आजकल बहुत सारे लोगों का यही सवाल है कि निफ्टी और सेंसेक्स All time high पर है मतलब शेयर बाजार तो ऊपर जा रहा है लेकिन मैंने जो शेयर्स खरीदे हैं यानी मेरा पोर्टफोलियो वह नीचे जा रहा है या फिर मेरे stocks में गिरावट हो रही है तो आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
यह सवाल अधिकतर नए लोगों के मन में आता है और आज हम इसी सवाल का जवाब बहुत ही आसान भाषा में आपको देने वाले हैं तो चलिए समझते हैं–
स्टॉक मार्केट ऊपर होने के बावजूद मेरा पोर्टफोलियो क्यों नीचे है?
Why is my portfolio down when the market is up?
आपका पोर्टफोलियो नीचे जा रहा है जबकि शेयर बाजार (निफ्टी और सेंसेक्स) all time high पर है, इसका मतलब ये है कि आपके पोर्टफोलियो के stocks, मार्केट के overall trend को फॉलो नहीं कर रहे हैं।
चलिए इसको एक सरल उदाहरण से समझते हैं:
उदाहरण: मान लीजिए, निफ्टी 50 इंडेक्स में 50 अलग-अलग कंपनियां हैं, जैसे कि रिलायंस, टीसीएस, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, और भी बहुत सारी कंपनियां हैं। जब हम कहते हैं कि “निफ्टी ऑल टाइम हाई पर है,” इसका मतलब है कि 50 कंपनियों के शेयरों का overall प्रदर्शन अच्छा है, और ये सभी मिलकर अच्छा perform कर रहे हैं।
अब मान लीजिए, आपके पोर्टफोलियो में सिर्फ 5 स्टॉक हैं:
- ABC Ltd.
- XYZ Ltd.
- PQR Ltd.
- LMN Ltd.
- DEF Ltd.
आपका पोर्टफोलियो इन 5 कंपनियों पर निर्भर करता है। हो सकता है कि ये 5 कंपनियां निफ्टी 50 में न हों या फिर निफ्टी 50 में होने के बावजूद उनका प्रदर्शन उतना अच्छा न हो जितना बाकी कंपनियों का है।
तो यह है आपके सवाल का सबसे आसान जवाब लेकिन इसके अलावा भी बहुत सारे कारण हैं जो बताते हैं कि बाजार में तेजी के बावजूद आपका पोर्टफोलियो नीचे क्यों जा रहा है.
आपका शेयर मार्केट पोर्टफोलियो नीचे जाने के मुख्य कारण
सबसे पहला कारण है–
1. Sectoral Performance
निफ़्टी में तेजी और आपके पोर्टफोलियो में गिरावट का सबसे बड़ा कारण हो सकता है कि निफ्टी या सेंसेक्स पर ज्यादा वेटेज वाले सेक्टर, जैसे कि आईटी, बैंक और एफएमसीजी, अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन आपके पोर्टफोलियो में ज्यादा वेटेज वाले सेक्टर, जैसे कि रियल एस्टेट, मेटल्स, या स्मॉल कैप स्टॉक, अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हो।
2. Stock-Specific Issues
आपके पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक्स के साथ company-specific problems हो सकती हैं जैसे कि कमजोर तिमाही परिणाम, management issues, रेगुलेटरी प्रॉब्लम्स आदि। ये समस्याएं आपके स्टॉक के प्रदर्शन को negative रूप से प्रभावित करती हैं।
3. डायवर्सिफिकेशन की कमी
हो सकता है कि आपका पोर्टफोलियो ठीक से डायवर्सिफाइड न हो। अगर आपने एक सेक्टर या कुछ specific शेयरों में ज्यादा निवेश किया है और वे सेक्टर या स्टॉक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, तो आपका overall पोर्टफोलियो भी नीचे जा सकता है, चाहे बाजार में तेजी आए।
4. मार्केट कैप अंतर
हमें पता है कि निफ्टी और सेंसेक्स में ज्यादातर लार्ज-कैप कंपनियां होती हैं, लेकिन अगर आपने मिड-कैप या स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश किया है, तो उनके रिटर्न बाजार के overall ट्रेंड से अलग हो सकते हैं है. कई बार ऐसा होता है कि लार्ज-कैप स्टॉक अच्छा प्रदर्शन करते हैं, जबकी मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक उतने अच्छे नहीं प्रदर्शन करते।
5. पोर्टफोलियो में अंडरपरफॉर्मर
आपके पोर्टफोलियो में गिरावट का आखिरी कारण हो सकता है कि आपके पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक अंडरपरफॉर्म कर रहे हों, जिसके कारण से आपका पूरा पोर्टफोलियो ही नीचे जाता दिखाई दे रहा है।
कुल मिलाकर कहने का मतलब यह है कि शेयर मार्केट का ऊपर होना जरूरी नहीं है कि हर एक व्यक्ति के पोर्टफोलियो के लिए भी ये अच्छी खबर हो.
आपके पोर्टफोलियो के शेयरों का प्रदर्शन depend करता है, आपके इंडिविजुअल कंपनी के प्रदर्शन, उनके सेक्टर के प्रदर्शन, और आपके पोर्टफोलियो के diversification पर। इसलिए, जब मार्केट हाई होता है, तब भी हो सकता है कि आपका पोर्टफोलियो नीचे जा रहा हो, क्योंकि वो स्टॉक या सेक्टर जो आपके पोर्टफोलियो में हैं, वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं।
उम्मीद करता हूं अब आप समझ गए होंगे कि शेयर मार्केट में तेजी होने के बावजूद भी कुछ लोगों के पोर्टफोलियो में लाल निशान या फिर गिरावट क्यों दिखाई देती है.
नीचे इसी टॉपिक से जुड़े कुछ ऐसे सवाल हैं जो अक्सर नए लोगों के मन में आते हैं जैसे–
क्या मेरा पोर्टफोलियो, मार्केट को बीट कर सकता है?
हां, आपका स्टॉक पोर्टफोलियो market यानी निफ्टी को हरा सकता है, लेकिन ये इन चीजों पर निर्भर करता है:
- Stock selection: अगर आपने किसी स्टॉक में निवेश किया है जो निफ्टी की औसत से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करता है, तो आपका पोर्टफोलियो निफ्टी को beat कर सकता है.
- डायवर्सिफिकेशन: आपके पोर्टफोलियो में अलग-अलग सेक्टर और कंपनियों में विविधता होनी चाहिए, ताकि जोखिम कम हो और ज्यादा ग्रोथ के चांसेस हो।
- समय और रणनीति: मार्केट में सही समय पर निवेश करके, फंडामेंटल एनालिसिस, और मजबूत ग्रोथ वाली कंपनी में निवेश करके भी आप निफ्टी को हरा सकते हैं।
लेकिन ये सभी फैक्टर्स unpredictable हैं और बाजार के रिस्क से जुड़े हैं, इसलिए ऐसी कोई 100% गारंटी नहीं होती कि आप हमेशा निफ्टी को हरा ही देंगे।
मैं अपना पोर्टफोलियो कैसे सुधार सकता हूं (How do I fix my portfolio)
आप अपने पोर्टफोलियो को सुधारने के लिए ये practical tips अपना सकते हैं:
- सेक्टर diversification: अपने निवेश को अलग-अलग सेक्टर (आईटी, बैंकिंग, FMCG आदि) और मार्केट कैप (लार्ज, मिड, स्मॉल कैप) ) मैं स्प्रेड करें ताकि जोखिम कम हो।
- रेगुलर रिव्यू करें: हर तिमाही या 6 महीने में अपने पोर्टफोलियो का रिव्यू करें और खराब प्रदर्शन करने वाले शेयरों को रिप्लेस करें।
- फंडामेंटल एनालिसिस करें: इन्वेस्ट करने से पहले stocks के फंडामेंटल्स जैसे कि– रेवेन्यू ग्रोथ, प्रॉफिट मार्जिन, कंपनी पर डेट कितना है और मैनेजमेंट की क्वालिटी चेक करें।
- स्टॉप लॉस सेट करें: हर स्टॉक के लिए एक स्टॉप-लॉस सेट करें ताकि मार्केट गिरने पर आपके लॉस लिमिटेड रहें।
- Long term फोकस: सिर्फ short term market के movement पर depend न करें, अच्छे शेयरों को लंबी अवधि के लिए होल्ड करें ताकि कंपाउंडिंग का फायदा मिले।
- सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP): सिप के द्वारा नियमित रूप से निवेश करें, चाहे बाजार ऊपर हो या नीचे, ताकि औसत लागत (cost averaging) का फायदा मिले।
- एक्सपर्ट की सलाह लें: वित्तीय सलाहकार की मदद लें या research reports का सहारा लें।
उम्मीद करता हूं ऊपर बताई गई टिप्स आपको अपना पोर्टफोलियो सुधारने में मदद करेंगी।
आशा करता हूं आपको आज के इस पोस्ट से कुछ ना कोई जरूर सीखने को मिला होगा. शेयर बाजार को आसान भाषा में सीखने के लिए आप इस ब्लॉग के अन्य पोस्ट भी पढ़ सकते हैं.