इस हफ्ते (16 दिसंबर से 20 दिसंबर) शेयर बाजार कैसा रहेगा? – (6 BIG NEWS)

Share Market Prediction This Weak: इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि आने वाला हफ्ता यानी next 5 दिन शेयर बाजार के लिए कैसे रहेंगे? मतलब कितने दिन शेयर मार्केट खुलेगा और इस हफ्ते यानी (16 दिसंबर से लेकर 20 दिसंबर तक) बाजार में कौन-कौन सी बड़ी खबरें हमें देखने को मिल सकती हैं जिससे कि बाजार में बड़ी तेजी मंदी आ सकती है.

इस हफ्ते शेयर मार्केट कैसा रहेगा

तो आज हम ऐसी ही 5 बड़ी खबरों के बारे में आपको बताएंगे जो इस हफ्ते बाजार में बड़ा उतार- चढ़ाव ला सकती हैं. मतलब अगर आप शेयर बाजार में काम करते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा इसलिए अंत तक पूरा जरूर पढ़ना.

इस हफ्ते कितने दिन शेयर बाजार खुलेगा?

इस हफ्ते बाजार पूरा पांचो दिन खुलेगा. मतलब इस हफ्ते आप बिना किसी रुकावट के पूरे पांचों दिन बिना किसी रूकावट के स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग कर सकते हैं।

अभी शेयर बाजार का माहौल कैसा है?

आपको पता होगा पिछले महीने अक्टूबर में बाजार में काफी बड़ी गिरावट हुई थी क्योंकि अभी 21 नवंबर तक चली थी लेकिन उसके बाद से महाराष्ट्र में सेंट्रल यानी बीजेपी की जीत के बाद शेयर मार्केट का सेंटीमेंट पॉजिटिव हो चुका है इसीलिए 22 नवंबर से शेयर बाजार रिकवर होने लगा है लेकिन आगे यह तेजी जारी रहेगी या नहीं इसका फैसला मार्केट में आने वाली पॉजिटिव ओर नेगेटिव खबरों से तय होगा क्योंकि खबरों से ही मार्केट का सेंटीमेंट तय होता है जिससे लोग अपने शेयर खरीदने और बेचते हैं और तभी बाजार में तेजी या गिरावट आती है।

पिछले 5 दिनों में देखा जाए हमें Nifty 50 में हमें 0.42% की मामूली तेजी देखने को मिली है, और BankNifty में 0.05% की तेजी देखने को मिली है.

चलिए एक-एक करके इस हफ्ते बाजार में हलचल लाने वाली कुछ इंपॉर्टेंट खबरों के बारे में जान लेते हैं–

Share market prediction this week 📈✨

इस हफ्ते शेयर मार्केट पर प्रभाव डालने वाले मुख्य इवेंट्स और उनकी संभावनाएं 📊📈

इस हफ्ते भारतीय शेयर मार्केट का प्रदर्शन कई बड़े इवेंट्स और ग्लोबल संकेतों पर निर्भर करेगा। यहां हम आपको विस्तार से बताएंगे कि कौन-कौन से इवेंट्स मार्केट को प्रभावित कर सकते हैं और उनके संभावित प्रभाव क्या हो सकते हैं। 🧐

1. US Fed Meeting: ब्याज दरों पर क्या होगा फैसला? 💵

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक इस हफ्ते सबसे महत्वपूर्ण इवेंट है।

संभावना: हालांकि, बाजार को उम्मीद है कि फेड ब्याज दरों को स्थिर रखेगा, लेकिन चेयरमैन जेरोम पॉवेल का बयान आर्थिक वृद्धि और ब्याज दरों के भविष्य पर मार्केट को दिशा देगा।

भारत पर प्रभाव: अगर फेड अपने रुख को हॉकिश (सख्त) रखता है, तो विदेशी निवेशक (FIIs) भारतीय बाजार से पैसा निकाल सकते हैं, जिससे निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट आ सकती है। 😟

👉 अगर फेड नरम रुख अपनाता है, तो बाजार को राहत मिल सकती है और निफ्टी 25000 का स्तर पार कर सकता है। 🌟

2. FII और DII गतिविधियां: भारतीय निवेशकों की भूमिका 📊

पिछले कुछ हफ्तों से FIIs ने भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली की है।

महत्वपूर्ण आंकड़े:

  • FIIs की बिकवाली के कारण अक्टूबर में निफ्टी में लगभग 8% की गिरावट दर्ज हुई।
  • इस हफ्ते, अगर FIIs का रुख नकारात्मक रहता है, तो मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक्स दबाव में आ सकते हैं।
  • वहीं, DIIs (घरेलू संस्थागत निवेशक) का सकारात्मक रुख बाजार को कुछ समर्थन दे सकता है।

