जानिए शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहिए या नहीं, शेयर बाजार में निवेश करना सही है या गलत, क्या शेयर बाजार में पैसा डूब सकता है, क्या पैसा लगाने के लिए शेयर मार्केट सही जगह है.
आजकल कोई शेयर मार्केट के बारे में अच्छी बात बोलता है तो वही कुछ लोग शेयर मार्केट को गलत बताते हैं लेकिन ऐसे में किस पर विश्वास किया जाए कि आखिर कौन सही है और कौन गलत…
मतलब आखिर हमें शेयर बाजार में पैसा लगाना चाहिए या नहीं और शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करना सही है या गलत? क्या शेयर मार्केट में आपका पूरा पैसा डूब सकता है या यहां से आप रातों-रात करोड़पति बन सकते हैं?
अगर आप शेयर मार्केट में नए हैं तो आपके मन में भी ऐसे सवाल जरूर आते होंगे कि एक तरफ तो राकेश झुनझुनवाला, रामदेव अग्रवाल और विजय केडिया जैसे कुछ लोग शेयर मार्केट से करोड़ों रुपए कमा लेते हैं और वहीं दूसरी ओर हजारों लोग कंगाल हो जाते हैं… लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है?
तो आज हम आपको बताएंगे कि शेयर मार्केट में पैसा निवेश करना चाहिए या नहीं यानी कि शेयर मार्केट में पैसा लगाना सही है या गलत, इस पर आज हम विस्तार से चर्चा करेंगे और आज के बाद इस विषय से संबंधित आपके मन में कभी की कोई डाउट नहीं रहेगा.
तो आइए जानते हैं–
क्या शेयर बाजार में पैसा लगाना सही है?
शेयर बाजार में पैसा लगाना सही है या गलत, इसका जवाब एकदम सीधा नहीं है, क्योंकि ये बहुत सारे फैक्टर्स पर निर्भर करता है। शेयर बाजार एक अस्थिर और unpredictable जगह है जहाँ निवेश के साथ जोखिम भी जुड़ा हुआ है।
आपके लिए शेयर बाजार में पैसा लगाना सही हो सकता है या नहीं, इससे पहले आपको कुछ चीजों के बारे में पता होना चाहिए जो कि नीचे बताई गई हैं।
शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहिए या नहीं?
नीचे दिए गए पॉइंट्स को ध्यान से पढ़ें और समझें कि शेयर बाजार आपके लिए सही है या नहीं―
1. आपमें रिस्क लेने की कितनी क्षमता है
अगर आप अपने पैसों पर ज्यादा रिटर्न कमाना चाहते हैं और उसके बदले थोड़ा बहुत मार्केट ऊपर नीचे होने का रिस्क लेने को भी तैयार हैं तो आपके लिए शेयर बाजार में निवेश करना सही है लेकिन अगर आप बिल्कुल जोखिम नहीं लेना चाहते हैं तो शेयर मार्केट आपके लिए सही नहीं है।
2. जल्दी पैसा बढ़ाने की भूख
अगर आपको अपने पैसों को कम समय में तेजी से बढ़ाना है तो यह शेयर मार्केट से संभव है लेकिन उसके लिए आपको रिस्क भी उतना ही ज्यादा लेना होगा. शेयर मार्केट से जल्दी पैसा कमाने के लिए आपको छोटी (small cap) कंपनियों के शेयरों को खरीदना होगा क्योंकि उनका शेयर प्राइस बहुत तेजी से ऊपर नीचे होता है और बड़ी (large cap) कंपनियों के मुकाबले आपको कम समय में अच्छे रिटर्न दे सकता है।
लेकिन ध्यान रखिए– शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी जितनी छोटी होगी उसमें रिस्क भी उतना ही ज्यादा होगा, इसीलिए अपनी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार ही शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करें।
3. शेयर खरीदने से पहले रिसर्च करनी होगी
शेयर मार्केट सही है या नहीं, पैसा लगाना चाहिए या नहीं, इसका जवाब है कि जो लोग शेयर को खरीदने से पहले प्रॉपर रिसर्च करते हैं वो लोग लॉन्ग टर्म में शेयर (stocks) की कीमत बढ़ने से अच्छा पैसा कमाते हैं इसीलिए उनके लिए शेयर मार्केट सही है और जो लोग बिना कोई रिसर्च किये पैसा इन्वेस्ट करते हैं उनके पैसा लगाने के लिए शेयर मार्केट सही जगह नहीं है।
कहने का मतलब यह है कि अगर आपको स्टॉक्स में पैसा लगाकर सच में अमीर बनना है तो आपको शेयर की फंडामेंटल एनालिसिस करना आना चाहिए जिसके अंतर्गत आपको कंपनी के बिजनेस मॉडल, फाइनेंसियल स्टेटमेंट, फ्यूचर ग्रोथ आदि को चेक करना पड़ता है।
4. लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म में से आप क्या चुनते हैं
अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग की शुरुआत कर रहे हैं तो लंबी अवधि (5-10 साल) या इससे अधिक समय के लिए पैसा लगाना फायदेमंद होगा क्योंकि जितना लंबा टाइम पीरियड होगा उतना ही ज्यादा कंपाउंडिंग के जरिए आपका पैसा बढ़ेगा. लेकिन अगर आप छोटे पीरियड जैसे (1-2 महीने) के लिए पैसा लगाना चाहते हैं तो आपको नुकसान होने के चांसेस बहुत ज्यादा है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि शॉर्ट टर्म में शेयर का प्राइस ऊपर नीचे होता रहता है और इसी कारण शेयर बाजार से हर किसी को डर लगता है। लेकिन अगर आप मेरी माने तो आपको लार्ज कैप कंपनियों में लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए जो कि नए निवेशकों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद विकल्प साबित होता है।
5. शेयर मार्केट में डायवर्सिफिकेशन करना जरूरी है
डायवर्सिफिकेशन का मतलब होता है एक ही शेयर में पूरा पैसा लगाने के बजाय अलग-अलग शेयरों में निवेश करना ताकि अगर एक कंपनी का शेयर पूरा डूब जाए तो बाकी कंपनियों से आपको प्रॉफिट मिलता रहे।
अगर आप शेयर बाजार में नए निवेशक हैं तो आपको कभी भी एक ही कंपनी में अपना पूरा पैसा नहीं लगाना चाहिए क्योंकि उस कंपनी से रिलेटेड कभी भी नेगेटिव न्यूज़ आ सकती है जिसके कारण आपका पूरा पैसा डूब सकता है और ऐसी कंपनियों को पेनी स्टॉक कहते हैं इसलिए अलग-अलग शेयरों में पैसा डायवर्सिफाई करने की कोशिश करें।
उदाहरण के लिए; अगर आपके पोर्टफोलियो में 10 कंपनियों के शेयर हैं तो वह सभी शेयर एक ही सेक्टर के होने के बजाय उन्हें वेरिएशन होना चाहिए और कंपनी की मार्केट कैप के अनुसार लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप तीनों का कॉन्बिनेशन होना चाहिए तभी आपको लॉन्ग टर्म में आपके पैसों पर जबरदस्त रिटर्न मिल सकते हैं।
जानिए–
6. शेयर मार्केट से रिटर्न की उम्मीद
बहुत सारे लोग शेयर मार्केट से unexpected यानी बहुत ज्यादा returns की उम्मीद रखते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि शेयर बाजार ही वह जगह है जहां से उनका पैसा डबल हो सकता है लेकिन वह भूल जाते हैं कि इसमें Risk भी उतना ही है.
- आपको देखना चाहिए कि पैसा डबल करने का मतलब होता है आपके निवेश पर 100% return मिलना,
- जबकि अगर सच्चाई देखी जाए तो FD में आपको सालाना 6 से 7 परसेंट का वार्षिक रिटर्न्स मिलता है तो फिर आप शेयर बाजार से इतने ज्यादा रिटर्न की उम्मीद क्यों रखते हैं.
हां लेकिन अगर आप शेयर मार्केट से realistic return जैसे– 12 से 15% की उम्मीद रखते हैं तो शेयर बाजार आपके लिए बहुत अच्छा है और आप बिना किसी रिस्क के शेयर मार्केट में पैसा लगा सकते हैं।
ऐसा मैं इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि अगर आप भारतीय शेयर मार्केट के Nifty 50 index के पिछले 20 सालों का एवरेज सालाना रिटर्न देखें तो वह 15% के आसपास है जोकि बैंक या फिक्स डिपाजिट (FD) का 2 गुना है।
मतलब अगर आपको शेयर बाजार की बिल्कुल भी नॉलेज नहीं है तो भी आप अपना पैसा सिर्फ nifty 50 index fund या Nifty ETF में लगा दीजिए, लंबी अवधि में आप पाएंगे कि आपका पैसा कंपाउंड होकर बहुत बढ़ चुका होगा.
यहां पर कंपाउंडिंग का मतलब है कि आपके ब्याज पर भी आपको ब्याज मिलता है यानी कि मान लो आपको इस साल आपके निवेश पर 15% ब्याज मिला तो अगले साल आपको जो ब्याज मिलेगा वह इस बड़े हुए पैसों पर मिलेगा ना कि आज लगाए हुए पैसों पर.
