Best Trading Tips in Hindi: आज आप जानेगें कि ट्रेडिंग में नुकसान क्यों होता है और ट्रेडिंग में नुकसान से कैसे बचें, इसकी बेस्ट टिप्स जानेंगे. अगर आप एक ऐसे ट्रेडर हैं जिसे ट्रेडिंग में profit से ज्यादा loss होता है तो यह पोस्ट आपके लिए है।
शुरुआत में लोग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय बहुत सारी गलतियां करते हैं जो Loss की वजह बनती हैं। उन्हीं गलतियों को कम करने के विषय में आज हम बात करेंगे।
नए ट्रेडर्स अक्सर बिना किसी टेक्निकल एनालिसिस के stocks को खरीद लेते हैं और उसका share price बढ़ने की आशा करते हैं जबकि होता इसका विपरीत है
मतलब जैसे ही आप किसी शेयर में एंट्री लेते हैं वैसे ही उसकी कीमत गिरने लगती है ऐसा अधिकतर ट्रेडर्स के साथ होता है।
लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है?
कुछ लोग बहुत सारी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीस, इंडिकेटर, प्राइस एक्शन, वॉल्यूम, मूविंग एवरेज आदि सभी चीजों को फॉलो करते हैं फिर भी उन्हें नुकसान हो जाता है….
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं कुछ लोग नुकसान को रिकवर करने के चक्कर में ओवर ट्रेडिंग करने लगते हैं तो वहीं कुछ लोग अपने रिस्क कैपेसिटी से बाहर जाकर ट्रेड करते हैं।
आज मैं आपको ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के टिप्स (Share Market Trading Tips in Hindi) देने वाला हूं. जिनको अगर आप फॉलो करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय आपको कभी भी नुकसान नहीं होगा।
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के टिप्स
अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो आपको नीचे दी गई सभी ट्रेडिंग टिप्स जरूर फॉलो करनी चाहिए। अगर आप इन सभी टिप्स को फॉलो करते हैं तो आप ट्रेडिंग में अपने नुकसान को कम करके प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं।
आइए अब एक-एक करके जान लेते हैं सभी Share Market Trading Tips in Hindi के बारे में–
1. चार्ट पर बहुत सारे इंडिकेटर ना लगाएं
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने का सबसे पहला टिप्स है कि एक साथ चार्ट पर बहुत सारे इंडिकेटर अप्लाई मत करें। बहुत सारे नए ट्रेडर्स यह गलती करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि चार्ट पर जितने ज्यादा इंडिकेटर्स पर होंगे उतनी ही ज्यादा accuracy होगी और वह ट्रेडिंग से अधिक से अधिक मुनाफा कमा पाएंगे।
लेकिन होता यह है कि जब आप लाइव शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो कोई technical indicator अलग संकेत देता है तो कोई दूसरा इंडिकेटर उसी समय अलग संकेत देता है जिसके चक्कर में आप कंफ्यूज हो जाते हैं और गलत समय पर शेयर में एंट्री ले लेते हैं।
जबकि अगर आपने चार्ट पर एक ही इंडिकेटर लगाया होता तो शायद आप कंफ्यूज होने की बजाए सही समय पर एंट्री लेकर प्रॉफिट कमा लेते।
- अधिकतर देखा गया है कि जो लोग चार्ट पर बहुत सारी इंडिकेटर्स अप्लाई करके ट्रेड करते हैं उनमें कन्फ्यूजन बहुत ज्यादा होता है मतलब कोई clearity नहीं होती है।
- जबकि अगर आप सफल ट्रेडर्स को देखेंगे तो उनके चार्ट पर आपको सिर्फ एक या दो इंडिकेटर्स ही दिखाई देंगे।
दोस्तों भले ही आप एक ही इंडिकेटर इस्तेमाल करें लेकिन उसमें mastery हासिल करें मतलब उस इंडिकेटर के बारे में जितना हो सके अधिक से अधिक पढ़ने और सीखने की कोशिश करें और उसी का अधिक से अधिक अभ्यास करें।
अब वह एक इंडिकेटर कोई भी हो सकता है जैसे– RSI, बोलिंगर बैंड, मूविंग एवरेज या VWAP
उम्मीद करता हूं आगे से आप चार्ट पर अधिक इंडिकेटर्स उपयोग करने से बचेंगे और किसी एक इंडिकेटर पर मास्टरी हासिल करके उसी से ट्रेड करेंगे। ऐसा करने से आपका माइंड सेट अधिक क्लियर रहेगा जिससे आप एक प्रोफेशनल ट्रेडर की तरह प्रॉफिटेबल ट्रेड कर पाएंगे।
- सभी टेक्निकल इंडिकेटर्स की पूरी जानकारी (उदाहरण के साथ)
- Trading Meaning in Hindi (ट्रेडिंग की शुरू से अंत तक पूरी जानकारी हिंदी में)
- ट्रेडिंग कैसे करते हैं – (स्टेप बाय स्टेप समझे)
- ट्रेडिंग करने से पहले क्या करना चाहिए?
