ट्रेडिंग कैसे सीखें (2024 में) – जानिए सबसे आसान तरीका

Trading kaise sikhe: ट्रेडिंग सीखने के लिए टेक्निकल एनालिसिस पर फोकस करें. चार्ट पेटर्न, सपोर्ट रेजिस्टेंस और इंडिकेटर लगाना सीखें. इसके अलावा अनुभवी ट्रेडर्स की किताबें पढ़ें और ऑनलाइन वीडियो देखकर भी आप ट्रेंडिंग करना सीख सकते हैं।

आज मैं आपको बताऊंगा कि–

  • ऑनलाइन घर बैठे ट्रेडिंग कैसे सीखें, 
  • ट्रेडिंग सीखने के लिए क्या करें,
  • कहां से सीखे और इसे सीखने में कितना समय लगता है?
  • क्या ट्रेडिंग सीखने के लिए कोई कोर्स करना पड़ता है या फिर आप कैसे बिल्कुल फ्री में ऑनलाइन ट्रेडिंग सीख सकते हैं?

इस पोस्ट में हम आपको ट्रेडिंग सीखने के बारे में स्टेप बाय स्टेप सब कुछ विस्तार से बताने वाले हैं कि आखिर शुरुआती नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीख सकते हैं?

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How to Learn trading in hindi

अगर आपने इस पोस्ट को पूरा पढ़ लिया तो मैं वादा करता हूं कि ‘ट्रेडिंग सीखने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है’ इस विषय के बारे में आपको कहीं और ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

चलिए सबसे पहले जानते हैं कि–

इस पोस्ट में आप जानेंगे-

नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीखे?

Trading kaise sikhe in hindi

ट्रेडिंग सीखने के लिए टेक्निकल एनालिसिस करना सीखें, कैंडल स्टिक और चार्ट पैटर्न के बारे में जानें, ऑप्शन चैन पढ़ना सीखे, मूविंग एवरेज, वॉल्यूम, टेक्निकल इंडिकेटर लगाना सीखें. इसके अलावा ट्रेडिंग की किताबें पढ़कर, ब्लॉग्स पढ़कर या ऑनलाइन वीडियोस देखकर भी आप ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर को खरीदना और बेचना. लेकिन इसके अलावा भी कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है जैसे; इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग आदि।

शुरुआती लोगों का मकसद होता है शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके पैसा कमाना. अगर आप भी trading से पैसा कमाना चाहते हैं तो पहले आपको ट्रेडिंग सीखना होगा क्योंकि बिना सीखे जो लोग भी लाइव मार्केट में ट्रेड करने लगते हैं उनमें से 99% ट्रेडर्स का नुकसान ही होता है।

अगर सबसे बेसिक चीज की बात करें तो ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास एक डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए जिसके द्वारा आप घर बैठे ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं।

नीचे मैंने एक- एक करके ट्रेडिंग सीखने के सभी Steps के बारे में बताया हैं जिनको फॉलो करके आप ट्रेडिंग सीख सकते हैं तो सबसे पहला स्टेप है–

1. ट्रेडिंग के बेसिक फंडामेंटल्स समझें

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको सबसे पहले ट्रेडिंग के बेसिक फंडामेंटल समझने होंगे जिन पर शुरुआती लोग ध्यान नहीं देते और शेयर बाजार में loss कर बैठते हैं।

ट्रेडिंग के कुछ नियम है जो आपको हमेशा याद रखना चाहिए जैसे–

  • कभी भी अपना पूरा पैसा लगाकर या लोन लेकर ट्रेडिंग मत करें.
  • सिर्फ दूसरों की टिप्स या calls के भरोसे ट्रेड करने की बजाय खुद की एनालिसिस पर भरोसा करें.
  • किसी भी शेयर को सिर्फ बढ़ता हुआ देखकर मत खरीदें बल्कि उसके बढ़ने की वजह पता करें.
  • कोई भी शेयर खरीदने से पहले उसकी पूरी टेक्निकल एनालिसिस कर लें.
  • शेयर का दाम सस्ता हुआ देखकर मत खरीदें क्योंकि ऐसी कंपनियां (जिन्हें पेनी स्टॉक्स बोलते हैं) अधिकतर बर्बाद हो चुकी होती हैं.
  • आपको किस प्राइस पर ट्रेड में entry लेना है और कब उस ट्रेड से exit करना है यह आपको पहले से ही पता होना चाहिए.
  • ट्रेडिंग करते समय आपको अपने इमोशंस पर कंट्रोल करना होगा क्योंकि ट्रेडिंग में आपका रियल पैसा लगता है जिसकी वाली हर समय घटती बढ़ती रहती है लेकिन आपको उस पर ज्यादा ध्यान ना देकर अपनी रिसर्च के अनुसार ही trading strategy बनानी चाहिए।

अगर आपने ऊपर दिए गए इन सभी ट्रेडिंग के बेसिक नियमों को फॉलो किया तो ही आप ट्रेडिंग से मुनाफा कमा सकते हैं वरना बहुत सारे लोग तो आज तक यही नहीं समझ पाए कि ट्रेडिंग एक रियल बिजनेस है भी या नहीं…

कुछ लोग तो ट्रेडिंग को जल्दी पैसा कमाने की मशीन समझते हैं इसके चक्कर में वह बिना कुछ सोचे समझे अपना मेहनत से कमाया होगा पैसा लगा देते हैं और नतीजे के रूप में उन्हें कंगाल होना पड़ता है.😟

हो सकता है शुरुआत में आप कुछ प्रॉफिट कमा लें लेकिन लॉन्ग टर्म में आप बिना सीखे ट्रेडिंग से कभी प्रॉफिट नहीं कमा सकते इसके लिए आपको ट्रेडिंग सीखना ही पड़ेगा।

मैं आपको पहले ही बता दूं कि ट्रेडिंग से पैसे कमाने का कोई शॉर्टकट नहीं है इसके लिए आपको बाजार में टाइम देना होगा. और आज तक जितने भी लोगों ने ट्रेडिंग से अच्छा खासा पैसा कमाया है उन सभी ने trading के basics को बारीकी से समझा और फॉलो किया है।

