क्या आपने भी किसी कंपनी के स्टॉक को analyse करते समय या फिर बिज़नेस न्यूज़ पेपर, मैगजीन या TV पर experts को underlying asset के बारे में कुछ बोलते हुए सुना है?
लेकिन आपको नहीं पता कि आखिर underlying asset का मतलब क्या होता है?
अगर आप underlying asset के बारे में सब कुछ जानना चाहते है तो आप एकदम सही जगह आए हैं
क्योंकि आज मैं आपको underlying asset के बारे में सब कुछ विस्तार से बताने वाला हूं।
पहले तो आपको बता दें कि underlying asset और डेरिवेटिव्स दोनों आपस में कनेक्टेड हैं तो अगर आप Underlying asset को समझना चाहते हैं तो आपको डेरिवेटिव के बारे में भी पता होना चाहिए।
चिंता मत कीजिए आप बस इस पोस्ट को पढ़ते जाइए आपको डेरिवेटिव और Underlying asset दोनों के बारे में पता चल जाएगा।
आइए बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं कि आखिर Underlying Asset होता क्या है?
Underlying Asset क्या होता है?
Underlying asset एक ऐसा शब्द (term) है जिसका ज्यादातर उपयोग derivative market में किया जाता है।
सबसे पहले आपको Underlying assets को समझने से पहले Underlying का क्या मतलब होता है, यह समझना होगा।
Underlying meaning in hindi: Underlying का हिंदी में अर्थ होता है “आधारभूत” यानी कि किसी चीज का आधार।
यानी कि एक ऐसी चीज जिस पर अन्य चीजें आधारित होती हैं या निर्भर होती हैं उसे हम “Underlying” कहते हैं।
ठीक इसी तरह Underlying asset भी एक ऐसा financial asset या security है जिस पर अन्य चीजें जैसे कि derivative contracts आदि निर्भर करती हैं।
मतलब अगर Underlying asset कोई वस्तु या raw material (कच्चा माल) है जिससे अन्य किसी वस्तु को बनाया जाता है तो अन्य वस्तु की कीमत उसके Underlying asset से निर्धारित होगी
जब-जब Underlying asset का प्राइस बढ़ेगा उस पर आधारित वस्तु का प्राइज भी बढ़ेगा इसी तरह जब Underlying asset का प्राइस घटेगा तो उस वस्तु का प्राइस भी घटेगा।
यहां पर जिसे अन्य वस्तु बोला जा रहा है जोकि Underlying assets पर निर्भर होती है उस वस्तु को ही हम डेरिवेटिव (Derivative) कहते हैं।
मतलब जो चीजें Underlying asset पर निर्भर करती हैं वह Underlying asset के डेरिवेटिव्स कहलाते हैं।
Definition of Underlying Assets in Hindi
अगर Definition की बात करें तो Underlying Asset एक ऐसी security है जिस पर कोई derivative contract आधारित होता है।
Stock के Underlying के अनुसार ही उसके derivative contract का प्राइस बढ़ता है या घटता है।
- Example: जब आप ऑप्शन ट्रेडिंग (option trading) करते हैं तो उसमें आप स्टॉक के प्राइस का अनुमान लगाते हैं कि किसी शेयर का प्राइस कब ऊपर जाएगा और कब नीचे।
- जब आपको लगता है कि stock का प्राइस बढ़ेगा तो आप call option खरीदते हैं इसी तरह जब आपको लगता है कि stock का प्राइस घटेगा तो आप put option खरीदते हैं।
तो इस तरह derivative का प्राइस हमेशा underlying asset से directly संबंधित होता है।
What is underlying asset in derivatives in hindi
Underlying assets वह assets हैं जिन पर Financial instruments (जैसे; derivatives like: futures, option, forward, swap) आधारित होते हैं और Derivative contract की value, underlying asset की value से directly या indirectly संबंधित होती है।
Derivatives वे contracts होते हैं जो एक specified asset को एक specified date पर, एक specified price पर buy या sell करने के अधिकार को व्यक्त करते हैं।
Underlying assets हमेशा कैश मार्केट में ट्रेड होते हैं जबकि उनके डेरिवेटिव्स Future market या derivative market में ट्रेड होते हैं।
Future Contract के लिए Underlying Asset क्या होते हैं?
