क्या शेयर मार्केट में फुल टाइम करियर बनाया जा सकता है? कौन-कौन से जॉब या करियर ऑप्शंस हैं जो स्टॉक मार्केट में बनाए जा सकते हैं?
इस पोस्ट में मैं आपको-
- शेयर मार्केट में कैरियर कैसे बनाएं?
- कौन-कौन से कैरियर स्टॉक मार्केट में संभव हैं?
- स्टॉक मार्केट में भविष्य में क्या स्कोप है? और
- अगर आप स्टॉक मार्केट में अपना करियर बनाना चाहते हैं या फिर जॉब करना चाहते हैं तो आपको आगे चलकर क्या करना पड़ेगा।
यह सब मैं आपको आज बताने वाला हूं।
शेयर मार्केट में करियर कैसे बनाएं?
स्टॉक मार्केट में करियर बनाना तो बहुत सारे लोग चाहते हैं क्योंकि सबको पता है कि स्टॉक मार्केट ही एक ऐसा बाजार है जहां से बहुत सारा पैसा कमाया जा सकता है और अगर शेयर मार्केट में करियर बन गया तो फिर हम बहुत अमीर बन सकते हैं।
और सच तो यह है कि लोगों का यह सोचना गलत भी नहीं है क्योंकि ऐसे ही थोड़ी ना कहा गया है कि-
“शेयर मार्केट वह कुआं है जो पूरे इंडिया की पैसे की प्यास बुझा सकता है।”
तो एक बात तो पक्की है कि शेयर मार्केट से बहुत पैसा कमाया जा सकता है चाहे आप खुद के पैसे से पैसा बनाएं या फिर आप दूसरों के पैसे से पैसा बनाएं बस शर्त यह है कि आप शेयर मार्केट के सभी नियमों का पालन करें।
स्टॉक मार्केट में करियर बनाने के क्या तरीके है?
स्टॉक मार्केट में आप दो तरीके से कैरियर बना सकते हैं;
- पहला: जब आपके पास पैसे हैं और उन पैसों से आप शेयर मार्केट में करियर बनाना चाहते हों।
- दूसरा: जब आपके पास पैसे ना हों तो हो सकता है शायद आप दूसरों से पैसा लेकर स्टॉक मार्केट में करियर बनाना चाहते हों
बस यही 2 तरह के लोग होते हैं जो शेयर मार्केट में करियर बनाना चाहते हैं।
आइए एक-एक करके इनके बारे में बात कर लेते हैं;
जब आपके पास पैसा हो तो शेयर मार्केट में करियर कैसे बनाएं?
अगर आपके पास पैसा है और उस पैसे से आप और पैसा कमाना चाहते हैं और फुल टाइम शेयर मार्केट के काम में इंवॉल्व होना चाहते हैं तो आपके लिए दो करियर विकल्प मौजूद हैं:
- या तो आप फुल टाइम ट्रेडर बन सकते हैं
- या फिर फुल टाइम इन्वेस्टर बन सकते हैं।
इन दोनों में ही कैरियर बनाने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी एक ब्रोकर के यहां अकाउंट खोलना होगा चाहे वह डिस्काउंट ब्रोकर हो, टेक्नोलॉजी ब्रोकर या फिर Traditional Broker हो।
आपको बस क्लाइंट बनकर ब्रोकर के यहां अकाउंट खोलना है, पैसे लगाना है और ट्रेडिंग करना है या इन्वेस्टिंग करना है।
मैं आपको बता दूँ कि इसमें किसी भी तरह की qualification की जरूरत नहीं है तो आपको स्टॉक मार्केट में करियर बनाने के लिए किसी भी exam को पास करने की जरूरत नहीं है।
लेकिन अगर आप नॉलेज लेना चाहते हैं और शेयर मार्केट को बेसिक से एडवांस तक पूरा सीखना चाहते हैं तो उसके लिए बहुत सारे स्टॉक मार्केट कोर्स उपलब्ध हैं।
जब आपके पास पैसा ना हो तो शेयर मार्केट में करियर कैसे बनाएं?
अगर आपके पास पैसे नहीं हैं लेकिन फिर भी आप शेयर मार्केट में कैरियर बनाना चाहते हैं तो कैसे बना सकते हैं?