अब बढ़ते हैं दूसरे पॉइंट पर–

2. टेक्निकल एनालिसिस करना सीखें

ट्रेडिंग कैसे सीख सकते हैं
टेक्निकल एनालिसिस करके ट्रेडिंग सीखें

ट्रेडिंग सीखना है तो टेक्निकल एनालिसिस तो हर हालत में सीखना ही पड़ेगा। टेक्निकल रिसर्च ही वह जरिया है जिससे आप रोजाना बाजार में ट्रेडिंग करके लाखों रुपए भी कमा सकते हैं। जी हां यह बिल्कुल सच है और बहुत सारे सफल ट्रेडर्स कमा भी रहे हैं।

टेक्निकल एनालिसिस के अंदर बहुत सारी चीजें आती है जैसे–

  • इसमें आपको चार्ट पेटर्न्स को पढ़ना और देखना आना चाहिए,
  • कैंडलस्टिक क्या है और कितने प्रकार की होती हैं इसकी जानकारी होनी चाहिए,
  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस क्या होते हैं और चार्ट पर एंड का पता कैसे लगाया जाता है,
  • स्टॉप लॉस और टारगेट प्राइस कैसे सेट करते हैं, यह समझना होगा,
  • टेक्निकल इंडिकेटर्स के बारे में सीखना होगा मतलब तकनीकी इंडिकेटर का उपयोग करके शेयर प्राइस कि मूवमेंट का पता लगाना सीखना होगा,
  • इसमें आप जानेंगे कि price action क्या होता है और शेयर की कीमत कैसे घटती या बढ़ती है,
  • इसके अलावा स्टॉक का मोमेंटम और वॉल्यूम चेक करना होता है.

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको ऊपर दी गई सभी चीजों के बारे में जानाना बहुत जरूरी है और ये सब टेक्निकल एनालिसिस का ही हिस्सा है।

इस पोस्ट में आगे हम इन सभी चीजों के बारे में जानने वाले हैं लेकिन अगर आपको टेक्निकल एनालिसिस क्या है, कैसे करते हैं ट्रेडिंग में इसका क्या महत्व है इसके बारे में विस्तार से जानकारी चाहिए तो यह पोस्ट जरूर पढ़ें– Technical Analysis in Hindi

तीसरा पॉइंट है–

3. कैंडलस्टिक चार्ट पेटर्न के बारे में सीखें

Trading kaise sikhe in hindi
कैंडलस्टिक पेटर्न के द्वारा ट्रेडिंग सीखें

ट्रेडिंग सीखने का तीसरा चरण है कैंडलस्टिक चार्ट पेटर्न के बारे में सीखना. शेयर बाजार में लाल और हरी दो प्रकार की कैंडल होती हैं जो किसी भी स्टॉक का प्राइस कैसे ऊपर नीचे हुआ इसकी पूरी जानकारी देती हैं.

हरी कैंडल को bullish और लाल कैंडल को bearish कहते हैं मतलब ग्रीन कैंडल प्राइस ऊपर जाने का संकेत देती है जबकि रेड कैंडल प्राइस नीचे जाने के बारे में बताती है।

कैंडल को ही हम कैंडलस्टिक कहते हैं क्योंकि यह स्टिक यानी लकड़ी के आकार की होती है। एक candlestick body और wick दो चीजों से मिलकर बनी होती है. यह आपको इसी स्टॉक 4 प्राइस के बारे में बताती है–

  1. Open (ओपनिंग प्राइस जहां से कैंडल बनना शुरू हुई थी)
  2. Close (क्लोजिंग प्राइस जहां पर कैंडल बनकर खत्म हुई)
  3. High (निश्चित टाइमफ्रेम के दौरान जो highest price था)
  4. Low (निश्चित टाइमफ्रेम के दौरान जो lowest price था)

आप जिस timeframe (5 मिनट, 15 मिनट, 1 घंटा या 1 दिन) जो भी चार्ट लगाएंगे उसी टाइमफ्रेम की सभी कैंडल्स आपको चार्ट पर दिखने लगेंगी.

मतलब अगर आपने बैंकनिफ्टी का 5 मिनट का चार्ट खोला है तो आपको उस चार्ट पर दिख रही प्रत्येक कैंडलेस्टिक 5 मिनट के टाइम में बनी होगी।

Nifty, Banknifty या किसी भी स्टॉक का चार्ट देखने के लिए आप tradingview वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।

ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर आपको कई प्रकार कैंडल दिखती हैं जैसे–

  • किसी कैंडल की बॉडी बहुत छोटी तो किसी की बहुत बड़ी होती है,
  • किसी कैंडल की wick यानी shadow बहुत छोटी या बड़ी होती है,
  • किसी कैंडल की बॉडी बीच में बनती है तो किसी की नीचे तो किसी के ऊपर की ओर या फिर किसी कैंडल की बॉडी बिल्कुल ना के बराबर होती है,
  • ठीक इसी का उल्टा किसी कैंडल की शैडो बहुत लंबी तो किसी की बिल्कुल ना के बराबर होती है।

इन सब के बारे में जानने के लिए आपको कैंडलस्टिक के प्रकार के बारे में समझना होगा जिसमें अलग-अलग कैंडल जैसे– हैमर, हैंगिंग मैन, मारुबोजो, ड्रैगनफ्लाई, ग्रेवस्टोन (यह सभी जापानीस नाम है) आदि कैंडल्स के बारे में बताया जाता है।

अलग-अलग प्रकार की कैंडल स्टिक से मिलकर ही कैंडलेस्टिक पेटर्न बनते हैं। ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर आपको हर दिन या यूं कहें कि हर समय कोई ना कोई पैटर्न जरूर दिखता है जिसको देखकर आप ट्रेड ले सकते हैं और उससे प्रॉफिट भी कमा सकते हैं.