Future Underlying Asset In Hindi: किसी भी future contract की value, Underlying assets की value पर निर्भर होती है।
अगर निवेशक किसी Underlying instrument का future contract खरीदते हैं तो buyer और seller दोनों ही किसी specified expiry date और specified price पर buy या sell करने के लिए बाध्य हो जाते हैं।
अधिकतर future traders, expiry date से पहले ही अपनी position close कर देते हैं। वह एक price पर future को खरीदते हैं जब उसका प्राइस बढ़ जाता है तो trade से exit कर लेते हैं और नेट प्रॉफिट कमा लेते हैं।
Future contract में जो seller होता है उसे expiry date पर फ्यूचर को sell करना पड़ता है और जो buyer है उसे same expiry date पर फ्यूचर को buy करना पड़ता है।
मतलब दोनों future buyers और sellers तय किये गए underlying asset के future contract को पूरा करने के लिए बाध्य हो जाते हैं जबकि option contract में ऐसा नहीं होता।
Option Contract के लिए Underlying Asset क्या होते हैं?
Option Underlying Asset In Hindi: futures की तरह option का price भी उसके Underlying stock के price पर निर्भर करता है।
Option contract में आपको पहले से निर्धारित किए गए strike price और specified date पर Underlying asset को buy या sell करना होता है।
लेकिन option trading में buyer किसी भी तरीके से खरीदने और बेचने के लिए बाध्य नहीं होता है इसका अधिकार पूरी तरह से आपके पास होता है।
उदाहरण: मान लो आपने कोई option 100 रुपये में buy किया मतलब आपने call option खरीदा क्योंकि आपको लगता है कि आने वाले 1 महीने में इसका प्राइस बढ़ सकता है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ?
आपको पता चला कि 1 महीने बाद उस stock के price में बिल्कुल भी movement नहीं दिखी तो ऐसे में आप expiry date को पूरा हो जाने दीजिए.
इसमें आपको केवल उसी price का नुकसान होगा जितने में आपने underlying stock के option को buy किया था।
Example Of Underlying Assets In Hindi
आइए Underlying assets को एक आसान उदाहरण से समझते हैं-
Underlying Asset Example #1:
जैसा कि आपको पता है कि कुर्सी की कीमत लकड़ी पर निर्भर करती है क्योंकि कुर्सी को लकड़ी से ही बनाया जाता है तो जब लकड़ी की कीमत बढ़ेगी तो कुर्सी की कीमत भी बढ़ेगी
ठीक इसी तरह जब-जब लकड़ी की कीमत कम होगी तो साथ ही साथ कुर्सी की कीमत भी कम होती जाएगी।
तो यहां पर हम कह सकते हैं कि जो लकड़ी है वह Underlying asset है और जो कुर्सी है वह उस लकड़ी की डेरिवेटिव है।
डेरिवेटिव मतलब ऐसी चीज जिसकी अपनी वैल्यू किसी अन्य चीज पर निर्भर करती है। और अन्य चीज को ही हम कुर्सी (डेरिवेटिव) का Underlying asset कहते हैं।
अगर आप अभी भी नहीं समझे तो आइए एक और उदाहरण देते हैं-
Underlying Asset Example #2:
जैसा कि आपको पता है बाजार में जो चीनी बिकती है वह गन्ने से बनती है मतलब चीनी को तैयार करने के लिए कच्चा माल गन्ना होता है।
तो अगर मान लो किसी साल बारिश या अन्य कारणों की वजह से गन्ने की खेती कम हुई तो उस साल बाजार में चीनी का भाव बढ़ जाएगा।
इसी तरह अगर गन्ने की फसल ज्यादा हुई तो चीनी की कीमत कम हो जाएगी।
इसका मतलब है कि चीनी का Underlying asset गन्ना है क्योंकि चीनी का प्राइस गन्ने पर निर्भर करता है।
और चीनी गन्ने की डेरिवेटिव है।
ज्यादातर चीजों का Underlying assets उनका कच्चा माल ही होता है जैसे कि chips का आलू है, Tomato sauce का टमाटर है, Pencil का ग्रेफाइट और Pen का स्याही (ink)
इसी तरह पेट्रोल या डीजल का Underlying क्रूड ऑयल (crude oil) है। इसीलिए जब इंटरनेशनल मार्केट में crude oil मेंहगा या सस्ता होता है तो भारत में पेट्रोल या डीजल के दाम भी बढ़ते और घटते हैं।
Underlying Asset Example #3:
जैसा कि आप जानते हैं शेयर मार्केट में किसी ना किसी stock में unexpected fluctuations होती रहती हैं और इन्हीं fluctuations से बचने के लिए आप डेरिवेटिव का उपयोग करते हैं।
मान लो आपके पोर्टफोलियो में ITC कंपनी के कुछ shares 250 रुपये के प्राइस पर आपने ले रखे हैं लेकिन आपको लगता है कि कल किसी कारण (like: litigtion का result announce होने वाला हो) जिससे ITC कंपनी का शेयर प्राइस बहुत तेजी से नीचे गिरने वाला है।
आपको लगता है कि अगर फैसला आईटीसी कंपनी के पक्ष में नहीं सुनाया गया तो शेयर का प्राइस अचानक से बहुत नीचे जा सकता है।
तो ऐसे में आप क्या करेंगे?
