट gap up या gap down होने की वजह से मेरा कितना लॉस हो जाएगा लेकिन स्काल्पिंग ट्रेडिंग में आपको इसकी कोई चिंता करने की जरूरत नहीं होती क्योंकि आप तुरंत प्रॉफिट लेकर बाहर निकल जाते हैं।
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages of Scalping Trading in Hindi)
Scalping trading के नुकसान एक-एक करके नीचे बताए गए हैं–
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग में अधिकतर लोग अपने इमोशंस जैसे (Greed और fear) को कंट्रोल नहीं कर पाते और इसी वजह से उन्हें नुकसान होता है।
- स्काल्पिंग करते समय बहुत सारे लोग चार्ट पर बड़े timeframe का उपयोग करते हैं जैसे– 15 मिनट या 30 मिनट जिससे उनके loss होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग में हमेशा उन्हें स्टॉक में ट्रेड करना चाहिए जिसमें लिक्विडिटी अच्छी खासी हो
- उदाहरण के लिए आप nifty 50 या nifty next50 stocks में ट्रेड कर सकते हैं।
- इसमें आपका स्टॉपलॉस और टारगेट पहले से ही डिसाइड होना बहुत जरूरी है।
- स्काल्पिंग करते समय आपको अपने रिस्क मैनेजमेंट को जिला तरीके से फॉलो करना बहुत जरूरी है वरना इसमें आपको नुकसान भी हो सकता है।
स्कैल्प ट्रेडिंग टिप्स (Best Scalping Trading Tips in Hindi)
यहां पर कुछ स्काल्पिंग ट्रेडिंग टिप्स दी गई है जिनको अगर आप फॉलो करते हैं तो आपके प्रॉफिट की संभावना बढ़ जाएगी–
- हमेशा हाई वोलैटिलिटी मार्केट में ही स्काल्पिंग ट्रेडिंग करें.
- मतलब जब मार्केट में न्यूज़ अनाउंसमेंट, ग्लोबल इवेंट आदि देखने को मिले तो उसे समय ट्रेड करने से अधिक प्रॉफिट हो सकता है।
- अधिकतर सुबह मार्केट खुलते समय और दोपहर को मार्केट बंद होते समय ही स्कैल्प ट्रेडिंग करनी चाहिए।
- स्कैल्प ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर अधिक इंडिकेटर मत लगे बल्कि कुछ चुनिंदा 2 से 3 इंडिकेटर को मास्टर करने की कोशिश करें.
- स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते समय आपको ट्रेड लेने के बाद काफी एक्टिव रहना पड़ता है और चार्ट को बड़े गौर से देखना पड़ता है इसलिए एक fast इंटरनेट कनेक्शन और अच्छे सिस्टम का उपयोग करें।
- शेयर मार्केट में आने वाले इकोनामिक डाटा पर नजर रखें क्योंकि उसे समय मार्केट में बहुत ज्यादा हलचल होती है और इसी बड़ी मूवमेंट से
- scalpers को बहुत बड़ा प्रॉफिट होता है, तो बड़ा प्रॉफिट कमाने के लिए आपको हमेशा बाजार में आने वाली बड़ी खबर को ट्रैक करते रहना चाहिए।
तो यह थी कुछ टिप्स जो स्काल्पिंग ट्रेडिंग करते समय आपकी बहुत काम आएगी।
FAQ’s About Scalping Trading in Hindi
क्या स्कैल्पिंग डे ट्रेडिंग से बेहतर है?
स्कैल्पिंग में आप छोटी प्राइस मूवमेंट से पैसे कमाते हैं जबकि डेट रीडिंग में आप पूरे दिन के दौरान जहां भी आपको ट्रेड करने का मौका देखा है वहां ट्रेड करके पैसे कमाते हैं चाहे फिर पूरे दिन में आपको एक ट्रेड ही क्यों ना मिले. लेकिन स्काल्पिंग में आप छोटा प्रॉफिट लेकर अधिक से अधिक ट्रेड करने की कोशिश करते हैं.
इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि स्काल्पिंग डे ट्रेडिंग से बेहतर है या नहीं क्योंकि दोनों की अपनी-अपनी अलग खासियत है.
स्काल्पिंग ट्रेडिंग के लिए बेस्ट स्ट्रेटजी कौन सी है?
स्काल्पिंग ट्रेडिंग से पैसे कमाने की बेस्ट स्ट्रेटजी यही है कि आपको सुबह 9:15 बजे शेयर मार्केट खुलते समय और दोपहर 3:00 बजे के आसपास मार्केट बंद होते समय ट्रेड करना चाहिए. क्योंकि इस समय अधिकतर ट्रेडर्स अपनी पोजीशन या तो बना रहे होते हैं या फिर काट रहे होते हैं इसलिए अधिक वोलैटिलिटी के चलते आपको प्रॉफिट होने की संभावना बढ़ जाती है।
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के लिए कौन सा टाइम फ्रेम उपयोग करना चाहिए?
स्कैल्प ट्रेडिंग के लिए ट्रेडर्स को हमेशा बहुत छोटे timeframe का उपयोग करना चाहिए जैसे; चार्ट पर 1 मिनट, 3 मिनट और 5 मिनट स्कैल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए सबसे बेस्ट टाइम फ्रेम माना जाता है।
स्काल्पिंग ट्रेडिंग सीखने के लिए बेस्ट बुक कौन सी है?
ट्रेडिंग मास्टरमाइंड और प्राइस एक्शन ट्रेडिंग जैसी किताबें स्काल्पिंग ट्रेडिंग सीखने के लिए बेस्ट हैं. लेकिन इसके अलावा भी आप यूट्यूब वीडियो देखकर और ब्लॉक पढ़ कर भी फ्री में स्काल्पिंग ट्रेडिंग के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं।
स्काल्पिंग ट्रेडिंग के लिए बेस्ट इंडिकेटर कौन सा है?
स्काल्पिंग ट्रेडिंग के लिए MACD यानी moving average convergence divergence सबसे बेस्ट इंडिकेटर है क्योंकि इसमें आपको buy और sell करने का क्लियर सिग्नल पता चलता है और इसके अलावा इस इंडिकेटर की accuracy भी काफी अच्छी है जो अधिकतर आपको प्रॉफिट देकर जाती है।
स्काल्पिंग ट्रेडिंग में सक्सेस रेट कितना है?
स्काल्पिंग ट्रेडिंग की सक्सेस रेट कई सारे फैक्टर पर निर्भर करती है जैसे ट्रेडर्स की स्किल्स, मार्केट मूवमेंट और रिस्क मैनेजमेंट आदि. लेकिन एक डाटा के अनुसार स्कैल्प ट्रेडिंग में आमतौर पर 30-50% success rate होती है मतलब 100 में से 50 से भी कम लोग होते हैं जो scalping trading में सफल हो पाते हैं।
स्कैल्प ट्रेडिंग के लिए बेस्ट ऐप कौन सी है?
वैसे तो मार्केट में स्कैल्प ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे ट्रेडिंग एप्स मौजूद है लेकिन upstox, zerodha angel one और Groww सबसे बेस्ट ट्रेडिंग एप्स माने जाते हैं और इन्हीं पर अधिकतर लोग अपनी ट्रेडिंग की शुरुआत करते हैं।
क्या स्कैल्प ट्रेडिंग लीगल है?
जी हां इंडिया में स्कैल्प ट्रेडिंग पूरी तरह से लीगल है लेकिन इसमें होने वाला जोखिम भी आपका ही है। इसमें आप कम समय में ज्यादा पैसा कमा सकते हैं वहीं उतने ही समय में ज्यादा पैसा गवा भी सकते हैं इसीलिए स्काल्पिंग में रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान जरूर रखें।
Scalping Trading kya hai in Hindi ‘Conclusion’
इस पोस्ट (scalping trading in hindi) में हमने आपको बताया है कि स्काल्पिन ट्रेडिंग क्या है और कैसे काम करती है, स्काल्पिंग ट्रेडिंग कैसे करें और स्काल्पिंग ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए. इसके अलावा हमने आपको स्काल्पिंग ट्रेडिंग के नियम फायदे नुकसान आदि के बारे में भी बताया।
मुझे पूरी उम्मीद है कि अब तक आप स्काल्पिंग ट्रेडिंग के बारे में बहुत कुछ जान गए होंगे और आगे चलकर जब आप लाइव मार्केट में ट्रेडिंग करेंगे तो यह जानकारी आपकी बहुत काम आएगी.
ये भी पढ़ें,
- नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीखें?
- शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करें?
- इंट्राडे ट्रेडिंग से रोज 1000 रुपये कैसे कमाएं?
अगर अभी भी आपके मन में scalping trading से संबंधित कोई भी सवाल है तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछे.
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