कैंडलस्टिक पेटर्न के बारे में विस्तार से जानने के लिए आपको यह पोस्ट पढ़नी चाहिए 👉 Top 20 Candlestick Patterns in Hindi

और सिर्फ इतना ही नहीं कैंडलस्टिक पेटर्न को सीखकर कैसे आप दिन का हजारों रुपए कमा सकते हैं इसके लिए आप नीचे दी गई Best Candlestick Pattern Book हिंदी में पढ़ सकते हैं―

Best Candlestick book in hindi PDF downloadट्रेडिंग सीखने का अगला कदम है–

4. ऑप्शन चेन एनालिसिस करके ट्रेडिंग करना सीखें

नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीखें?
ऑप्शन चेन पढ़कर ट्रेडिंग सीखें

ट्रेडिंग सीखने का बेस्ट तरीका है ऑप्शन चेन पढ़ना और एनालिसिस करना. ऑप्शन चेन देखकर आपको पता चलता है कि;

  • अभी शेयर मार्केट का ट्रेंड किस दिशा में है,
  • बाजार में वॉल्यूम में कितना है यानी buyers और sellers की संख्या कितनी अधिक है जिसको देखकर आप मोमेंटम का अंदाजा लगा सकते हैं,
  • मार्केट के important सपोर्ट और रेजिस्टेंस प्राइस का पता लगाया जा सकता है,
  • एक ही जगह पर पूरा डाटा देख सकते हैं,
  • मार्केट कब और कितने समय तक ऊपर या नीचे जा सकता है,
  • आज मार्केट में buyers हावी हैं यानी ज्यादा हैं या sellers, और उसी के आधार पर आप अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बना सकते हैं,

इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हो या इंट्राडे ट्रेडिंग (जिसमें शेयर को एक ही दिन में खरीद कर बेचना पड़ता है)

मतलब हर प्रकार की ट्रेडिंग में आप ऑप्शन चेन डेटा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अब सवाल ये आता है कि आखिर कैसे हम ऑप्शन चैन देखें, ऑप्शन चैन डाटा को कैसे समझें और एनालिसिस कैसे करें. तो इसके बारे में detail में जानने के लिए पढ़ें– ऑप्शन चेन की पूरी जानकारी विस्तार से

दोस्तों आपको बता दें कि अगर आप ट्रेडिंग में बिल्कुल नए हैं तो हो सकता है कि ऑप्शन चैन डाटा देखने पर आपको पहली बार में कुछ ज्यादा समझ ना आए।

क्योंकि मैंने भी जब पहली बार NSE की वेबसाइट पर जाकर option chain देखी थी तो मैं भी इतना सारा डेटा एक साथ देखकर डर गया था क्योंकि आखिर इतना सब कुछ कैसे समझ आएगा, लेकिन विश्वास मानिए धीरे-धीरे पढ़ते-पढ़ते और प्रैक्टिस करते करते सब आसान लगने लगा और आपको भी लगने लगेगा.

अब बढ़ते हैं अगले ट्रेडिंग सीखने के अगले स्टेप पर–

5. ट्रेडिंग साइकोलॉजी के बारे में अधिक से अधिक पढ़ें

घर बैठे ट्रेडिंग कैसे सीखे

Trading सीखने का अगला कदम है ट्रेडिंग साइकोलॉजी का अध्ययन करना. इस स्टेप में आपको केवल यह सीखना है कि लोग ट्रेडिंग करते समय आखिर जैसे behave करते हैं

मतलब कुछ लोग loan लेकर या दोस्तों से पैसा उधार लेकर ट्रेडिंग करते हैं तो वह डर- डरकर ट्रेडिंग करते हैं ताकि उनका पैसा डूब ना जाए.

जबकि कुछ समझदार लोग अपने पैसे का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही ट्रेडिंग में लगाते हैं जिससे वह सुकून से बिना किसी डर के ट्रेडिंग करते हैं और प्रॉफिट भी कमाते हैं।

  • मार्केट में दो प्रकार के ट्रेडर्स होते हैं Safe traders जो अपने पैसे को बचा बचा कर चलते हैं और Risky traders जो अधिक जोखिम लेकर कम समय में अधिक पैसा कमाना चाहते हैं।
  • दोनों ही अपनी अलग – अलग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का उपयोग करके पैसा कमाते हैं।

लेकिन शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान रखना बहुत जरूरी है क्योंकि साइकोलॉजी ठीक ना होने की वजह से बहुत सारे लोग अपने इमोशंस पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और बाजार में अपना बहुत सारा पैसा खो देते हैं।

ऐसा कभी नहीं होगा कि आप ट्रेडिंग में हमेशा प्रॉफिट ही कमाएंगे मतलब बहुत बार आपको नुकसान भी होंगे लेकिन जरूरी यह है कि आप कैसे profit और loss को मैनेज करते हैं।

  • मान लो अगर आप 10 बार ट्रेड करते हैं और 7 बार प्रॉफिट कमाते हैं तो आप एक सफल ट्रेडर कैटेगरी में आ जायेगें
  • लेकिन वहीं अगर आप 10 में से सिर्फ 2 बार ही प्रॉफिट कमा पा रहे हैं तो आपको अभी काफी प्रैक्टिस करने की जरूरत है।

लेकिन ऐसा भी मत करना कि आपने कॉल 10 ट्रेड लिए जिसमें 7 बार profit कमाया और 3 बार नुकसान हुआ लेकिन जो 3 बार loss हुआ वह 7 बार कमाए गए प्रॉफिट से भी काफी अधिक था.

कहने का मतलब यह है कि आप को ट्रेडिंग करते समय अपना Risk reward ratio मेंटेन करके चलना होगा।

इसलिए हर ट्रेड को same अमाउंट से ही करने की कोशिश करें इससे आपका रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो हमेशा बैलेंस रहेगा।

आपको अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी डिवेलप करने और ट्रेडिंग सीख कर आगे बढ़ने और ट्रेडिंग करने का रियल एक्सपीरियंस हासिल करने के लिए अगला पॉइंट जरूर जानना चाहिए जोकि है–

6. मोबाइल एप्स के द्वारा पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करें

ट्रेडिंग सीखने के लिए पेपर ट्रेडिंग या वर्चुअल ट्रेडिंग सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है। पेपर ट्रेडिंग का मतलब होता है बिना अपना असली पैसा लगाए रियल मार्केट में ट्रेडिंग करना इससे आपको ट्रेडिंग करने का रियल एक्सपीरियंस वो भी बिना एक भी पैसा लगाए।

आजकल मार्केट में बहुत सारी virtual trading मोबाइल एप्स और वेबसाइट मौजूद है जिन पर जाकर आप पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं जैसे; Moneybhai जो शेयर मार्केट की पॉपुलर वेबसाइट मनीकंट्रोल का ही एक प्लेटफार्म है, यह आपको फ्री में virtual trading करने की सुविधा देता है।