2. 1 या 2 स्ट्रेटजी ही फॉलो करें
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने का दूसरा टिप यह है कि एक साथ बहुत सारे स्ट्रेटेजी मत लगाएं। यह गलती ना सिर्फ बिगिनर्स बल्कि प्रोफेशनल ट्रेडर्स भी करते हैं कि वह ट्रेडिंग करते वक्त बहुत ज्यादा स्ट्रेटेजी उपयोग करते हैं जबकि कई बार ट्रेडिंग बहुत सिंपल होती है।
- कहने का मतलब यह है कि जब तक आप अपनी trading स्ट्रेटजी बना रहे होते हैं तब तक एक प्रॉफिटेबल ट्रेड आप से miss हो चुका होता है। ऐसा कई लोगों के साथ होता है
इसलिए सुबह मार्केट खुलने से पहले ही कुछ एक या दो स्ट्रेटजी पहले से ही निर्धारित कर लें जिसका उपयोग आज आप करने वाले हैं जिससे मार्केट खुलने के बाद आप सिर्फ ट्रेड करने पर फोकस कर पाएंगे ना कि इस चीज पर की इस समय आपको कौन सी स्ट्रेटेजी उपयोग करना है, इस बात पर आपको दिमाग लगाने की जरूरत नहीं होगी और आप बिना किसी टेंशन के ट्रेड कर पाएंगे।
3. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं
मैं हमेशा शुरुआती ट्रेडर्स को बोलता हूं कि स्टॉप लॉस ना लगाना आपकी सबसे बड़ी गलती होती है क्योंकि इससे आपका सारा कैपिटल एक ही झटके में खत्म हो सकता है खासकर तब जब आप इंट्राडे या ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल या पुट ऑप्शन्स के प्रीमियम कुछ ही सेकंडों में बहुत तेजी से ऊपर नीचे होते हैं।
आपको पता होगा मार्केट में कभी भी कुछ भी हो सकता है विदेशी बाजार में कोई भी बुरी या अच्छी न्यूज़ आ सकती है जिसकी वजह से आपका लाखों रुपए का नुकसान कुछ ही सेकंड में हो सकता है इसीलिए ट्रेडिंग नुकसान से बचने के लिए स्टॉप लॉस जरूर लगाएं।
- स्टॉप लॉस क्या है और कैसे लगाते हैं?
- कॉल (CE) और पुट (PE) ऑप्शंस की पूरी जानकारी
- ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें
- ऑप्शन ट्रेडिंग टिप्स
4. मार्केट ट्रेंड के विपरीत ट्रेडिंग मत करें
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए आपको कभी भी बाजार के ट्रेंड के विपरीत ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। सबसे पहले आपको बड़े टाइम फ्रेम पर trend को देखना चाहिए।
बड़े टाइमफ्रेम से मतलब यह है कि आपको daily या वीकली चार्ट का फ्रेंड देखना चाहिए ना की 1 मिनट, 5 मिनट या 15 मिनट का चार्ट।
टाइम फ्रेम को समझना बहुत जरूरी होता है क्योंकि hourly चार्ट पर अब ट्रेंड हो सकता है तो वहीं 15 मिनट के चार्ट पर strong downtrend हो सकता है लेकिन आपको ट्रेड उसी तरफ करना है जहां मेजर ट्रेंड जा रहा हो।
- उदाहरण के लिए– अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको 5 मिनट या 15 मिनट का चार्ट देखना बेस्ट होता है ऐसे में आपको 1 मिनट या 5 मिनट की बजाए 15 मिनट चार्ट टाइम फ्रेम पर अधिक फोकस करना चाहिए और उसी दिशा में खरीदारी करना चाहिए।
कहने का मतलब यह है कि आपको शार्ट टर्म ट्रेंड की बजाय लॉन्ग टर्म ट्रेंड पर फोकस करना चाहिए।
5. बिना किसी टेक्निकल एनालिसिस के ट्रेड मत करें
जब आप बिना किसी टेक्निकल एनालिसिस के स्टॉक खरीदते या बेचते हैं तो आपको ट्रेडिंग में निश्चित ही नुकसान होता है। क्योंकि आपको पता ही नहीं होता कि–
- आपने ट्रेड क्या सोचकर किया है,
- टारगेट या स्टॉपलॉस क्या है,
- सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या है,
- चार्ट पेटर्न्स क्या बता रहे हैं,
- मूविंग एवरेज क्या संकेत दे रहा है,
यह सभी चीजें आपको तभी पता चलेंगे जब आप टेक्निकल एनालिसिस को सीखेंगे और gambling करने की बजाय एक रियल ट्रेडर की तरह ट्रेड करेंगे।