क्योंकि बहुत सारे लोगों का सवाल होता है कि शेयर मार्केट में जॉब कैसे करें तो आज हम आपको विस्तार से यही बताने वाले हैं।
अगर आप मार्केट में कदम रखना चाहते हैं और दूसरों का पैसा मैनेज करना चाहते हैं या फिर शेयर मार्केट में जॉब करना चाहते हैं तो कुछ qualification की जरूरत है जो आपको पूरी करनी पड़ेगी-
नोट: आपको बता दें कि ये qualification आपकी जो Academic qualification है उनके अलावा है
मतलब अगर आपने 12th, ग्रेजुएशन या फिर पोस्ट ग्रेजुएशन की है जैसे- B.sc, Bcom, MBA, Btech आदि किसी सी स्ट्रीम से चाहे वह Art हो, science हो, Math हो या History कोई भी हो।
इसका शेयर मार्केट में जॉब मिलने से कोई भी संबंध नहीं है।
यह मैं आपको इसलिए बता रहा हूं क्योंकि कुछ लोग सोचते हैं कि कॉमर्स बैकग्राउंड वाले स्टूडेंट को ही शेयर मार्केट में अच्छा जॉब मिल सकता है या फिर केवल वही शेयर मार्केट से अमीर बन सकता है जिसने Accounting की पढ़ाई की हो।
क्या स्टॉक मार्केट में जॉब करने के लिए ग्रेजुएशन होना जरूरी है?
आपको बता दें कि स्टॉक मार्केट में जॉब पाने के लिए आपका ग्रेजुएशन होना चाहिए और उस ग्रेजुएशन के साथ साथ मार्केट रेगुलेटर के जो qualification और certification हैं उनको पास करना जरूरी है।
मार्केट रेगुलेटर बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन जरूरी है?
आपने शायद NISM यानी National Institute for Security Market का नाम सुना होगा जोकि एक ऑर्गेनाइजेशन है। इसे सेबी द्वारा स्थापित किया गया है।
अगर आप शेयर मार्केट में किसी भी तरह का फुल टाइम काम करना चाहते हैं भले ही वह आप अपना पैसा इन्वेस्ट नहीं करना चाहते हों।
लेकिन अगर आप शेयर मार्केट में जॉब करना चाहते हैं या दूसरों का पैसा मैनेज करना चाहते हैं या दूसरों को स्टॉक मार्केट में गाइड करना चाहते हैं तो आपको NISM कोई ना कोई सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा।
NISM के कौन-कौन से सर्टिफिकेट हैं?
अगर आप NISM की वेबसाइट पर जाएंगे और certification पर क्लिक करेंगे तो आप certification examination पेज पर पहुंच जाएंगे जहां पर आपको पता लग जाएगा कि कौन कौन से exam है जो आपको देना पड़ेगा।
इस पेज पर आपको NISM एक लिस्ट दिख जाएगी जिसमें कौन-कौन से exam आपको किस purpose के लिए देना है। कुछ exam इसके अंदर mandatory हैं यानी कि उसे देना जरूरी है जबकि कुछ exam voluntary हैं मतलब आपकी इच्छा है अगर देना चाहते हैं तो दे सकते हैं वरना कोई जरूरत नहीं है।
शेयर मार्केट में डेरीवेटिव डीलर का जॉब कैसे करें?
मान लीजिए अगर आप डेरिवेटिव्स में ‘डीलर’ बन गए तो आपको क्लाइंट के आर्डर पर काम करना है मतलब अगर क्लाइंट बोलता है कि इस ट्रेड को execute करना है तो आपको करना पड़ेगा।
तो अगर आप स्टॉक मार्केट में डेरिवेटिव्स में ‘डीलर‘ बनना चाहते हैं तो आपको पहले डेरिवेटिव का exam पास करना पड़ेगा जो आपको इसी certification examination पेज पर दिख जाएगा।
अगर आप स्क्रीन पर देखेंगे तो इस डेरीवेटिव के Exam का नाम है ‘NISM Series-8′ यह इक्विटी डेरिवेटिव का एग्जाम है जो आपको पास करना पड़ेगा।
जैसे ही आप इस exam को पास कर लेते हैं उसका सर्टिफिकेट आपको मिल जाएगा। फिर आप किसी भी ब्रोकर को approch कर सकते हैं वो आपको Employee बना सकता है।
देखिये Employee बनना कोई छोटी बात नहीं है क्योंकि उस जॉब से आप शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी छुपी चीजें सीखने को मिलती हैं और अगर देखा जाए तो-
“दुनिया के सबसे अमीर इन्वेस्टर Warren Buffett ने भी शुरुआत में किसी और के पास जॉब करके ही शेयर मार्केट का काम सीखा था।“
ठीक इसी प्रकार अगर आप commodity में जॉब करना चाहते हैं, currency में जॉब करना चाहते हैं, Interest rate में जॉब करना चाहते हैं तो इन NISM ने इन सबके लिए एक बहुत ही जबरदस्त common derivative exam बना रखा है जिसका नाम है ‘NISM Series-13′
तो अगर आप ये NISM Series-13 exam पास कर लेते हैं उसके बाद आप सारे Assets के अंदर किसी भी ब्रोकर के यहां employee बनकर काम कर सकते हैं।
NISM पर उपलब्ध सबसे अच्छा एग्जाम कौन सा है?