इस वेबसाइट पर आपको ट्रेड करने के लिए वर्चुअल मनी दिया जाता है और उसके द्वारा आप रियल लाइव मार्केट में ट्रेड कर सकते हैं। इसका फायदा यह है कि आपका खुद का असली पैसा नहीं लगेगा और आपको ट्रेडिंग का रियल एक्सपीरियंस भी मिल जाएगा।

पेपर ट्रेडिंग करते-करते आप धीरे-धीरे पाएंगें कि आपकी trading skills बेहतर होने लगेंगी फिर आप धीरे-धीरे अपने रियल डिमैट अकाउंट के द्वारा ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं।

7. सही स्टॉक सिलेक्ट करना सीखें

Stock trading kaise sikhe in hindi

ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखने के लिए पहले आपको सही स्टॉक सिलेक्ट करना सीखना होगा. क्योंकि अगर आपने ट्रेड करने के लिए गलत स्टॉक चुन लिया तो सिर्फ एक ट्रेड आपका पूरा प्रॉफिट खा सकती है।

लेकिन अब सवाल आता है कि किसी भी stock को सेलेक्ट करने से पहले उसमें क्या देखना चाहिए

  • आप जिस भी शेयर में ट्रेडिंग करना चाहते हैं सबसे पहले उसके support और resistance लेवल पता करना चाहिए।
  • सपोर्ट लेवल वह होता है जहां से स्टॉक का प्राइस बढ़ना शुरू होता है जबकि रेसिस्टेंस लेवल वह होता है जहां से स्टॉक का प्राइस गिरना शुरू होता है।
  • सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस प्राइस पता करने के बाद उन पर एक ट्रेंडलाइन खींच दीजिए इस प्रकार दोनों प्राइस के बीच एक रेंज बन जाएगी.
  • अब आपको स्टॉक के entry और exit point पता करना है मतलब शेयर में कब एंट्री और एग्जिट करना है।
  • तो जब शेयर support प्राइस को टच करके ऊपर की ओर बढ़ने लगे तब आपको शेयर में एंट्री लेना है और resistance पर पहुंचते ही एग्जिट कर देना है।

अब यह तो बात हो गई कि एक स्टॉक को ट्रेड करते समय क्या करना चाहिए लेकिन इससे भी इंपॉर्टेंट आपके लिए यह जानना है कि उस स्टॉक में ट्रेडिंग करते समय आपको किस प्रकार की ट्रेडिंग स्टाइल को अपनाना चाहिए, अगला point इसी बारे में है–

8. शुरुआत में कोई एक ट्रेडिंग स्टाइल चुनें

अगर कोई मुझसे पूछता है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखे तो मैं उससे कहूंगा कि सबसे पहले अपना ट्रेडिंग स्टाइल निर्धारित करो. आपको बता दूं कि शेयर मार्केट में हर ट्रेडर का अपना अलग ट्रेडिंग स्टाइल होता है जो सालों साल के एक्सपीरियंस के बाद आता है।

  • बाजार में कोई safely ट्रेडिंग करना पसंद करता है तो कोई aggresive ट्रेडिंग करना पसंद करता है.
  • एक तरफ कोई कम पैसा लगाकर अधिक रिटर्न कमाना चाहता है (जिसमें रिस्क ज्यादा है) तो वहीं कुछ अधिक पैसा लगाकर भी कम रिटर्न पाकर संतुष्ट कहते हैं (क्योंकि इसमें बहुत कम रिस्क होता है)

इसलिए सबसे पहले आपको अपना ट्रेडिंग स्टाइल देखना होगा कि आप ट्रेडिंग को किस नजरिए से देखते हैं.

आपको मैं पहले ही बता दूं कि आप भी बाकी लोगों की तरह ट्रेडिंग को पैसा डबल करने का गेम सोच कर खेलेंगे तो आप का भी वही हाल होगा जो 90% ट्रेडर्स का होता है मतलब “LOSS

लेकिन अगर आप 10% ट्रेडर्स की तरह ट्रेडिंग को एक रियल बिजनेस मानेंगे मतलब पहले आप ट्रेडिंग को सीखेंगे और फिर ट्रेड करेंगे तो लॉन्ग टर्म में आपको success पाने से कोई नहीं रोक सकता।

अब जानते हैं next पॉइंट के बारे में–

9. ग्लोबल मार्केट एनालिसिस करना सीखें

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग सीखने के लिए ग्लोबल मार्केट का एनालिसिस करना सीखना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दुनिया भर के शेयर बाजार आपस में कनेक्टेड हैं मतलब अगर ग्लोबल बाजार कहीं पर कोई नेगेटिव न्यूज़ आती है तो उसका असर इंडियन शेयर मार्केट और बाकी अन्य देशों के मार्केट पर भी पड़ता है।

ग्लोबल मार्केट एनालिसिस करने के लिए आपको हर दिन SGX Nifty यानी सिंगापुर निफ़्टी देखना चाहिए क्योंकि इससे आपको काफी हद तक अंदाजा मिल जाता है कि आज इंडिया का निफ्टी ऊपर जाएगा या नीचे.

ऐसा 80% से भी ज्यादा बार देखा गया है कि भारत का निफ्टी भी उसी दिशा में चलता है जिस दिशा में सिंगापुर निफ़्टी चलता है।

SGX Nifty के बाद Dow Jones और Nasdaq पर भी नजर रखना बहुत जरूरी है. ये US Stock Market के इंडेक्स है जो अमेरिका के शेयर बाजार का हाल-चाल बताते हैं।

इसके अलावा अन्य देशों के शेयर मार्केट पर भी नजर रख सकते हैं इससे आपको एक अंदाजा मिल जाएगा कि अगले दिन हमारा इंडियन शेयर मार्केट किस तरफ (ऊपर या नीचे) जाने की संभावना रखता है और उसी तरफ हम ट्रेड करने का प्लान कर सकते हैं।

10. अपना पसंदीदा ट्रेडिंग का प्रकार सिलेक्ट करें

ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसका अगला चरण है– ट्रेडिंग प्रकार सिलेक्ट करना. शुरुआती लोग यह गलती करते हैं कि वह किसी भी प्रकार की ट्रेडिंग करने लगते हैं जबकि आपको शुरुआत से ही एक ही प्रकार की ट्रेडिंग सीखने पर फोकस करना चाहिए।

वैसे तो ट्रेडिंग कई प्रकार के होती है लेकिन ये तीन प्रकार की ट्रेडिंग सबसे ज्यादा की जाती है–