ट्रेडिंग में नुकसान सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि आप बिना सोचे समझे सिर्फ स्टॉक का प्राइस बढ़ता हुआ देखकर इस आशा में खरीद लेते हैं कि आगे भी उसका प्राइस बढ़ेगा।
ऐसे में कई बार आप पीक प्वाइंट यानी बहुत महंगी कीमत पर स्टॉक खरीद लेते हैं जहां से केवल उसमें गिरावट की गुंजाइश ही होती है और इसके चलते आप को बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है।
इसीलिए आप किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग करें चाहे ऑप्शन ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग या स्विंग ट्रेडिंग कुछ भी पहले लेकिन पहले आपको तकनीकी विश्लेषण यानी टेक्निकल एनालिसिस का थोड़ा बहुत ज्ञान होना चाहिए उसके बाद ही ट्रेड करें।
6. ओवर ट्रेडिंग कभी मत करें
जब हमें ट्रेडिंग में बार-बार नुकसान होता है तो हम कई बार ओवर ट्रेडिंग के शिकार हो जाते हैं मतलब अपने नुकसान को रिकवर करने के चक्कर में हम बार-बार ट्रेड करते रहते हैं जिससे हमें और ज्यादा नुकसान होता रहता है।
इस नुकसान से बचने का एक ही उपाय है अपने माइंडसेट पर कंट्रोल करना। ओवर ट्रेडिंग से आपको कोई नहीं बचा सकता इसलिए आपको खुद के लिए ट्रेडिंग के कुछ नियम निर्धारित करना चाहिए जिन्हें आप हर हाल में पूरा करेंगे।
ट्रेनिंग में नुकसान से बचने के लिए पहले ही कुछ ऐसे नियम निर्धारित करने कि आज मैं इतना लॉस होने के बाद ट्रेड नहीं करूंगा मतलब अपना मैक्सिमम लॉस पहले से ही डिसाइड कर लें।
इसके अलावा अपने आपसे यह वादा करने की अगर आपको आज आपको ट्रेडिंग में मुनाफा हो जाता है तो बार-बार ट्रेड करके मुनाफे को नुकसान में नहीं बदलेंगे।
क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जिन्हें सुबह ट्रेड करते ही बहुत बड़ा प्रॉफिट हो जाता है लेकिन मार्केट बंद होते होते वह नुकसान में चले जाते हैं।
लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है अपने लिए यह नियम बना लें कि अगर आपको प्रॉफिट होता है तो उस प्रॉफिट के 20% से ही आप बचे हुए दिन में ट्रेड करेंगे और बाकी बचा हुआ 80% प्रॉफिट घर लेकर जाएंगे।
अगर आप भी यह नियम अपना आते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि ट्रेडिंग में आप नुकसान करने से बच पाएंगे और अपने प्रॉफिट को बढ़ा पाएंगे।
7. रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान रखें
ट्रेडिंग नुकसान से बचने के लिए आपको Risk reward रेश्यो को फॉलो करना चाहिए। मतलब आप पहले से ही डिसाइड कर लें कि आप कितने रुपए तक का रिस्क ले सकते हैं और उसी के अनुसार ट्रेडिंग करें।
ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट के लिए इन बातों का ध्यान रखें–
- हमेशा एक्सपेरिमेंट करते रहें।
- कम से कम 10 बार ट्रेड करके देखें कितनी बार प्रॉफिट हो रहा है और कितनी बार लॉस।
- अगर आप को 10 में से 7 बार प्रॉफिट हो रहा है तो आप एक सफल ट्रेडर की राह पर हैं वरना आपको और अभ्यास करने की जरूरत है।
- अगर आप सिर्फ 10000 रुपये का loss ले सकते हैं तो आपका कैपिटल इससे 5 गुना होना चाहिए।
- कभी भी अपने पूरे कैपिटल का रिस्क मत लें।
- ट्रेडिंग में कभी भी अपना पूरा पैसा नहीं लगाएं बल्कि इसे 5 भागों में डिवाइड कर लें।
- जितना हो सके ट्रेडिंग में हुए प्रॉफिट से ही दोबारा ट्रेड करें ना कि किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार लेकर।