अगर आप स्टॉक मार्केट में किसी भी ब्रोकर के साथ काम करना चाहते हैं और अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको मेरी सलाह रहेगी कि पहले आप NISM-13 exam दें उसको पास करें। उसके बाद किसी भी ब्रोकर के पास जॉब के लिए अप्लाई करें।
स्टॉक मार्केट में दूसरों को सलाह देने वाला जॉब कैसे करें?
अगर आप किसी को स्टॉक्स recommend करना चाहते हैं मतलब किसी स्टाफ को खरीदने की सलाह देना चाहते हैं तो कोई आपकी सलाह कब लेगा, वह केवल तब लेगा जब आप एक प्रोफेशनल “स्टॉक एडवाइजर” हों।
तो अगर आप चाहते हैं कि आप क्लाइंट को बताएं कि कौन सा स्टॉक खरीदना चाहिए कौन सा बेचना चाहिए? कौन सा शेयर कब लेना चाहिए? स्टॉप लॉस में लेना चाहिए या Take profit में।
या फिर आप लोगों को यह बताना चाहते हैं कि कौन सा सेक्टर अच्छा है और किस सेक्टर में आपको buying और selling करनी चाहिए
मतलब अगर किसी भी तरह का Research oriented advice आप किसी को देना चाहते हैं तो आपको NISM का ‘Research’ का exam pass करना पड़ेगा जोकि है ‘NISM Series-15‘
इस exam को पास करने के बाद आप “Research analyst” के तौर पर जॉब कर सकते हैं।
शेयर मार्केट में Research analyst का जॉब करके करियर कैसे बनाएं?
‘Research analyst’ दो तरीके का occupation या व्यवसाय होता है-
- पहला: आप किसी ब्रोकिंग फर्म या रिसर्च फर्म का Employee बन सकते हैं।
- दूसरा: एक Independent ‘Research provider’ के तौर पर आप खुद का रिसर्च भी चालू कर सकते हैं।
‘Research analyst’ शेयर मार्केट में एक बहुत ही अच्छा डिमांडिंग करियर ऑप्शन है जिसमें धीरे-धीरे बहुत सारे नए लोग अपना करियर बना रहे हैं।
शुरुआत में जब आपको स्टॉक मार्केट रिसर्च के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता तब आप किसी ब्रोकिंग फर्म या रिसर्च फर्म का Employee बनकर काम कर सकते हैं।
लेकिन जब धीरे-धीरे Employee के तौर पर काम करते करते आपका experience और knowledge बढ़ जाए तब आप एक Independent ‘Research provider बनकर खुद का रिसर्च भी चालू कर सकते हो।
खुद Research provider बनने का फायदा यह है कि आप किसी पर निर्भर नहीं है, किसी भी ब्रोकिंग फर्म के साथ associated नहीं हैं, आपके ही नाम का रिसर्च फर्म होता है जहां पर आप यह रिसर्च प्रोवाइड करते हैं।
NISM से Research analyst का certification लेने के बाद क्या करें?
NISM से Research analyst का certification लेने के बाद आपको सेबी की वेबसाइट पर जाकर ‘Research analyst’ के रूप में लाइसेंस लेना पड़ेगा।
तो आपको SEBI की वेबसाइट पर लाइसेंस के लिए अप्लाई करना है जिसमें सेबी के कई criteria होते हैं जोकि SEBI की वेबसाइट पर लिखा रहेगा कि क्या-क्या criteria और requirment हैं, आपका बैकग्राउंड कैसा होना चाहिए जिसके आधार पर ही आपको Research analyst का लाइसेंस मिलेगा।
अब अगर आप चाहते हैं कि वह लाइसेंस आपके पास बना रहे तो आपको हर बार जब आपके exam की expiry date हो जाए तो आपको फिर से दोबारा एग्जाम को पास करना पड़ेगा. ऐसा आपको हर बार करना पड़ेगा तभी वह लाइसेंस आपके पास बना रहेगा.
इन सभी criteria को पूरा करने के बाद आप Independent Research analyst का काम कर पाएंगे।
आपको बता दें कि जब आप किसी कंपनी में employe के रूप में जाएंगे तो वह कम्पनी भी Research analyst का लाइसेंस ले चुकी होगी। आपको बस वहां पर जाकर अपने आप को ऐड करना है।
NOTE: Research analyst का केवल काम होता है रिसर्च करके देना। उसके बाद उसे मतलब नहीं होता है कि क्लाइंट उस research का यूज कर रहा है या नहीं।
शेयर मार्केट में ‘Investment Advisor’ बनकर करियर कैसे बनाएं?
अगर आप Investment Advisor बनना चाहते हैं मतलब आप clients को advice देना चाहते हैं कि कौन से शहर में इन्वेस्ट करना चाहिए? किस पोर्टफोलियो में पैसा लगाना चाहिए?