  1. इंट्राडे ट्रेडिंग
  2. ऑप्शन ट्रेडिंग
  3. स्विंग ट्रेडिंग

1. रोज पैसा कमाने के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग सीखे

वह ट्रेडिंग जिसमें एक ही दिन के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना पड़ता है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं। यह ट्रेडिंग थोड़ी रिस्की है लेकिन इसमें आप रोज प्रॉफिट कमा सकते हैं. अगर आपने अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग करना सीख लिया तो आप हर दिन हजारों रुपए कमा सकते हैं।

2. जल्दी पैसा कमाने के लिए ऑप्शन ट्रेडिंग सीखें

आजकल जो सबसे ज्यादा पॉपुलर हो रही है उसका नाम है ऑप्शन ट्रेडिंग. ये वह ट्रेडिंग है जिसमें आप किसी स्टॉक या इंडेक्स के ऑप्शन को ट्रेड (buy और sell) करते हैं। ऑप्शन दो प्रकार के होते हैं कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन.

  • किसी स्टॉक का कॉल ऑप्शन (CE) उसका शेयर प्राइस ऊपर जाने के बारे में बताता है और पुट ऑप्शन (PE) उसका शेयर प्राइस नीचे जाने के बारे में बताता है।

ऑप्शन क्या होते हैं इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए यह पोस्ट पढ़ें: Call और Put ऑप्शन क्या हैं और इन्हें कैसे ट्रेड करते हैं (पूरी जानकारी)

ऑप्शन ट्रेडिंग इसलिए पॉपुलर है क्योंकि इसमें आप बहुत कम पैसे लगाकर बहुत बड़ा प्रॉफिट कमा सकते हैं और वह भी सिर्फ कुछ ही मिनटों में.

जी हां आपने सही सुना!

ऑप्शन ट्रेडिंग में आपका पैसा सेकंडों और मिनटों में बढ़ता या घटता है मतलब आप सिर्फ कुछ ही मिनट में अपना पैसा 2 गुना 3 गुना या उससे भी ज्यादा सकते हैं, और इसीलिए ऑप्शन ट्रेडिंग लोगों की फेवरेट बन चुकी है।

लेकिन ध्यान रखें ऑप्शन ट्रेडिंग में जितना फायदा है उससे कई गुना ज्यादा रिस्क भी है लेकिन फिर भी अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं और इसे सीख कर एक सफल ऑप्शन ट्रेडर बनना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत उपयोगी होगा–

3. बिना किसी जोखिम के पैसा कमाने के लिए स्विंग ट्रेडिंग सीखें

ऊपर बताई गई दोनों ट्रेडिंग शॉर्ट टर्म के लिए है जबकि स्विंग ट्रेडिंग एक पोजीशनल ट्रेडिंग है मतलब आप इसे लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड कर सकते हैं। इस प्रकार की ट्रेडिंग में आप किसी शेयर को कुछ हफ्ते से लेकर कुछ महीने तक होल्ड कर सकते हैं।

अगर आप अधिक रिस्क नहीं लेना चाहते तो swing trading आपके लिए बेस्ट है. अगर आप स्विंग ट्रेडिंग से अच्छा प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो आपको ‘Nifty next 50′ स्टॉक्स में ही ट्रेड करना चाहिए।

तो अगर आप ट्रेडिंग सीखने की शुरुआत कर रहे हैं तो आपको इन तीनों में से किसी एक प्रकार की ट्रेडिंग सीखने पर पूरा फोकस करना चाहिए।

11. सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस पर ट्रेडिंग करना सीखें

बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो सिर्फ सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर ट्रेडिंग करके हर दिन पैसा कमाते हैं। अगर आप सिर्फ और सिर्फ सपोर्ट और रेजिस्टेंस के द्वारा ट्रेडिंग करना सीख गए तो आपको बाकी कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

लेकिन इसके लिए आपको काफी प्रैक्टिस करना होगा मतलब बार-बार ट्रेड करके देखना होगा.

क्योंकि बहुत बार ऐसा होता है कि शेयर प्राइस आपके अनुमान के मुताबिक नहीं बल्कि बिल्कुल उल्टी दिशा में चला जाता है जिससे आपको प्रॉफिट की बजाय नुकसान हो जाता है।

अभी तक हमने सीखा है कि सपोर्ट एरिया पर आने के बाद प्राइस बढ़ना शुरू होता है और रेजिस्टेंस एरिया पर जाने के बाद नीचे गिरना शुरू होता है.

लेकिन जब आप लाइव मार्केट में ट्रेडिंग कर रहे होंगे तो आपको हर बार ऐसा देखने को नहीं मिलेगा.

कई बार ऐसा होगा कि प्राइस सपोर्ट लेवल पर पहुंचने से पहले ही ऊपर बढ़ना शुरू हो जाए और बहुत बार ऐसा हुआ कि प्राइस रेजिस्टेंस लेवल पर पहुंचने से पहले ही नीचे करना शुरू हो जाए.

इसलिए जब भी आप सपोर्ट और रेसिस्टेंट की लाइन draw करें तो उसे एक मोटी सी रेंज में ड्रॉ करें ताकि प्राइस थोड़ा बहुत ऊपर नीचे भी हो जाए तो इससे कुछ ज्यादा फर्क ना पड़े।

आपको बता दें कि सपोर्ट और रेजिस्टेंस पर रीडिंग करना उस समय अधिक प्रॉफिटेबल होता है जब मार्केट एक रेंज में घूम रहा हो मतलब जब मार्केट ना तो ऊपर और ना ही नीचे बल्कि sideways होता है तो आप सपोर्ट पर खरीदकर और रेजिस्टेंस पर बेचकर या इसका उल्टा करके अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं।

अब ट्रेडिंग सीखने का अगला स्टेप है–

12. टेक्निकल इंडिकेटर्स के बारे में पता करें

ट्रेडिंग कैसे सीखें
टेक्निकल इंडिकेटर्स को जानकर ट्रेडिंग सीखें

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको टेक्निकल इंडिकेटर्स की जानकारी होना बहुत जरूरी है। इन्हें हिंदी में तकनीकी संकेतक भी कहते हैं. इंडिकेटर प्राइस के बढ़ने या घटने के बारे में पहले ही बता देते हैं।