इसके अलावा जब कुछ लोगों को शुरुआत में ट्रेडिंग में प्रॉफिट होता है तो वह पूरे प्रॉफिट से ही ट्रेड करने लगते हैं जबकि आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।
मतलब आपको कुछ पैसा बचा लेना चाहिए ताकि अगर आपको नुकसान हो तो आप पूरा पैसा नुकसान करने से बचा सकें। इसीलिए ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान जरूर रखें।
8. अधिक प्रॉफिट की आशा मत करें
कुछ लोग अधिक प्रॉफिट की लालच करते हैं जिससे बहुत जल्द उनका प्रॉफिट लॉस में कन्वर्ट हो जाता है और बाद में उन्हें पछताना पड़ता है। बहुत सारे नए लोग हैं यह गलती करते हैं। इसीलिए आपको पहले से ही यह नियम बना लेना चाहिए कि थोड़ा सा प्रॉफिट होने पर पहले उसे बुक कर लें क्योंकि आप नया ट्रेड कभी भी ले सकते हैं।
आपको यह समझना चाहिए कि आपके पास हर बार नया ट्रेड करने के चांस हैं तो फिर आप क्यों अधिक प्रॉफिट की आशा करते हैं। इसके बजाय आपको ऐसे सोचना चाहिए कि भले ही थोड़ा प्रॉफिट हो लेकिन वह नुकसान से तो अच्छा ही होगा ना।
ऐसा करना इसलिए भी जरूरी है कि जब आप प्रॉफिट बुक कर देते हैं तो आपका माइंड सेट प्रॉफिटेबल ट्रेडर की तरह सोचने लगता है मतलब फिर आप पर नुकसान का बोझ नहीं रहता है।
इसलिए आप हर बार देखते होंगे कि जब आपको प्रॉफिट होता है तो अधिकतर आपके ट्रेडिंग निर्णय सही होते हैं और नुकसान के समय अधिकतर निर्णय गलत होते हैं।
इसीलिए ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए यह टिप जरूर फॉलो करें।
9. बुलिश या बियरिश होकर ट्रेड मत करें
कुछ लोग मार्केट खुलने से पहले ही बुलिश या बियरिश रहते हैं मतलब कुछ लोगों को लगता है कि मार्केट बढ़ेगा जबकि कुछ को लगता है कि बाजार में गिरावट होगी। जब भी आपको न्यूट्रल होकर ट्रेडिंग करनी चाहिए।
आपको कभी भी biased होकर ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए क्योंकि आप मार्केट को जिस नजरिए से देखेंगे वह आपको वैसा ही दिखेगा लेकिन जब वास्तविकता से उसका सामना होगा तो आपको बहुत बड़ा लॉस हो सकता है।
इसलिए बाजार की तेजी या मंदी पर फोकस करने से ज्यादा अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी और टेक्निकल एनालिसिस पर भरोसा करें। एक मजबूत ट्रेडिंग सेटअप तैयार करें और रोजाना उसी को फॉलो करें।
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए आपको biased ट्रेडिंग करने के बजाय न्यूट्रल होकर ट्रेडिंग करना चाहिए।
10. किसी ना किसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी का उपयोग करें
बहुत सारे लोग बिना सोचे समझे सिर्फ दूसरों की सलाह पर किसी भी स्टॉक को खरीद लेते हैं लेकिन आपको ऐसा कभी भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से हो सकता है आपको शॉर्ट टर्म में थोड़ा बहुत प्रॉफिट हो जाए लेकिन long-term में आप कभी भी सफल ट्रेडर नहीं बन सकते।
इसके बजाय आपको खुद की ट्रेडिंग स्ट्रेटजी से ट्रेड करना चाहिए और ऐसा करने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस सीखना होगा क्योंकि तभी आप किसी न किसी लॉजिक से ट्रेड कर पाएंगे।
भले ही आप सपोर्ट और रेसिस्टेंट के आधार पर ऐड करें लेकिन आपका ट्रेड करने के पीछे कोई ना कोई मकसद जरूर होना चाहिए मतलब ऐसा नहीं होना चाहिए कि सिर्फ दूसरों के कहने पर आपने किसी से शेयर को खरीद लिया और उसी के भरोसे बने रहे।
क्योंकि मेरा मानना है कि दूसरों के भरोसे आप कभी भी लॉन्ग टर्म में सफल ट्रेडर नहीं बन सकते इसलिए आपको खुद से ट्रेडिंग को सीखने की कोशिश करना चाहिए।
11. लोन लेकर ट्रेडिंग कभी मत करें