इस स्थिति में आप ITC का put option खरीद कर अपनी risk को कम कर सकते हैं क्योंकि put option से आप उसी particular price पर ITC के शेयर को sell कर सकते हैं।
इस उदाहरण में Put option एक derivative है और ITC का stock उसका underlying है।
Types Of Underlying Assets In Hindi
Underlying security क्या-क्या हो सकते हैं?
एक underlying instrument किसी भी financial asset के रूप में हो सकता है
Financial assets मतलब वो चीजें जिनमें अगर आप आज निवेश करते हैं तो उनका price भविष्य में बढ़ सकता है और आपको अच्छा रिटर्न दे सकता है।
कुछ financial assets इस प्रकार हैं
जैसे-
List of underlying assets
- Stock
- Equity
- Derivatives
- Debts
- Commodities (Gold, Silver, Crude Oil, etc.)
- Currencies (US doller, Pound, Yen etc.)
- Bonds
- Market indexes (Sensex, Nifty, NYSE, LSE etc.)
- Interest rates
- Exchange traded funds (ETF)
STOCKS या EQUITIES: Cash market में सबसे ज्यादा Most active ट्रेड किया जाने वाला underlying security, stocks या equities ही हैं जिनके डेरिवेटिव को Future market या Option market में buy और sell किया जाता है। किसी भी कंपनी का स्टॉक उस कंपनी की Financial growth को indicate करता है।
DEBTS & BONDS: Debt और bonds भी एक तरह का underlying assets ही है जिनका प्राइस interest rate के आधार पर चेंज होता रहता है। इसमें risk बिल्कुल ना के बराबर होता है इसीलिए अगर आप safe investment करना चाहते हैं तो आप Government bond या debt fund में पैसा निवेश कर सकते हैं।
EXCHANGE TRADED FUNDS: इन्हें ETF भी कहते हैं ये कुछ स्पेशल तरह के mutual fund या index fund होते हैं जिन्हें स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड किया जाता है। एक ETF बहुत सारे stocks का group होता है जोकि index जैसे; BSE Sensex, Nifty, S&P आदि के संयोजन को दर्शाता है। जिनका बेंचमार्क underlying index होता है। इसका मतलब यह है कि ETFs की trading value उसके underlying stock की value पर based होती है।
MARKET INDEXES: Index बहुत सारे stocks या securities का collection होती है जैसे; Nifty50 india के 12 अलग-अलग सेक्टर्स की टॉप कंपनी का collection है। Market index को Financial market की performance देखने के लिए बनाया जाता है।
CURRENCIES: अलग-अलग देशो की अलग-अलग currencies होती है जो हर दिन currency market में ट्रेड होती रहती हैं। सबसे पॉपुलर करेंसी US doller है जिसे globally accept किया जाता है। currency market में ट्रेड होने वाली ये सभी currencies को हम underlying assets भी बोल सकते हैं।
COMMODITIES: इसके अंतर्गत Gold, silver, crude oil, gasoline, live stocks (जैसे; pigs, cows) और एग्रीकल्चर प्रोडक्ट (जैसे; corn, coffee, cotton) आदि instrument आते हैं जिन्हें रोजाना commodity market में ट्रेड किया जाता है। ये भी underlying assets के अंदर ही आता है।
ऊपर बताए गए सभी underlying assets हैं जोकि शेयर मार्केट में ट्रेड होते रहते हैं।
इनके अलावा कुछ अन्य डेरिवेटिव भी underlying assets हो सकते हैं जैसे; volatility index, VIX आदि।
Other Examples Of Underlying Assets
मान लो कोई underlying stock है (जैसे; Stock XYZ) जो 1200 रुपये पर ट्रेड कर रहा है और आपको लगता है कि आने वाले समय में Stock XYZ का शेयर प्राइस नीचे जा सकता है
तो अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो आप इस stock का 1200 रुपये के strike price पर put option खरीदेंगे।
Put option एक derivative contract है जो shareholder को expiry date से पहले underlying stock को strike price पर sell करने की अनुमति देता है।
लेकिन ऐसा कुछ जरूरी नहीं है कि आपको sell करना ही पड़ेगा यह आपकी choice है।
तो यहाँ पर put option का underlying asset Stock XYZ है जिससे put option की value derive होती है मतलब कम और ज्यादा होती है।
Important points of underlying assets in Hindi
कुछ underlying shares में काफी लिक्विडिटी होती है जोकि highly marketable होते हैं यानी कि बहुत ज्यादा ट्रेड किए जाते हैं जैसे कि: Stocks.
हर एक underlying asset में अलग अलग risk होती है जैसे; stocks, equties या commodities में investment risk होती है
जबकि debts और bonds में default risk होती है जोकि interest rates पर आधारित होती है।
इन assets में एक organized financial market होता है जोकि लिक्विडिटी को promote करता है और अलग-अलग parties के बीच में securities को exchange करता है।
बहुत सारे निवेशक निवेश करने के लिए underlying assets का उपयोग करते हैं और एक निश्चित समय तक होल्ड करने के बाद return या प्रॉफिट कमा लेते हैं।
- Underlying assets के कुछ variants ऐसे भी हैं जिनमें speculations यानी फेर-बदल किया जा सकता है और इन assets को खरीदने पर आप अपना पैसा lose कर सकते हैं।
कुछ ऐसे underlying instruments भी हैं जो केवल OTC Market (Over the counter) सेगमेंट में ही ट्रेड किए जा सकते हैं जिससे conterparty risk काफी हद तक बढ़ जाता है।
अब चूंकि इन assets में ऑर्गेनाइज मार्केट होता है इसीलिए underlying stock में trading करते समय transaction cost काफी कम लगता है।
Underlying assets Hindi Meaning
किसी भी Underlying derivative की value उस देश की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है। इसीलिए हर देश में पेट्रोल, डीजल, गोल्ड, सिल्वर आदि के दाम अलग-अलग होते हैं।
अगर देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है तो काफी चांसेस हैं कि Underlying assets की value भी कम होती चली जाएगी।
- Derivatives जोकि financial instrument होते हैं उनकी value, Underlying की value से derive की जाती है।
- किसी भी derivative contract की position हमेशा उसके Underlying stock की position पर निर्भर करती है।
एक बार जब आप डेरिवेटिव में पोजीशन ले लेते हैं और फिर जब Underlying share की value बढ़ती या कम होती है तो आपकी position risk भी बढ़ने या कम होने लग जाती है।
इसलिए डेरिवेटिव ट्रेडिंग में निवेशक ज्यादा High return पाने के चक्कर में अपना पैसा lose भी कर सकते हैं।
FAQs Related to Underlying Assets in Hindi
Underlying assets से जुड़े कुछ basic सवाल और उनके जबाब नीचे दिए गए हैं-
किसी derivative instrument के लिए underlying asset क्या होते है?
Stocks, bonds, currencies, debts, indexes और commodities आदि सभी derivative contracts, underlying assets कहलाते हैं और यही सभी financial instrument, underlying asset के उदाहरण हैं।
किसी stock के लिए underlying का क्या मतलब है?
Underlying का मतलब होता है एक ऐसा instrument जिस पर उसके derivative contracts निर्भर करते हैं। किसी डेरीवेटिव के लिए उसका real stock ही ‘underlying’ होता है।
Underlying asset को खरीदने का मतलब क्या है?
जब आप किसी Underlying asset को खरीदते हैं तो इसका मतलब है कि आपने किसी derivative के असली सोर्स को buy किया है क्योंकि Underlying asset पर ही डेरीवेटिव की value निर्भर करती है।
जैसे अगर आपने CNX Nifty को buy किया है जिसका derivative contract निफ्टी फ्यूचर है जोकि सिंगापुर एक्सचेंज में SGX निफ्टी के रूप में ट्रेड किया जाता है तो CNX Nifty इसका Underlying asset होगा।
Underlying asset का प्राइस बढ़ने और कम होने से क्या होता है?
जब Underlying asset का प्राइस increase होता है तो इसका मतलब है कि डेरिवेटिव का प्राइस भी बढ़ेगा इसके विपरीत जब Underlying asset का प्राइस decrease होता है तो डेरिवेटिव का प्राइस भी कम हो जाता है।
किसी Asset की underlying value को किन अन्य नामों से जानते हैं?
किसी भी underlying asset की value को आप इन सभी नामों से बुला सकते हैं; Primary value, intrinsic value, root value आदि। Underlying का means अर्थ होता है एक ऐसा intrument जिस पर अन्य future contracts या derivatives based assets होते हैं।
Conclusion of Underlying asset in Hindi
हर एक derivative contract का आधार उसका Underlying Asset ही होता है। यह काफी ज्यादा speculated होता है जिसकी value समय-समय पर बदलती रहती है।
इसलिए सभी financial instrument दो प्रकार की investment risk दिखा सकते हैं upside risk और downside risk जोकि उस देश की आर्थिक व्यवस्था outperform कर रही है या फिर underperform इस पर निर्भर करती है।
I hope, आपको यह पोस्ट (Underlying Asset क्या है? Underlying asset meaning in hindi) पसंद आई होगी।
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