ये इंडिकेटर आप चार्ट पर अप्लाई कर सकते हैं. अगर देखा जाए तो काफी हद तक टेक्निकल इंडिकेटर्स का अनुमान सही निकलता है क्योंकि यह पास्ट डाटा को analyse करके फ्यूचर की prediction देते हैं।

टेक्निकल इंडिकेटर्स कई प्रकार के होते हैं जैसे– RSI, MACD, बोलिंगर बैंड, वॉल्यूम, मूविंग एवरेज आदि।

अगर आप टेक्निकल इंडिकेटर्स के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो नीचे दी गई पोस्ट पढ़ सकते हैं–

13. स्टॉप लॉस और टारगेट पता करना सीखें

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको स्टॉपलॉस और टारगेट प्राइस डिसाइड करना होगा. अगर आप ट्रेडिंग में नुकसान से खुद को बचाना चाहते हैं तो आपको शेयर खरीदने से पहले स्टॉप लॉस निर्धारित करना होगा.

Stop loss का मतलब होता है कि आप मैक्सिमम कितना loss सहन कर सकते हैं।

मान लीजिये अगर आप एक ट्रेड पर maximum 20 Rs का loss ले सकते हैं तो जब आप ट्रेडिंग करते हैं तो आपको 20 Rs stop loss लगाना चाहिए. ऐसा करने से आपको कभी भी 20 Rs से ज्यादा का नुकसान नहीं हो सकता चाहे शेयर प्राइस कितना भी नीचे चला जाए।

अब बात आती है टारगेट प्राइस की तो आपको टारगेट हमेशा स्टॉप लॉस से अधिक रखना चाहिए मतलब अगर आपका स्टॉप लॉस 20 Rs है तो टारगेट 30 Rs या 40 Rs रख सकते हैं।

इस प्रकार अगर आपने 10 में से 5 बार भी प्रॉफिट कमा लिया तो कुल मिलाकर आपको फायदा ही होगा क्योंकि आप का टारगेट प्राइस आपके द्वारा लगाए गए स्टॉपलॉस का दुगुना है।

14. ट्रेडिंग चार्ट पर ट्रेंडलाइन उपयोग करना सीखें

Online trading kaise sikhe
ट्रेंडलाइन का उपयोग करके ट्रेडिंग सीखें

ट्रेडिंग कैसे सीखें, इसके लिए ट्रेंडलाइन का उपयोग करना जरूर आना चाहिए. ट्रेंडलाइन वह रेखाएं होती हैं जो आप चार्ट पर खींचते हैं. यह रेखाएं हॉरिजॉन्टल या वर्टिकल हो सकती हैं इसके अलावा ऊपर की ओर तिरछी या नीचे की ओर तिरछी भी हो सकती हैं।

  • टेक्निकल एनालिसिस करते समय चार्ट पर ट्रेंड लाइन लगाना बहुत महत्वपूर्ण होता है क्यों trendline को देखकर ही आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस zone का पता चलता है।
  • मतलब अगर सपोर्ट और रेजिस्टेंस एरिया का ट्रेंड लाइन खींची गई है तो आप उसे देखकर समझ सकते हैं कि यह इंपॉर्टेंट जोन है और यहां से प्राइस रिवर्स हो सकता है।

इस प्रकार अगर देखा जाए तो ट्रेंडलाइन आपके काम को बहुत आसान बना देती हैं और इसे आप किसी भी स्टॉक या इंडेक्स के चार्ट पर खींच सकते हैं।

ट्रेंडलाइन के अलावा भी बहुत सारे ट्रेडिंग टूल्स हैं टेक्निकल एनालिसिस में मदद करते हैं जैसे– तकनीकी इंडिकेटर्स, वॉल्यूम, मूविंग एवरेज आदि।

चलिए अब बात करते हैं ट्रेडिंग सीखने के अगले तरीके के बारे में–

15. ब्लॉग पढ़कर और वीडियोस देखकर ट्रेडिंग सीखे

जी हां आप ट्रेडिंग से रिलेटेड ब्लॉग पढ़कर या फिर यूट्यूब वीडियो देखकर भी ऑनलाइन ट्रेडिंग सीख सकते हैं। जो आप इस समय पढ़ रहे हैं वह एक ब्लॉग है जिसके द्वारा हम आपको ‘ट्रेडिंग कैसे सीखें‘ इसके बारे में नॉलेज दे रहे हैं इसी प्रकार बहुत सारे और भी ब्लॉग मौजूद हैं जो ट्रेडिंग के बारे में सिखाते हैं।

लेकिन अगर आपको प्रैक्टिकल तरीके से ट्रेडिंग सीखना है तो आपको ट्रेडिंग से संबंधित YouTube channels को फॉलो करना चाहिए।

इंटरनेट पर बहुत सारे बढ़िया यूट्यूब चैनल है जो ट्रेडिंग सिखाते हैं जिनके नाम नीचे दिए गए हैं–

  • Pushkar Raj Thakur
  • Power of Stocks
  • Invest Aaj For Kal
  • IITian Trader
  • Art of Trading
  • Neeraj Joshi
  • Mukul Agrawal

अगर आपको ऑनलाइन फ्री में ट्रेडिंग सीखना है तो आप ऊपर दिए गए यूट्यूब चैनल के वीडियोस देख सकते हैं. हर एक चैनल की अपनी एक खासियत है जैसे–

  • अगर आप ट्रेडिंग को बिल्कुल शुरुआत से सीखना चाहते हैं तो Pushkar Raj Thakur और IITian Trader यूट्यूब चैनल आपके लिए बेस्ट है.
  • अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में सीखना चाहते हैं तो Art of Trading यूट्यूब चैनल के फाउंडर Ghanshyam Sir से सबसे बेहतर आपको कोई नहीं सिखा सकता.
  • अगर आप बिल्कुल सिंपल भाषा में ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो Neeraj Joshi यूट्यूब चैनल आपके लिए बढ़िया है जो कि आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग बहुत ही सरल भाषा में सिखाते हैं।
  • अगर आप रोजाना मार्केट एनालिसिस और daily profit देने वाले stocks के बारे में वीडियोस देखना चाहते हैं तो Power of Stocks, Invest Aaj For Kal और Mukul Agrawal युटुब चैनल्स आपको जरुर चेक करना चाहिए।