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने की सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कभी भी लोन लेकर ट्रेड मत करें। यह टिप मैं हर बार आपको इसीलिए देता हूं क्योंकि सबसे ज्यादा लोग शेयर मार्केट ट्रेडिंग में इसीलिए बर्बाद होते हैं क्योंकि वह किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार पैसे लेकर ट्रेडिंग करने लगते हैं।
ऐसा वह इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें शुरुआत में ट्रेडिंग में थोड़ा बहुत प्रॉफिट हो जाता है जिससे उन्हें लगता है कि अगर उनके पास ज्यादा पैसा होगा तो वह उस पैसे को तेजी से मल्टिप्लाई कर पाएंगे।
लेकर सच्चाई तो यह है कि आप कभी भी उधार (Loan) के पैसे से प्रॉफिट कमा ही नहीं सकते क्योंकि उस पैसे से आपकी ट्रेडिंग साइकोलॉजी सही काम नहीं करेगी क्योंकि जब आपको लॉस हो रहा होगा तो आप उसे होल्ड नहीं कर पाएंगे और बार-बार आपको नुकसान होता रहेगा।
इसीलिए खुद से यह वादा करना कि कभी भी loan लेकर ट्रेडिंग नहीं करूंगा और मैं ट्रेडिंग केवल तभी करूंगा जब मेरे पास खुद की सेविंग या कमाई का पैसा होगा। इसके अलावा मेरे पास जितना भी पैसा होगा उसे कभी भी मैं पूरा नहीं लगाऊंगा, सिर्फ उसका पांचवां हिस्सा ही ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करूंगा।
Best Share Market Trading Tips in Hindi – FAQ’s
ट्रेडिंग में नुकसान क्यों होता है?
ट्रेडिंग में नुकसान इसलिए होता है क्योंकि आप यह सोचकर गलत समय पर स्टॉक खरीद लेते हैं कि शेयर प्राइस ऊपर जाएगा लेकिन फिर शेयर बढ़ने की बजाए गिरने लगता है और आप पैनिक में आकर उसे बेच देते हैं जिससे आपको ट्रेडिंग में नुकसान हो जाता है।
ट्रेडिंग में नुकसान से कैसे बचें?
ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस सीखने की कोशिश करना चाहिए। अगर आप प्राइस एक्शन, सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल और चार्ट पेटर्न को अच्छे से एनालाइज करके ट्रेड करते हैं तो आपको ट्रेडिंग में कभी भी नुकसान नहीं होगा।
ट्रेडिंग में नुकसान को कम कैसे करें?
ट्रेडिंग नुकसान को कम करने के लिए आपको स्टॉप लॉस जरूर लगाना चाहिए और जितना प्रॉफिट हो उसे बुक कर लेना चाहिए ना कि लंबे समय तक होल्ड करना चाहिए। हां अगर आपको अपने एनालिसिस पूरा भरोसा है तो होल्ड कर सकते हैं वरना छोटा प्रॉफिट बुक करने में कोई बुराई नहीं है क्योंकि हर बार ट्रेड लेने का मौका होता है।
Conclusion of Share Market Trading Tips in Hindi
इस लेख में मैंने आपको बताया है कि ट्रेडिंग में नुकसान क्यों और कैसे होता है और ट्रेडिंग में नुकसान से कैसे बच सकते हैं? इसके अलावा मैंने आपको ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के टिप्स भी बताए हैं।
मुझे पूरा विश्वास है कि अगर आप ऊपर दिए गए टिप्स को फॉलो करते हैं तो आप ट्रेडिंग में अपने नुकसान को कम कर सकते हैं और प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं।
अगर आपका इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए। इसके अलावा आप यह भी बता सकते हैं कि ऊपर दी गई (Share Market Trading Tips in Hindi) में से आपको कौन सी टिप सबसे अच्छी लगी और क्या आप भी इन सभी टिप्स को फॉलो करते हैं या नहीं?
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- शेयर मार्केट में नुकसान क्यों होता है?
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पूरा आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏
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