इस प्रकार कंपाउंड होते-होते 10 से 20 साल बाद आपके निवेश किए गए पैसों की वैल्यू बहुत ज्यादा बढ़ चुकी होगी. और इसी तरह लोग धीरे-धीरे छोटा पैसा लगाकर शेयर मार्केट से लोंग टर्म में करोड़पति भी बन जाते हैं।
7. ट्रेडिंग करना चाहिए या इन्वेस्टिंग
आपको बता दें कि शेयर मार्केट में अगर आप पैसा लगाते हैं तो यहां पर दो चीजें होती हैं – इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग. जो पैसा आप stocks या कंपनियों में लगाते हैं उसे हम इन्वेस्टिंग कहते हैं जबकि अगर आप तुरंत शेयर को खरीद कर बेच देते हैं तो उसे ट्रेडिंग कहते हैं।
- इन्वेस्टिंग एक long-term गेम है जबकि ट्रेडिंग एक शॉर्ट टर्म गेम है।
- शेयर बाजार में लोग इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग दोनों के द्वारा ही पैसा कमाते हैं.
- इन्वेस्टिंग में रिस्क कम है जबकि ट्रेडिंग में रिस्क बहुत ज्यादा है.
- लेकिन ट्रेडिंग में आपका Risk इस पर भी डिपेंड करता है कि आप किस प्रकार की ट्रेडिंग कर रहे हैं क्योंकि शेयर बाजार में कई तरह की trading होती है जैसे; swing trading, इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग आदि.
तो अगर आप स्विंग ट्रेडिंग करते हैं तो उसमें थोड़ा रिस्क कम है लेकिन अगर आप इंट्राडे या ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो उसमें रिस्क बहुत ज्यादा है लेकिन रिटर्न भी उतने ही ज्यादा मिलते हैं. देखा जाए तो यह पूरी चीज आपके माइंड सेट और Risk tolerance लेवल पर निर्भर करती है।
जिस तरह आपने यहां पर ट्रेडिंग के रिस्क को समझा उसी तरह इन्वेस्टिंग में भी थोड़ा बहुत रिस्क होता है जैसे अगर आप बहुत छोटी कंपनियों में पैसा लगा देते हैं या फिर सस्ते शेयर (Penny stocks) जैसे; 1 Rs, 10 Rs या 20 Rs वाले शेयरों में पैसा इन्वेस्ट कर देते हैं तो उनमें रिस्क बहुत ज्यादा होता है
क्योंकि ऐसी कंपनियां अभी बहुत छोटी होती हैं और उनका बिजनेस भी stable नहीं होता है इसीलिए शॉर्ट टर्म में उनका शेयर प्राइस बहुत तेजी से ऊपर नीचे होता रहता है और इतना ज्यादा वोलैटिलिटी एक नया इन्वेस्टर नहीं खेल पाता है
इसीलिए अगर आप ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो शुरुआत में आपको स्मॉल कैप की बजाए मिड कैप और लार्ज कैप कंपनियों में ही पैसा लगाना चाहिए।
क्या शेयर मार्केट पैसा लगाने के लिए सही जगह है?
शेयर बाजार ऐसे निवेशकों के लिए सही जगह है जो सालाना अपने पैसों पर 12% से 15% रिटर्न की उम्मीद रखते हैं और इन्वेस्टमेंट करने के बाद लंबे समय का इंतजार कर सकते हैं। लेकिन अगर आप में पेशेंस नहीं है और आप शॉर्ट टर्म यानी बहुत कम समय में अपना पैसा दोगुना करना चाहते हैं तो शेयर बाजार आपके लिए सही नहीं है।
शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है?
जब आप शेयर मार्केट को बिना सीखे पैसा लगाते हैं या दूसरों की टिप्स और कॉल्स के भरोसे शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं तो आपको नुकसान होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है इसीलिए अच्छा यही होगा कि पहले शेयर मार्केट को सीखना चाहिए और उसके बाद ही अपना मेहनत से कमाया हुआ पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए।
क्या शेयर मार्केट में पैसा डूब सकता है?
जी हां बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो 1 या 2 महीने के अंदर ही शेयर मार्केट में अपना पूरा पैसा डुबा देते हैं, इसका कारण है कि वह बिना कुछ सीखे सीधा ही शेयर मार्केट ट्रेडिंग में कूद जाते हैं या फिर सिर्फ शेयर का प्राइस बढ़ता हुआ देखता हूं उसमें पैसा लगा देते हैं। अगर आप भी बिना कोई रिसर्च किये मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करते हैं तो आपका पैसा भी डूब सकता है।
आज आपने क्या सीखा?
आज के इस लेख में आपने जाना कि शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहिए या नहीं और शेयर मार्केट में पैसा लगाना सही है या नहीं. मैं उम्मीद करता हूं अब आपके मन में इससे संबंधित कोई डाउट नहीं बचा होगा।
लेकिन अगर फिर भी आपके मन में शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।