अब बढ़ते हैं ट्रेडिंग सीखने के अगले तरीके की ओर–

16. शेयर मार्केट कोर्स करके ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखें

ट्रेडिंग सीखने का अगला बेस्ट तरीका है ऑनलाइन कोर्स करना. इंटरनेट पर बहुत सारे Trading courses उपलब्ध है जिनके द्वारा आप बेसिक से एडवांस तक ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

लेकिन ध्यान रखिए– आजकल online courses के नाम पर आपसे पैसे लेकर सिर्फ फ्री इंफॉर्मेशन ही दी जा रही है जो आप कहीं से भी सीख सकते हैं।

इसका मतलब यह नहीं है कि सारे ऑनलाइन कोर्स बेकार होते हैं. मेरा कहना सिर्फ इतना है कि आपको किसी भी ऑनलाइन कोर्स को लेने से पहले इसके बारे में अच्छे से जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए वरना बहुत सारी ट्रेडिंग वीडियोस तो इंटरनेट पर फ्री में ही उपलब्ध है।

17. ट्रेडिंग की किताबें पढ़कर बेसिक्स क्लियर करें

ट्रेडिंग कैसे सीखे हिंदी में
Books पढकर ट्रेडिंग सीखें

अगर आप बिल्कुल सिस्टमैटिक तरीके से ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो Trading books पढ़ना एक अच्छा तरीका हो सकता है. अगर आप बिल्कुल नए है और ट्रेडिंग की शुरुआत कर रहे हैं तो आप को कम से कम 1-2 अच्छी ट्रेडिंग की बुक्स जरूर पढ़ना चाहिए.

शुरुआत आप टेक्निकल एनालिसिस की बुक पढ़ने से कर सकते हैं जिसे पढ़कर आपको यह पता चल जाएगा कि आखिर ट्रेडिंग कैसे काम करती है और इतने सारे लोग इसके द्वारा घर बैठे ऑनलाइन पैसा कैसे कमा पाते हैं।

ट्रेडिंग की किताबें पढ़कर आपके मन के सारे डाउट एक-एक करके क्लियर होते चले जाएंगे. तो अगर आप ट्रेडिंग की पूरी नॉलेज लेना चाहते हैं तो किताबें पढ़ना एक अच्छा सुझाव है।

18. सफल ट्रेडर्स को फॉलो करें

ट्रेडिंग सीखने का बेस्ट तरीका है सफल ट्रेडर्स को फॉलो करना. मतलब ऐसे लोग जो पहले से ही ट्रेडिंग की फिल्में सालों साल से काम कर रहे हैं आप उनको सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते हैं।

ऊपर मैंने आपको जितने भी यूट्यूब चैनल के नाम बताए हैं वह सभी रियल ट्रेडर हैं और उनके सोशल मीडिया हैंडल्स हैं जिन पर जाकर आप उन लोगों को फॉलो कर सकते हैं क्योंकि वह मार्केट में बहुत सालों से ट्रेडिंग का एक्सपीरियंस रखते हैं।

जहां पर ये लोग टाइम टू टाइम अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर ट्रेडिंग के बारे में उपयोगी जानकारी और अपडेट प्रोवाइड करते रहते हैं. इसलिए अगर आप ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो ऐसे सक्सेसफुल ट्रेडर्स को फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम आदि पर फॉलो जरूर करें।

अब तक आपने कुल मिलाकर 18 तरीके देखे जिनके द्वारा आप घर बैठे ट्रेडिंग सीख सकते हैं.

चलिए अब स्टेप बाय स्टेप जानते हैं कि–

ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे सीखें?

Online Trading kaise sikhe in hindi
ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखने का तरीका

ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करना होगा–

  1. फ्री में यूट्यूब वीडियोस देखकर ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखें.
  2. इंटरनेट पर ब्लॉग्स पढ़कर ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखे.
  3. ट्रेडिंग एप्लीकेशंस की मदद से ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखें.
  4. पेपर ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन ट्रेडिंग करना सीखें.
  5. ऑनलाइन कोर्स करके ट्रेडिंग सीख सकते हैं।
  6. ऑप्शन चेन डेटा एनालिसिस करके ट्रेडिंग सीख सकते हैं।
  7. टेक्निकल एनालिसिस की प्रैक्टिस करके ट्रेडिंग सीख सकते हैं
  8. चार्ट पेटर्न एनालिसिस करके ऑनलाइन ट्रेडिंग सीखें.
  9. प्राइस एक्शन को समझकर ऑनलाइन ट्रेडिंग करना सीखें।

मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे सीखे (Mobile Trading kaise sikhe)

मोबाइल से ट्रेडिंग करना कैसे सीखें
Mobile trading kaise sikhe

मोबाइल से ट्रेडिंग सीखने के तरीके नीचे बताए गए हैं–

  1. सबसे पहले मोबाइल में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलें.
  2. अब अपने बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करें।
  3. फ्यूचर एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने के लिए F&O सेगमेंट एक्टिवेट करें.
  4. अब आप मोबाइल से निफ्टी, बैंकनिफ्टी में ट्रेडिंग कर सकते हैं या फिर किसी भी स्टॉक को ट्रेड (buy या sell) कर सकते हैं।
  5. इसके अलावा इंटरनेट पर बहुत सारे मोबाइल ट्रेडिंग एप्स हैं जिनके द्वारा आप मोबाइल से ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

दोस्तों मोबाइल से ट्रेडिंग सीखने में थोड़ी बहुत मुश्किल हो सकती है क्योंकि फोन की स्क्रीन बहुत छोटी होती है इसलिए trading charts को देखने में थोड़ी प्रॉब्लम आ सकती है लेकिन फिर भी आप चाहे तो शुरुआत में मोबाइल से ट्रेडिंग सीखी जा सकती है।

2024 में ट्रेडिंग कहां से सीखे?

युटुब से ट्रेडिंग की वीडियो देखकरब्लॉग्स पढ़कर
पेपर ट्रेडिंग करकेसफल ट्रेडर्स को सोशल मीडिया पर फॉलो करके
ट्रेडिंग की बेसिक शब्दावली सीखेंघर बैठे ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स करें
ट्रेडिंग की किताबें पढ़ेंटेक्निकल एनालिसिस को स्टेप बाय स्टेप सीखें

ट्रेडिंग सीखने के लिए बेस्ट एप्स (Best apps to learn trading)

InvestopediaMarket Watch
The wall Street JournalBusiness Insider
ET MoneyThe Motley Fool
NSE AcedemyBloomberg
MoneycontrolZerodha

अब तक हमने आपको ट्रेडिंग सीखने के बारे में बहुत कुछ बता दिया है लेकिन मुझे पता है फिर भी beginners के मन में बहुत सारे कॉमन सवाल होते हैं जिनका जवाब नीचे दिया गया है, आइये ऐसे ही कुछ बेसिक सवालों के बारे में जान लेते हैं–

FAQ’s (ट्रेडिंग कैसे सीखें हिंदी में)

ट्रेडिंग सीखने के लिए क्या करें?

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको टेक्निकल रिसर्च, कैंडलस्टिक, चार्ट पेटर्न्स, मूविंग एवरेज, वॉल्यूम, तकनीकी इंडिकेटर, सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस और ट्रेंड लाइन के बारे में सीखना पड़ेगा. इसके अलावा आप पेपर ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करके भी ऑनलाइन ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

ट्रेडिंग में सबसे पहले हमें क्या सीखना चाहिए?

ट्रेडिंग में आपको सबसे पहले टेक्निकल एनालिसिस सीखना चाहिए ताकि आप रियल मार्केट में ट्रेड कर सकें. इसके अलावा आपको ऑप्शन चेन डेटा को पढ़ना सीखना चाहिए जिससे आपको मार्केट में प्राइस एक्शन और मोमेंटम के बारे में जानकारी मिलती है।

मैं ट्रेडिंग कहां से सीख सकता हूं?

ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है बल्कि आप घर पर रहकर ही ट्रेडिंग सीख सकते हैं। मतलब आप ऑनलाइन ब्लॉग पढ़कर और युटुब वीडियोस देखकर आसानी से ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

क्या आप खुद से ट्रेडिंग सीख सकते हैं?

जी हां, खुद से ट्रेडिंग सीखी जा सकती है लेकिन इसमें काफी समय लग सकता है लेकिन अपने आप से सीखने के लिए आपको ट्रेडिंग के सभी बेसिक फंडामेंटल्स को एक-एक करके बारीकी से समझना होगा, लाइव मार्केट में कई बार लॉस करना होगा और बहुत एक्सपीरियंस गेन करना होगा उसके बाद ही आप खुद से ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है?

वैसे तो आप ट्रेडिंग को कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीने में सीख सकते हैं लेकिन प्रॉपर तरीके से ट्रेडिंग सीखने में 6 महीने से लेकर 1 साल तक का समय लगता है। अगर आप एक शुरुआती ट्रेडर हैं तो भी आप 1-2 साल में आसानी से ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं।

क्या मैं 1 महीने में ट्रेडिंग सीख सकता हूं?

सिर्फ 1 महीने में ट्रेडिंग सीखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन ना मुमकिन नहीं है. ट्रेडिंग सीखने का सबसे अच्छा तरीका है वर्चुअल ट्रेडिंग की प्रैक्टिस करना किसके द्वारा आप लाइव मार्केट में ट्रेड करके ऑनलाइन ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

ट्रेडिंग में कितने लोग सफल होते हैं?

सेबी (SEBI) की रिपोर्ट के अनुसार, इंडिया में 80% से भी ज्यादा ट्रेडर्स ट्रेडिंग में फेल हो जाते हैं मतलब सिर्फ 20% लोग ही ट्रेडिंग में सफल हो पाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग ट्रेडिंग को एक बिजनेस की तरह नहीं बल्कि जल्दी पैसा कमाने की मशीन के रूप में देखते हैं।

लोग ट्रेडिंग में फेल क्यों होते हैं?

इतने सारे लोगों का ट्रेडिंग में फेल होने का सबसे बड़ा कारण है नॉलेज की कमी. मतलब लोग बिना कुछ सीखे ट्रेडिंग में एंटर तो कर देते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि loss को कैसे मैनेज करना है और बहुत ही जल्दी अपना पूरा पैसा गंवा देते हैं जो कि उनकी असफलता का सबसे बड़ा कारण होता है।

ट्रेडिंग सीखने के लिए कौन सा कोर्स बेस्ट है?

ट्रेडिंग सीखने के लिए Elearnmarket का A2Z of Stock Trading कोर्स सबसे बेस्ट है।

ट्रेडिंग में सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या है?

ट्रेडिंग में सबसे महत्वपूर्ण चीज है माइंडसेट. अगर आप ट्रेडिंग में इंटरेस्ट रखते हैं तो आपने यह तो सुना होगा कि–‘Trading is 80% mindset and 20% strategy’ मतलब ट्रेडिंग में आपकी साइकोलॉजी सबसे महत्वपूर्ण रोल निभाती है।

Trading kaise sikhe in hindi ‘Conclusion’

दोस्तों ट्रेडिंग में सफलता पाने और पैसा कमाने के लिए ट्रेडिंग को सीखना बहुत जरूरी है। अगर आप एक शुरुआती ट्रेडर है तो पहले आपको ट्रेडिंग के बेसिक नियमों को सीखना और समझना होगा।

यह बिल्कुल सच है कि 80% लोग ट्रेडिंग करने के 6 महीनों के अंदर ही अपना लॉस कर बैठते हैं और इस फील्ड से बाहर हो जाते हैं मतलब वह ट्रेडिंग में फेल हो जाते हैं.

लेकिन सिर्फ 20% लोग होते हैं जो पहले ट्रेडिंग को सीखते हैं और उसके बाद लाइव मार्केट ट्रेड करना शुरू करते हैं और इसीलिए वह ट्रेडिंग में सफल हो पाते हैं।

तो अगर आपने भी ट्रेडिंग सीखने के सभी तरीकों को अच्छे से फॉलो किया तो आपको एक सफल ट्रेडर बनने से कोई नहीं रोक सकता।

इस पोस्ट में मैंने आपको बताया है कि ट्रेडिंग कैसे सीखें (How to learn trading in hindi) और ट्रेडिंग सीखने के लिए क्या करना पड़ता है?

मुझे पूरी उम्मीद है कि इस पोस्ट में बताए गए तरीकों की मदद से आप ऑनलाइन ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं. मैं उम्मीद करता हूं आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।

अगर आपके मन में अभी भी कोई डाउट है तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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