शेयर खरीदने के नियम | शेयर बाजार में पैसा लगाने के नियम | शेयर मार्केट में निवेश करने के नियम | शेयर मार्केट से पैसे कमाने के नियम | शेयर मार्केट के नए नियम | शेयर खरीदने का तरीका
शेयर बाजार में निवेश करना आपके पैसे को बढ़ाने और अपने financial future को सुरक्षित करने का एक शानदार तरीका है, लेकिन यदि आप शेयर बाजार के नियमों को नहीं जानते हैं तो यह एक जोखिम भरा प्रयास भी हो सकता है।
इसलिए हर निवेशक के लिए शेयर खरीदने के नियमों को समझना बहुत important है। ये नियम आपको सही investment decision लेने और आपके पैसे को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।
इस पोस्ट में, हम सबसे महत्वपूर्ण शेयर खरीदने के नियम के बारे में जानने वाले हैं. जिसमें निवेश करने के लिए सही कंपनियों की पहचान कैसे करें, स्टॉप लॉस रणनीति का महत्व, long term और short term निवेश के बीच का अंतर, और बहुत कुछ शामिल है। इन नियमों को समझकर और उनका पालन करके आप शेयर बाजार में सफलता की संभावना बढ़ा सकते हैं।
शेयर खरीदने के नियम
“शेयर खरीदने के नियम” शेयर बाजार में निवेश के लिए कुछ guidelines होती हैं। इन नियमों के अंतर्गत share में निवेश करने के लिए सही कंपनियों पर रिसर्च, मल्टीबैगर शेयर को सेलेक्ट करना, स्टॉप लॉस जैसी रणनीतियों के माध्यम से risk को manage करना, और financial स्टेटमेंट पढ़ना और पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन करना शामिल है।
इन शेयर बाजार के नियम का पालन करने से शेयर बाजार में सफलता की संभावना बढ़ सकती है और आपकी इन्वेस्टमेंट grow होने के चांसेस भी बढ़ जाते हैं। तो चलिए अब शेयर खरीदने के इन सभी नियमों को एक-एक करके जान लेते हैं–
1. शेयर खरीदने के समय कंपनी पर रिसर्च करें
शेयर खरीदने के नियम का पहला नियम है कि आपको कंपनी की जांच और विश्लेषण करना चाहिए। आपको कंपनी के बारे में सारी जानकारी होनी चाहिए जिससे कि आपको कंपनी के भविष्य में होने वाले growth और performance के बारे में पता चले।
इसके अलावा आपको कंपनी के financial statements, management, industry और market trends के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपको Reliance Industries के शेयर खरीदने है तो आपको Reliance के financial statements चेक करनी चाहिए,
- कंपनी के management के बारे में जान लेना चाहिए,
- Reliance के industry और market trends के बारे में जान लेना चाहिए।
- आपको पता होना चाहिए कि Reliance के भविष्य में growth की संभावना क्या है।
अगर आपको लगता है कि Reliance के भविष्य में growth है तो आप उसके share खरीद सकते हैं।
साथ ही आपको ध्यान देना चाहिए कि शेयर बाजार में अधिकांश लोग शार्ट टर्म gains के लिए share खरीदते हैं लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो आपको कंपनी के भविष्य में होने वाले growth potential और performance के बारे में सोच-समझ करके फैसला लेना चाहिए।
2. निवेश पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई करें
“शेयर खरीदने के नियम” का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण नियम है कि अपने portfolio को विभिन्न सेक्टर और उद्योग में diversify करें। यदि आपका portfolio में एक ही सेक्टर के stocks है, तो आपका risk अधिक होगा क्योंकि उस सेक्टर में समस्या आने पर आप का संपूर्ण पोर्टफोलियो डाउन हो सकता है।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपके पास Reliance Industries, TATA Motors, HDFC Bank और Infosys के share हैं तो आपकी कंपनियों के सेक्टर और industry में विविधता है।
- यदि Reliance Industries में कुछ समस्या आती है तो TATA Motors, HDFC Bank और Infosys के share आपके पोर्टफोलियो को सुरक्षित रहेंगे।
इससे आपका invesment Risk भी कम हो जाता है क्योंकि अगर एक सेक्टर में बहुत बड़ा downfall आता भी है तो आपका पूरा पोर्टफोलियो red नहीं होता। इसीलिए एक ही सेक्टर के stocks पर depend होने की बजाए अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों के शेयर खरीदकर अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें।
3. शेयर खरीदते समय फंडामेंटल रिसर्च करें
“शेयर खरीदने के नियम” में तीसरा important नियम है कि आपको कंपनी की फंडामेंटल एनालिसिस करनी चाहिए। ये आपको कंपनी के फाइनेंशियल हेल्थ के बारे में जानकारी देगा।
साथ ही आपको कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स, रेवेन्यू, प्रॉफिट, डेट्स, एसेट्स और ग्रोथ पोटेंशियल के बारे में जानना चाहिए। fundamental analysis आपको कंपनी के मौजूदा परफॉर्मेंस और फ्यूचर में होने वाले ग्रोथ के बारे में आइडिया दे देता है।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपको रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर खरीदने हैं तो आपको रिलायंस के financial statements, रेवेन्यू, प्रॉफिट, डेट्स, एसेट्स और growth potential के बारे में जानना चाहिए।
- ये आपको कंपनी के मौजूदा परफॉर्मेंस और फ्यूचर में होने वाले ग्रोथ के बारे में आइडिया देगा।
- इसके अलावा आपको पता होना चाहिए कि रिलायंस के फ्यूचर में ग्रोथ की संभावना क्या है।
- फंडामेंटल एनालिसिस आपको सही स्टॉक सेलेक्ट करने में बहुत मदद करता है।
- ये आपको कंपनी के फाइनेंशियल स्टेबिलिटी, ग्रोथ पोटेंशियल और future prospect के बारे भी में जानकारी देता है।
- साथ ही आपको कंपनी के इंडस्ट्री और मार्केट ट्रेंड्स के बारे में भी जानना चाहिए।
- फंडामेंटल एनालिसिस आपको कंपनी के लॉन्ग टर्म पोटेंशियल के को जानने में भी मदद करता है जिससे आपको लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए सही stock सेलेक्ट कर पाते हैं।
- इससे आपको कंपनी के मैनेजमेंट, प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के बारे में भी जानने में मदद मिलती है।
जानिए– फंडामेंटल एनालिसिस क्या होती है और कैसे करते हैं?
4. मार्केट ट्रेंड और टेक्निकल एनालिसिस की जानकारी होना चाहिए
अगला शेयर खरीदने का नियम है कि आपको market trend और टेक्निकल एनालिसिस के बारे में जानना चाहिए।
- टेक्निकल एनालिसिस आपको स्टॉक के past performance और फ्यूचर पोटेंशियल के बारे में आइडिया देगा।
- आपको चार्ट पैटर्न, मूविंग एवरेज और ट्रेंड लाइन्स के बारे में जानना चाहिए।
- ये आपको स्टॉक के शॉर्ट टर्म पोटेंशियल के बारे में आइडिया देगा।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपको रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर खरीदने हैं तो आपको रिलायंस के पिछले प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं के बारे में जानना चाहिए।
- आपको चार्ट पैटर्न, कैंडलस्टिक पेटर्न, मूविंग एवरेज और trendlines के बारे में जानना चाहिए। ये
- आपको स्टॉक के शॉर्ट टर्म पोटेंशियल के बारे में आइडिया देगा।
- आपको पता होना चाहिए कि रिलायंस के शेयर बाजार में क्या ट्रेंड है।
- आपको मार्केट ट्रेंड्स के बारे में भी जानना चाहिए।
- ये आपको स्टॉक मार्केट के overall performance के बारे में आइडिया देगा।
- आपको मार्केट के bull और bear फेज के बारे में जनाना चाहिए।
- ये आपको स्टॉक मार्केट में निवेश करने के सही समय के बारे में आइडिया देगा।
जानिए– शेयर खरीदने का तरीका – शेयर मार्केट में निवेश कैसे करें?
5. अपनी रिस्क कैपेसिटी के अनुसार ही शेयर खरीदना चाहिए
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का अगला नियम (share buying rule) है कि आपको अपने risk tolerance level यानी रिस्क लेने की क्षमता के बारे में जानना चाहिए।
यह आपको बताएगा कि आप कितना जोखिम ले सकते हैं। आपको अपने financial goals और वर्तमान financial condition के बारे में जानना चाहिए। ये आपको बताएंगे कि आपको किस तरह के स्टॉक खरीदने चाहिए।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपको शॉर्ट-टर्म gain के लिए स्टॉक खरीदना है तो आपको हाई-रिस्क स्टॉक खरीदना चाहिए जिसे आपको जल्दी रिटर्न मिले।
- अगर आपको लॉन्ग टर्म गेन के लिए स्टॉक्स खरीदना है तो आपको low risk stocks खरीदना चाहिए जिससे आपको लॉन्ग टाइम में कंपाउंडिंग के जरिए अच्छे रिटर्न मिल सके।
- आपको अपने रिस्क टॉलरेंस लेवल के बारे में जानना चाहिए ताकि आप अपने investment के लिए सही स्टॉक्स सेलेक्ट कर सकें।
- आपको अपने वित्तीय लक्ष्य और आर्थिक स्थिति के बारे में जानना चाहिए ताकि आप अपने निवेश के लिए सही रणनीति बना सकें। ये आपको अपने निवेश के लिए सही फैसले लेने में मदद करेगा।
6. शेयर खरीदने के बाद अपने इन्वेस्टमेंट को ट्रैक करते रहें
“शेयर खरीदने के नियम” का छठा सबसे महत्वपूर्ण नियम है कि आपको अपने निवेश के प्रदर्शन को ट्रैक करना चाहिए। ये आपको बताएंगे कि आपके निवेश कितने लाभदायक (profitable) हैं और आपको उसमें किस तरह के बदलाव करने चाहिए।
आपको अपने निवेश के प्रदर्शन को नियमित आधार पर चेक करना चाहिए, ये आपको स्टॉक के ट्रेंड और मार्केट के बदलाव के बारे में जानने में मदद करेगा।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपको किसी कंपनी के शेयर खरीदने हैं तो आपको अपने निवेश के प्रदर्शन को नियमित आधार पर चेक करना चाहिए।
- अगर आपको लगता है कि उस कंपनी के स्टॉक की फ्यूचर में ग्रोथ है लेकिन आपको परफॉर्मेंस चेक करने से पता चलता है कि उस कंपनी के share का स्टॉक मार्केट में ट्रेंड डाउन है तो आपको अपने इनवेस्टमेंट को sell कर देना चाहिए।
ये आपको अपने निवेश के प्रदर्शन को ट्रैक करने में मदद करेगा और आपको सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद करेगा। आपको अपने निवेश के प्रदर्शन को नियमित आधार पर जांचना चाहिए ताकि आप अपने निवेश के लिए सही निर्णय ले सकें।
7. सही समय पर शेयर खरीदना और बेचना चाहिए
Share kharidne ke niyam का अगला important नियम है कि आपको अपने निवेश के लिए सही समय पर खरीदना और बेचना चाहिए।
ये आपको अपने निवेश के मुनाफे को अधिकतम करने में मदद करेगा। आपको स्टॉक मार्केट के ट्रेंड्स और कंपनी के परफॉर्मेंस के बारे में जानना चाहिए। ये आपको अपने निवेश के लिए सही समय पर खरीदने और बेचने में मदद करेगा।
उदाहरण के लिए,
- अगर आपको TCS के शेयर खरीदने हैं तो आपको अपने निवेश के लिए सही समय पर खरीदना और बेचना चाहिए।
- ये आपको अपने निवेश के मुनाफे को अधिकतम करने में मदद करेगा।
- आपको TCS के स्टॉक मार्केट में ट्रेंड और कंपनी के परफॉर्मेंस के बारे में जानना चाहिए।
जैसा कि मैंने पिछले पॉइंट में बताया कि अगर आपको लगता है कि रिलायंस के स्टॉक की फ्यूचर में ग्रोथ है लेकिन आपको पता चलता है कि रिलायंस के स्टॉक मार्केट में ट्रेंड डाउन है तो आपको अपने निवेश को बेचना चाहिए।
ये आपको अपने निवेश के मुनाफे को अधिकतम करने में मदद करेगा। आपको अपने निवेश के लिए सही समय पर खरीदना चाहिए और बेचना चाहिए ताकि आप अपने निवेश के profit को maximize कर सकें।
8. शेयर खरीदते समय सही रिसर्च करना जरूरी है
शेयर खरीदने का अगला नियम है कि आपको अपने निवेश के लिए सही रिसर्च करना चाहिए।
- ये आपको अपने निवेश के लिए सही फैसले लेने में मदद करेगा।
- आपको कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स, रेवेन्यू, प्रॉफिट, डेट्स, एसेट्स और ग्रोथ पोटेंशियल के बारे में जानना चाहिए।
- ये आपको कंपनी के मौजूदा परफॉर्मेंस और फ्यूचर में होने वाले ग्रोथ के बारे में आइडिया देगा।
- आपको कंपनी के इंडस्ट्री और मार्केट ट्रेंड्स के बारे में भी जानना चाहिए।
ये आपको अपने निवेश के लिए सही रिसर्च करने में मदद करेगा जिससे आप अपने निवेश के लिए सही फैसले ले सकेंगे।
9. शेयर खरीदने के लिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद लेना चाहिए
शेयर में पैसा इन्वेस्ट करने का अगला नियम है कि आपको अपने निवेश के लिए किसी एक्सपर्ट से सलाह लेना चाहिए। ये आपको अपने निवेश के लिए सही फैसले लेने में मदद करेगा।
आपको अपने इन्वेस्टमेंट के लिए एक्सपर्ट एडवाइस लेना चाहिए इससे आपको मार्केट के ट्रेंड्स और कंपनी के परफॉर्मेंस के बारे में जानने में मदद मिलेगी। इसके लिए आपको अपने निवेश के लिए वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
उदाहरण के लिए, अगर आपको एशियन पेंट के शेयर खरीदने हैं तो आपको अपने निवेश के लिए विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। आपको एशियन पेंट के मार्केट ट्रेंड्स और कंपनी के परफॉर्मेंस के बारे में एक्सपर्ट से जनाना चाहिए। ये आपको अपने निवेश के लिए सही फैसले लेने में मदद करेगा।
10. एक क्लियर स्टॉप लॉस स्ट्रेटजी फॉलो करें
“शेयर खरीदने के नियम” का आखिरी important नियम है कि आपको अपने निवेश के लिए सही स्टॉप लॉस रणनीति रखना चाहिए। ये आपको अपने निवेश के लिए सही जोखिम प्रबंधन करने में मदद करेगा।
आपको अपने निवेश के लिए स्टॉप लॉस पॉइंट रखना चाहिए, जैसे अगर स्टॉक मार्केट में ट्रेंड down हो तो आप अपने निवेश को जल्दी ही बेच दें और अपने संभावित नुकसान को कम से कम कर लें।
उदाहरण के लिए, अगर आपको रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर खरीदने हैं तो आपको अपने निवेश के लिए स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी रखना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि अगर रिलायंस के शेयर बाजार में ट्रेंड डाउन हो तो आपको किस point पर अपने निवेश को बेचना है। ये आपको अपने संभावित नुकसान को कम करने में मदद करेगा।
ये आपको अपने निवेश के लिए सही जोखिम प्रबंधन करने में मदद करेगा। आपको अपने निवेश के लिए स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी रखना चाहिए ताकि अगर स्टॉक मार्केट में ट्रेंड डाउन हो तो आप अपने निवेश को जल्दी ही बेच दें और अपने संभावित नुकसान को कम से कम करें।
शेयर मार्केट में पैसा लगाने के नियम (FAQ’s)
शेयर खरीदने के क्या नियम हैं?
शेयर खरीदने के नियम में सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपने निवेश के लिए सही शेयर चुनें, बाजार के ट्रेंड और कंपनी के प्रदर्शन को देखें, लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट के अंतर को समझें, फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स से सलाह ले, और एक सही स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी अपनाएं.
शेयर मार्केट से पैसे कमाने का नियम क्या है?
शेयर मार्केट से पैसे कमाए का नियम यह है कि आपको सही शेयर में सही समय पर पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए। अगर आप फंडामेंटल रिसर्च के द्वारा अच्छी कंपनियों के stocks में निवेश करते हैं तो लंबे समय में आप शेयर बाजार से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
यह कैसे पता चलेगा की किस कंपनी में ग्रोथ की संभावना है?
कंपनी का financial performance, बाजार के ट्रेंड, और भविष्य की विकास योजनाएं देख कर आप कंपनी में growth की संभावना जान सकते हैं। आप financial expert से भी सलाह ले सकते हैं।
long term और short term निवेश में क्या फ़र्क है?
Long term investment में आप अपने खरीदे गए शेयर को लंबे समय तक रखते हैं जिसे आपको compoundeed return मिलते है। जबकि शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में आप अपने खरीदे हुए stocks को कुछ हफ्ते या महीने में ही sell कर देते हैं।
शेयर में कितना पैसा निवेश करना चाहिए?
ये आपके फाइनेंसियल कंडीशन और निवेश लक्ष्य के हिसाब से अलग-अलग होता है। आपको अपने बजट और वित्तीय लक्ष्यों को देख कर तय करना चाहिए कि आप कितना पैसा शेयर में निवेश करना चाहते हैं। आपको अपने रिस्क मैनेजमेंट पर भी विचार करना चाहिए। साथ ही आपको experts से भी सलाह लेना चाहिए ताकि आपको सही फैसला ले।
शेयर खरीदने के नियम – ‘निष्कर्ष’
अंत में मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं कि अगर आपको शेयर बाजार में सफल होना है तो ऊपर दिए गए शेयर खरीदने के नियम (share buying rules) फॉलो करना प्रत्येक निवेशक के लिए बहुत जरूरी है।
यह बात याद रखें की शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने पर थोड़ा बहुत रिस्क तो हमेशा होगा लेकिन इन नियमों को फॉलो करके आप अपने जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
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उम्मीद करता हूं आपको इस पोस्ट में बताए गए सभी share buying rules in hindi की जानकारी उपयोगी लगी होगी।
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