👉 निवेशकों को ब्लू-चिप स्टॉक्स में बने रहने की सलाह दी जाती है। ✅

3. कच्चे तेल की कीमतें: क्रूड ऑयल का खेल 🛢️

Middle East में जारी तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतें ऊंचाई पर हैं।

क्या होगा असर?: अगर कच्चे तेल की कीमतें $90 प्रति बैरल के ऊपर रहती हैं, तो यह भारतीय बाजार के लिए नकारात्मक होगा।

आयात पर निर्भर कंपनियां (जैसे कि पेंट्स, एविएशन, और फर्टिलाइजर सेक्टर) पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। ✈️🎨

👉 हालांकि, अगर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आती है, तो यह बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के लिए सकारात्मक संकेत हो सकता है। 🚗🏦

4. कमोडिटी मार्केट से संकेत: गोल्ड और मेटल्स 📉✨

कमोडिटी बाजार, खासतौर पर गोल्ड और बेस मेटल्स, इस हफ्ते निवेशकों का ध्यान खींचेंगे।

  • गोल्ड: अगर ग्लोबल अनिश्चितता बढ़ती है, तो गोल्ड की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे गोल्ड-लिंक्ड शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।
  • मेटल्स: चीन से जुड़े संकेत, जैसे कि मैन्युफैक्चरिंग डेटा, बेस मेटल्स के दाम तय करेंगे।
  • भारत पर असर: स्टील और एल्युमीनियम कंपनियों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। ⚙️

👉 चीन का डेटा सकारात्मक रहा तो मेटल सेक्टर में मजबूती आ सकती है। 💪

5. डॉलर इंडेक्स और रुपए की चाल: करेंसी का असर 💱

डॉलर इंडेक्स की मजबूती और रुपया कमजोर होने से IT और फार्मा सेक्टर को लाभ हो सकता है।

क्या देखें?: अगर रुपया 83 के स्तर से नीचे आता है, तो यह निर्यात आधारित सेक्टर्स (IT और फार्मा) के लिए फायदेमंद होगा।

भारत पर असर: इंपोर्ट पर निर्भर कंपनियों के लिए यह चिंता का विषय बन सकता है।

👉 निवेशक IT सेक्टर के प्रमुख स्टॉक्स जैसे TCS और Infosys पर नजर बनाए रखें। 📌

सेक्टोरल आउटलुक: किन सेक्टर्स पर ध्यान दें? 📂

1. बैंकिंग और फाइनेंशियल:

  • अगर ब्याज दरें स्थिर रहती हैं, तो बैंकिंग सेक्टर में तेजी आ सकती है।
  • बड़े बैंक जैसे HDFC Bank और ICICI Bank पर नज़र रखें। 🏦

2. IT और फार्मा:

  • डॉलर में मजबूती से इन सेक्टर्स को सपोर्ट मिल सकता है।
  • Infosys, Sun Pharma और Dr. Reddy’s में निवेश के अवसर देखे जा सकते हैं। 💻💊

3. ऑटो और कंज्यूमर ड्युरेबल्स:

फेस्टिवल डिमांड के कारण ऑटो और कंज्यूमर गुड्स में सकारात्मकता बनी रह सकती है। 🚗🎉

निवेशकों के लिए रणनीति: इस हफ्ते कैसे करें ट्रेड? 📈🤔

1. डायवर्सिफिकेशन पर ध्यान दें:

ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच अपने पोर्टफोलियो को सेक्टर्स में बांटकर रखें।

2. ब्लू-चिप स्टॉक्स चुनें:

अस्थिरता के बीच ब्लू-चिप स्टॉक्स में निवेश करें, क्योंकि ये कम जोखिम वाले होते हैं।

3. शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में सावधानी बरतें:

मार्केट में उतार-चढ़ाव की संभावना को देखते हुए स्टॉप लॉस का उपयोग करें।

4. लार्ज-कैप पर फोकस करें:

लार्ज-कैप स्टॉक्स, जो बाजार में स्थिरता बनाए रखते हैं, को प्राथमिकता दें।

निष्कर्ष: इस हफ्ते की तैयारी कैसे करें? 🧐📅

इस हफ्ते शेयर मार्केट का रुझान US Fed Meeting, ग्लोबल कमोडिटी प्राइस, और FIIs की गतिविधियों पर निर्भर करेगा।

👉 निवेशकों को लंबी अवधि के लिए गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में बने रहना चाहिए और शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में सतर्कता बरतनी चाहिए। 📊

🎯 सुझाव:

  • कच्चे तेल और डॉलर इंडेक्स पर नजर बनाए रखें।
  • फेड मीटिंग के बाद मार्केट की चाल समझने के लिए IT और बैंकिंग सेक्टर को फोकस करें।

🔔 मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच, स्मार्ट निवेश ही आपकी सफलता की कुंजी है। 💡

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