तो अगर देखा जाए तो यह एक personalized और client specific काम है जिसके लिए आपको “Investment Advisory” का लाइसेंस लेना पड़ेगा।
“Investment Advisory” का लाइसेंस लेने के लिए भी आपको एक exam पास करना पड़ेगा जोकि है ’10A’ वैसे 10A और 10B दोनों ही Investment Advisory से related exam हैं लेकिन आपको ’10A’ exam को पास करना पड़ेगा जो कि mandatory है।
उसके बाद आपको सेबी की वेबसाइट पर जाकर Investment Advisor के रूप में लाइसेंस के लिए अप्लाई करना पड़ेगा।
Research Analyst और Investment Advisor दोनों करियर में क्या अंतर है?
- Research Analyst सिर्फ रिसर्च प्रोवाइड करता है वह किसी भी तरह की recommendation या Advice नहीं देता है कि आपको क्या खरीदना है और क्या बेचना है।
- जबकि Investment Advisor आपको client specific advice देता है। client specific हर क्लाइंट को उसके background को देखकर और उसके हिसाब से क्या सूटेबल रहेगा उसके अनुसार ही advice करता है।
- लेकिन client specific advice देने से पहले आपको आपके client के बारे में सब कुछ पता होना चाहिए इसके लिए पहले आप उसका KYC वेरिफिकेशन कर लें और उसकी पूरी इंफॉर्मेशन ले ले उसके बाद ही client को Advice दें।
- Research Analyst को अपने Client को KYC करवाने की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि उसे पता नहीं करना है कि कौन सा client उसकी रिसर्च को use कर रहा है और कौन नहीं।
- जबकि Investment Advisor को अपने सभी client पर नजर रखनी पड़ती है इसीलिए वह सबसे पहले अपने कस्टमर की KYC करता है जिससे कि उसके पास क्लाइंट की सारी इनफार्मेशन आ जाती है।
NOTE: शेयर मार्केट में Client आप और हम जैसे आम लोंगो को ही कहते हैं जिन्हें किसी भी तरह का exam पास करने की जरूरत नहीं होती है। उन्हें तो बस किसी भी broker के पास अकाउंट खोलना है जैसे; डीमैट अकाउंट हो और ट्रेडिंग अकाउंट और ट्रेडिंग करना चालू कर देते हैं।
शेयर बाजार में फुल टाइम करियर कैसे बनाएं?
अगर आप एक Full-Time occupation के तौर पर शेयर बाजार में करिअर बनाना चाहते हैं और प्रोफेशनल ट्रेडर बनकर शेयर बाजार में काम करना चाहते हैं तो आप या तो ‘Dealer’ बन सकते हैं, ‘Research Analyst’ बन सकते हैं या फिर आप ‘Investment Advisor’ बन सकते हैं।
तो शेयर मार्केट में फुल टाइम करियर बनाने के लिए आपके पास ये 3 ऑप्शन मौजूद है आप चाहें तो किसी भी एक ऑप्शन को चुन सकते हैं।
क्या NISM के एग्जाम पास करके शेयर मार्केट में जॉब पक्का लग जाती है?
NISM के एग्जाम आपसे इसीलिए पास करवाया जाता है ताकि आपको उस लायक बना सकें कि आप दूसरों को शेयर मार्केट में गाइड कर सकें। अगर कोई CA या CFA है उसके साथ अगर NISM का certificate भी है तो ज्यादा चांस हैं कि वह शेयर मार्केट में जॉब कर सकता है।
क्योंकि अगर आप सिर्फ NISM का certificate लेकर client को दिखाएं तो यह काफी नहीं होता है इसलिए आपको add-on qualification की जरूरत होती है।
क्या CA या CFA किये बिना भी शेयर मार्केट में जॉब कर सकते हैं?
अगर आप CA या CFA पास नहीं कर पाते हैं लेकिन फिर भी आपको स्टॉक मार्केट में करियर बनाना है तो आप NSE Acedemy पर जाकर “CRTA” नाम का कोर्स कर सकते हैं तो जब आप NSE की वेबसाइट पर जाएंगे तो वहां पर आपको “CRTA Programme” दिखाई देगा। इस प्रोग्राम में आपको पूरी comprehensive knowledge मिलती है जिसमें आपको Research Analyst और Advisor बनने का भी मौका मिलता है और इसके अलावा आपको ट्रेडिंग करने का भी potential मिलता है।
FINAL WORDS
मैं आशा करता हूं कि अब आपको शेयर मार्केट में करियर कैसे बनाएं? या फिर शेयर मार्केट में जॉब कैसे करें? इससे संबंधित पूरी जानकारी मिल गई होगी लेकिन अगर अभी भी आपका कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं।